अतीश त्रिवेदी/लखीमपुर खीरी: जंगली जानवरों ने इन दिनों लोगों की मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. कभी भेड़िये के हमले की बारे में सुनने को मिल रहा है. तो कभी बाघ के.
यूपी के लखीमपुर जिले में बाघ की दहशत फैली हुई है. हर कोई डर रहा है. इसी वजह से बच्चे चाहकर भी स्कूल नहीं जा रहे हैं.
बाघ से डर से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित
लखीमपुर में बाघ का इतना खौफ है कि बच्चे चाहकर भी स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. इमलिया गांव में किसान पर आदमखोर बाघ हमला भी कर चुका है. किसान मौत भी हुई थी, जिसके बाद से लोग घबराए हुए हैं. मौत और बाघ के दर से स्टूडेंट्स भी विद्यालय नहीं पहुंच पा रहे हैं. इस वजह से विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है. इस समय चारों ओर गन्ने के खेतों में बाघ ने अपना ठिकाना बना लिया है. बाघ के डर से बच्चे घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं, इसलिए विद्यालयों में छात्रों की संख्या बहुत ही कम हो गई है.
ड्रोन कैमरे से निगरानी
वन विभाग द्वारा लगातार बाघ को पकड़ने के लिए 24 कैमरे व चार पिंजरे लगाए गए हैं, परंतु अभी तक बाघ की लोकेशन नहीं मिल पाई है. जिस बाघ को पकड़ा जाए, वही दूसरी और वन विभाग द्वारा ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है. गांव के ग्रामीणों को जागरूक भी किया जा रहा है.
अभी तक हाथ नहीं लग पाया बाघ
बाघ के खौफ के कारण छात्र व छात्राएं अपने विद्यालय नहीं पहुंच पा रहे हैं, जिससे उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है. अगर कुछ विद्यार्थी विद्यालय जाते भी हैं तो झुंड बनाकर घरों से निकलते हैं और हाथ में डंडे लेकर विद्यालय तक पहुंचाते हैं. महेशपुर वन रेंज में बाघ का इतना खौफ हो गया है कि ग्रामीण भी अब अपने घरों से निकलने में डरने लगे हैं. लगातार बाघ के पगचिह्न गन्ने की खेत के समीप देखे जा रहे हैं, वन विभाग अभी तक बाघ को पकड़ने में असफल रहा है.
Tags: Lakhimpur Kheri, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 9, 2024, 15:14 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed