लक्षद्वीप बनेगा भारत का मालदीव 8 प्रोजेक्ट से सपना साकार मोदी सरकार का जवाब
लक्षद्वीप बनेगा भारत का मालदीव 8 प्रोजेक्ट से सपना साकार मोदी सरकार का जवाब
Modi Projects in Lakshdweep: मालदीव से विवाद के बाद से मोदी सरकार लगातार लक्षदीव के कयाकल्प पर जोर दे रही है. हाल ही में केंद्रीय सरकार के डॉक्यूमेंट्स से पता चलता है कि सरकार द्वीप के कयाकल्प के लिए कई मेगा प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है. चलिए जानते हैं किस प्रोजेक्ट्स पर काम कर नरेंद्र मोदी सरकार.
Modi Projects in Lakshdweep: मालदीव के साथ बढ़े विवाद देश में जमकर विरोध हुआ. इसी बीच जनवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे पहुंचे थे. वहां से उनकी तस्वीरें वायरल हुईं थी. पर्यटन को लेकर लोगों के बीच काफी उत्साह बढ़ने लगा था. द्वीपसमूह में लोगों की बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए केंद्र सरकार लक्षद्वीप में पर्यटकों के लिए कनेक्टिविटी बढ़ाने और मालदीव जैसे देशों को कड़ी टक्कर देने के लिए आठ बड़ी परियोजनाओं का अनावरण करने की तैयारी कर रही है. CNN-NEWS18 ने केंद्र सरकार के एक दस्तावेज को एक्सेस किया है, जिसमें इन परियोजनाओं की सूची दी गई है.
नरेंद्र मोदी नीत सरकार के इस प्रोजेक्ट में कवरत्ती, अगत्ती और मिनिकॉय द्वीपों पर बड़े जहाजों के आने की क्षमता बढ़ाना है. साथ ही कल्पेनी, कदमथ और एंड्रोथ द्वीपों पर यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं, कल्पेनी और कदमथ द्वीपों पर खुले जेटी का विकास शामिल है, जो क्रूज जहाजों को भी संभाल सकते हैं. 303 करोड़ रुपये की लागत वाली पहली परियोजना पर जल्द ही द्रूत गति से काम शुरू होने वाला है. कदमथ द्वीप पर जेटी और लैंडसाइड का निर्माण के लिए 4 दिसंबर को टेंडर मांगा गया है.
इसमें एक मल्टीमॉडल जेटी निर्माण जो लक्षद्वीप द्वीप समूह में संचालित होने वाले सभी यात्री जहाजों को संभाल सके. साथ ही इस प्रकार के पर्यटकों की सुरक्षा और आराम के लिए द्वीप से कनेक्टिविटी में सुधार और पर्यटकों की पहुंच भी सुनिश्चित हो सके. केंद्र का इरादा सभी बसे हुए लक्षद्वीप द्वीपों में बंदरगाह और शिपिंग इनफ्रास्ट्रक्चर विकसित करना है. इस प्रोजेक्ट में ऐसे संरचना का निर्माण करना जो टूरिस्टों को द्वीप पर पूरे साल बिना किसी बाधा के एक्सेस दे सके. यह एक बड़ा गेम-चेंजर साबित हो सकता है.
पहली परियोजना
पहली परियोजना में कदमथ द्वीप में पूर्वी और पश्चिमी किनारों पर जेटी, लैंडसाइड सुविधाओं और संबद्ध सुविधाओं का निर्माण शामिल है, जो कोच्चि से लगभग 407 किलोमीटर दूर है. कदमथ अमिनिडवी समूह का सबसे लंबा बसा हुआ द्वीप है, जो लक्षद्वीप द्वीपों के सेंटर में स्थित है. 3.34 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल वाला कदमथ 9.3 किलोमीटर लंबा और 0.57 किलोमीटर चौड़ा है.
कदमथ में एक बहुत बड़े पूर्वी जेटी एक बहुउद्देशीय जेटी है. यह यात्री जहाजों के साथ-साथ क्रूज जहाजों के लिए सभी बर्थिंग आवश्यकताओं को पूरा करेगी. सरकार के डॉक्यूमेंट में कहा गया है कि जेटी की लंबाई 360 मीटर है, ताकि क्रूज जहाजों को भी बर्थ किया जा सके. परियोजना की लागत 303 करोड़ रुपये है.
यहां पर वर्ल्ड क्लास और सभी आधुनिक सुविधाओं के साथ एक यात्री वेटिंग रूम बनाने की प्लानिंग चल रही है. इसमें आगमन और प्रस्थान टर्मिनल के रूप में अलग-अलग डिपार्चर गेट होंगे.
पाइपलाइन में भी बड़ी परियोजनाएं
लक्षद्वीप के पूर्वी और पश्चिमी साइड, दोनों तरफ आधुनिक सुविधाओं के साथ यात्री सुविधा केंद्र के साथ-साथ कल्पेनी, कदमथ और एंड्रोथ में गोदाम आदि सहित लैंडसाइड सुविधाओं का विकास की भी बात चल रही है. इसके साथ कुछ अन्य प्रोजेक्ट्स शामिल हैं.
– बड़े जहाजों को संभालने के लिए कवारट्टी, अगत्ती और मिनिकॉय द्वीपों में मौजूदा पूर्वी जेटी का विस्तार
– कल्पेनी और कदमथ में क्रूज जहाजों को भी संभालने में सक्षम ओपन ईस्ट जेटी का विकास
– कल्पेनी और कदमथ द्वीपों में वेस्ट जेटी का विकास
– एंड्रोथ ब्रेकवाटर का नवीनीकरण और विस्तार
– एंड्रोथ में मल्टीमॉडल जेटी और नौसेना जेटी का विकास
– कल्पेनी में स्लिपवे और संबंधित सुविधाओं का विकास, कदमथ और एन्ड्रोथ
Tags: Maldives, PM ModiFIRST PUBLISHED : December 5, 2024, 15:08 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed