वायनाड में 9 दिन बाद भी जिंदा है अपनों के मिलने की आस Army कर रही है तलाश

वायनाड के चूरलमाला और मुंडक्कई 30 जुलाई को बड़े पैमाने पर भूस्खलन की चपेट में आ गए. इस घटना में लगभग 300 लोगों की जान चली गई और बड़े पैमाने पर संपत्ति का नुकसान हुआ. बड़ी संख्या में लोग बेघर हुए हैं.

वायनाड में 9 दिन बाद भी जिंदा है अपनों के मिलने की आस Army कर रही है तलाश
Wayanad Rescue operation Update News: केरल के वायनाड में तबाही आए आज 9 दिन पूरे हो गए हैं. लेकिन फिर भी सैकड़ों आखों को अपनों के मिलने की आस है. भूस्खलन प्रभावित इलाकों में वायु सेना, सेना और राज्य अधिकारियों द्वारा बचाव अभियान जारी है. सेना के साथ इस अभियान में वे लोग भी जुटे हुए हैं, जो मलबे के ढेर में अपनों को खोज रहे हैं. लापता लोगों की तलाश में सेना और नौसेना सहित विभिन्न बलों के 1,026 कर्मी और 500 से अधिक स्वयंसेवक तथा बड़ी तादाद में मशीनरी तैनात की गई है. राहत की बात ये है कि इतने दिन बाद भी बिछुड़े हुए लोग मिल रहे हैं. जिसके चलते लोगों में आस की किरण और पक्की होती जा रही है. मंगलवार को वायनाड में हुए विनाशकारी भूस्खलन में बिछड़े दो दोस्त मुजीब और जयेश करीब एक हफ्ते बाद फिर से एक-दूसरे से मिले. दोनों व्यक्तियों को एक-दूसरे के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. जब वे मिले तो एक भावनात्मक पल था तथा उन्होंने एक-दूसरे को कसकर गले लगाते हुए अपनी दोस्ती को याद किया. मुजीब ने कहा, “हम पड़ोसी हैं. आठ दिन के बाद एक-दूसरे से मिल रहे हैं. मुझे नहीं पता था कि वह जीवित है और उसे भी नहीं पता था कि मैं जीवित हूं या नहीं.” #Update : #WayanadLandslide Collaborative rescue operations conducted by the #IAF, #IA & State authorities are ongoing in the landslide-affected #Wayanad region. A specialized team of soldiers along with Army was airlifted by an #IAF from #Kalpetta to #Chaliyar river. pic.twitter.com/3YBMl1nE7m — PRO Defence Kochi (@DefencePROkochi) August 7, 2024

आपदा के कारण अलग हुए दोनों व्यक्तियों ने अचानक से फिर से मिलने के बाद ईश्वर के प्रति आभार व्यक्त किया. जयेश ने कहा, “हम प्रार्थना करते हैं कि हमारे सभी पड़ोसी हमारी आंखों के सामने आएं, जैसे कि आज हम मिले. हम सभी को अपनी आंखों से देखना चाहते हैं.”

जारी है बचाव अभियान
केरल के वायनाड के भूस्खलन प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत अभियान लगातार नौवें दिन भी जारी रहा. पीआरओ डिफेंस कोच्चि ने कहा है, “भूस्खलन प्रभावित वायनाड क्षेत्र में वायु सेना, सेना और राज्य अधिकारियों का बचाव अभियान जारी है. सेना की विशेष टीम को वायुसेना द्वारा कलपेट्टा से चलियार नदी तक पहुंचाया गया.”

बुधवार को एक विशेष टीम जिसमें छह सेना के जवान, केरल पुलिस के चार स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप, दो वन अधिकारी और एक डॉग स्क्वाड शामिल थे, तलाशी अभियान चलाने के लिए वायनाड में सूजीपारा झरने की सनराइज घाटी के लिए रवाना हुए.

मंगलवार को केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि सरकार वायनाड जिले के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में विश्व स्तरीय पुनर्वास सुनिश्चित करेगी. उन्होंने कहा, “हम विश्व स्तरीय पुनर्वास सुविधा देंगे. हमारा लक्ष्य एक पुनर्वास मॉडल लागू करना है जो देश और दुनिया के लिए एक उदाहरण का काम कर सके.”

केरल के मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकारी कर्मचारी और शिक्षक अपने वेतन का कम से कम 5 प्रतिशत मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में योगदान देने के लिए आगे आए हैं.

138 लोग अभी भी लापता
वायनाड जिले में करीब एक हफ्ते पहले हुए भीषण भूस्खलन के बाद से 138 लोग लापता हैं. जिला प्रशासन ने बताया कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों के राशन कार्ड और मतदाता रिकॉर्ड के आधार पर 138 लापता लोगों की सूची तैयार की गई है.

लापता लोगों की यह लिस्ट ग्राम पंचायत, एकीकृत बाल विकास योजना (आईसीडीएस), जिला शिक्षा कार्यालय, श्रम कार्यालय, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण आदि के आधिकारिक रिकॉर्ड से मिलान के बाद तैयार की गई है. जिला प्रशासन ने बताया कि शिविरों में, अपने रिश्तेदारों के साथ रहने वाले या अस्पतालों में भर्ती लोगों और जिनकी मृत्यु की पुष्टि हो चुकी है, उनके नाम लिस्ट से हटा दिए गए हैं.

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