बर्फबारी को तरसे पहाड़हिमाचल की अटल टनल के पास करवाया आर्टिफिशियल स्नोफॉल
बर्फबारी को तरसे पहाड़हिमाचल की अटल टनल के पास करवाया आर्टिफिशियल स्नोफॉल
Artificial Snowfall: हिमाचल प्रदेश इस बार सर्दी के सीजन में बर्फबारी को तरस गया है. यहां पर तीन महीने से ड्राई स्पेल नहीं टूटा है. अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल के पास कृत्रिम बर्फबारी करवाई है.
शिमला. हिमाचल प्रदेश में जलवायु परिवर्तन का खासा असर देखने को मिल रहा है. प्रदेश में लंबे समय से ना तो बारिश हो रही है और ना ही ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी (Himachal Snowfall). इस वजह से ना केवल किसान-बागवान परेशान हैं, बल्कि होटल कारोबारी चितिंत हैं. अहम बात है कि अक्सर प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में नवंबर माह में ही बर्फबारी हो जाती थी. लेकिन इस बार दिसंबर का पहला हफ्ता बीत गया है और ना के बराबर बर्फ गिरी है.
जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में भी बर्फबारी नहीं हुई हैं और बर्फ का इंतजार लंबा खिंचा तो लाहौल घाटी में होटल कारोबारियों ने कृत्रिम बर्फ गिराना शुरू कर दिया है. अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल में कृत्रिम बर्फ तैयार कर गिराई जा रही है और इस कृत्रिम बर्फ पर सैलानी आइस स्केटिंग का मजा ले रहे हैं.
यहां पर स्थानीय पर्यटन कारोबारी मशीन से कृत्रिम बर्फ तैयार कर रहे हैं. अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल के समीप स्थानीय पर्यटन कारोबारी देवराज मशीन के जरिए कृत्रिम बर्फ तैयार कर रहे हैं. मशीन पानी के फव्वारे को हवा में उड़ा रही है और तापमान शून्य से नीचे होने के चलते पानी की बूंदे बर्फ बनकर नीचे बरस रही है. अब पर्यटक इसी आर्टिफिश्यल स्नो का आनंद उठाकर अपनी यात्रा को यादगार बना रहे हैं.इस वर्ष दिसंबर माह में कुल्लू-मनाली समेत लाहौल घाटी की पहाड़ियां बर्फ के बिना सूखी नजर आ रही हैं. हालांकि मनाली और लाहौल घूमने आ रहे सैलानियों की संख्या में कमी नहीं है.
कैसे होती है कृत्रिम बर्फबारी
कृत्रिम बर्फ़ बनाने के लिए, पानी और हवा को मशीन रूम से स्नो गन तक पाइपलाइनों के ज़रिए पहुंचाया जाता है और फिर पानी को बर्फ़ बनाने के लिए कूलिंग टावरों का इस्तेमाल किया जाता है. कृत्रिम बर्फ़ बनाने के लिए, प्रोपेलर गन का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें, पानी और बिजली की आपूर्ति से बड़ा प्रोपेलर हवा का तेज़ प्रवाह पैदा करता है. इसके बाद, प्रोपेलर के सामने नोजल से पानी छिड़का जाता है और फिर ये पानी की बूंदे बर्फ के रूप में बाहर गिरती हैं. कुछ ऐसा ही लाहौल स्पीति में अटल टनल के पास किया जा रहा है.
टनल के पास पहुंच रहे सैलानी
हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी की आस में सैलानी मनाली पहुंच रहे हैं. लेकिन बर्फ ना दिखने पर मायूस हैं. नवंबर महीने के अंत में थोड़ी बहुत बर्फबारी लाहौल स्पीति में हुई थी. लेकिन इस सीजन में लोग बर्फ के लिए तरस गए हैं. 90 दिन का ड्राई स्पेल हो गया है. मौसम विभाग ने 7 दिंसबर की रात से हल्की बारिश और बर्फबारी की उम्मीद जताई है.
Tags: Heavy snowfallFIRST PUBLISHED : December 7, 2024, 12:52 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed