कानपुर में गंगा का कहर कई गांवों में घुसा बाढ़ का पानी

गंगा के जलस्तर में वृद्धि के कारण कानपुर और उन्नाव के गंगा किनारे बसे कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. शिवदिन, कटरी, शंकरपुर, सराय लोढ़वा, खेड़ा, बनियापुरवा सहित दर्जनभर गांव जलमग्न हो चुके हैं.

कानपुर में गंगा का कहर कई गांवों में घुसा बाढ़ का पानी
कानपुर: शहर में गंगा का रौद्र रूप तेजी से देखने को मिल रहा है. गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिससे कानपुर के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है और लोगों के सामने गंभीर समस्याएं खड़ी हो गई हैं. कानपुर बैराज पर गंगा का जलस्तर 114.64 मीटर तक पहुंच गया है, और बहाव भी बहुत तेज़ है. हाल ही में गंगा का जलस्तर कुछ कम हुआ था, लेकिन अब यह फिर से तेजी से बढ़ने लगा है, जिससे लगभग एक दर्जन गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. कानपुर के बैराज में जलस्तर बढ़कर 114.65 मीटर तक पहुंच चुका है. शुक्लागंज में बने चेतावनी बिंदु के अनुसार 113 मीटर से ऊपर जलस्तर को चेतावनी माना जाता है, जबकि 114 मीटर पहुंचने पर गंगा खतरे के निशान से ऊपर बहने लगती है. गंगा के जलस्तर में इस बढ़ोतरी के चलते बैराज के सभी 30 गेट खोल दिए गए हैं, ताकि पानी की गति को नियंत्रित किया जा सके. कई गांव जलमग्न गंगा के जलस्तर में वृद्धि के कारण कानपुर और उन्नाव के गंगा किनारे बसे कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. शिवदिन, कटरी, शंकरपुर, सराय लोढ़वा, खेड़ा, बनियापुरवा सहित दर्जनभर गांव जलमग्न हो चुके हैं. प्रशासन द्वारा इन गांवों में राहत कार्य किए जा रहे हैं, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. बाढ़ से प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य के लिए प्रशासनिक टीमें लगातार सक्रिय हैं. रास्ते बंद, एक बच्चे की डूबने से मौत बाढ़ की वजह से कानपुर के कई रास्तों को पुलिस ने बंद कर दिया है. कई सड़कों पर पानी भर जाने के कारण वहां से आवाजाही को रोक दिया गया है. हाल ही में, एक दर्दनाक हादसे में एक बच्चे की बाढ़ के पानी में डूबकर मौत हो गई. बच्चा अपने पिता के साथ बाढ़ का पानी देखने गया था, जहां वह गहरे पानी में चला गया और उसकी डूबने से मौत हो गई. प्रशासन की सतर्कता कानपुर के एडीएम सिटी, डॉ. राजेश कुमार सिंह ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित गांवों में राहत कार्य तेजी से चल रहा है. प्रशासनिक अधिकारी गांवों का दौरा कर रहे हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. गंगा के जलस्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है ताकि समय रहते किसी भी संभावित खतरे से निपटा जा सके. गंगा का जलस्तर पिछले एक सप्ताह से 114 मीटर से ऊपर ही बना हुआ है, और गंगा का बहाव बेहद तेज़ है. इसी कारण बैराज के सभी गेट खोलने पड़े हैं. प्रशासनिक टीमें लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की जनहानि से बचा जा सके. Tags: UP floodsFIRST PUBLISHED : September 24, 2024, 09:46 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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