दिनभर चलाते थे WhatsApp कमा डाले 65 करोड़ कमाई का राज जान दंग रह गई पुलिस

UP News : गाजियाबाद पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. तीनों के कारनामे को सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे. तीनों अभियुक्त दिनभर मोबाइल पर व्हॉट्सएप चलाते रहते थे. पुलिस टीम ने तीनों के कब्जे से पांच मोबाइल, चार चेक बुक, तीन एटीएम कार्ड समेत कई कागजात बरामद किए. इतने ही नहीं जब पुलिस ने इनके खातों के ट्रांजेक्शन देखे तो होड़ उड़ गए. कैसे कर डाली काली कमाई, आइये जानते हैं पूरा मामला...

दिनभर चलाते थे WhatsApp कमा डाले 65 करोड़ कमाई का राज जान दंग रह गई पुलिस
गाजियाबाद. गाजियाबाद क्राइम ब्रांच ने शेयर ट्रेडिंग के जरिए मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर लोगों से लाखों की ठगी करने वाले तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. तीन अभियुक्तों के पास से पांच मोबाइल, चार चेक बुक, तीन एटीएम कार्ड, एक पैन कार्ड, एक आधार कार्ड, एक वोटर आईडी कार्ड, तथा एक मुहर जब्त की गई. एडीसीपी क्राइम ब्रांच गाजियाबाद सच्चिदानंद ने बताया 23 अप्रैल को पीड़ित कुशल पाल सिंह ने 70 लाख रुपये का साइबर फ्रॉड का केस दर्ज कराया था. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 10 अकाउंट की जांच की जिसमें से 29 लाख 57 हजार रुपये पकड़ में आए. जांच के दौरान एक अकाउंट में 6.5 करोड़ की ट्रांजेक्शन सामने आई. गिरफ्तार अभियुक्त मथुरा का रवि शर्मा, सुशील शर्मा तथा देहरादून का भानु राघव है जो कि फरार अभियुक्त मनोज कुमार का साला है. चारो एक प्रतिशत कमीशन के लालच में फर्जी अकाउंट खुलवाकर फर्जी फर्म बनाकर बाहर विदेश में बैठे अपने आकाओं को मुहैया कराते थे. धोखाधड़ी की ट्रांजेक्शन इन खातों पर होती थी तथा ट्रांजेक्शन की ओटीपी विदेश में बैठे फ्रॉडस्टर को भेजने के लिए एक एटओटीपी फॉरवर्ड ऐप का इस्तेमाल किया जाता था. ऐप के माध्यम से ओटीपी विदेश में इंटरनेट के माध्यम से भेजा जाता था. इस घटना में मनोज कुमार ने फर्जी फॉर्म बनाकर करंट अकाउंट पंजाब नेशनल बैंक की शाखा देहरादून में खुलवाया था. वही धोखाधड़ी से पैसे हड़पने का काम करता था. इस अकाउंट में देश के कुल 32 घटनाओं में साढ़े 6 करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है. पुलिस ने इस खाते में 52 लाख में फ्रिज कराए गए हैं. ठगी का पूरा जाल इस शातिराना अंदाज में बिछाया जाता है जिसको जानना आपके लिए भी बेहद जरूरी है. शातिर ठग शेयर ट्रेडिंग कर रहे और इसे सीखने की इच्छा रखने वाले लोगों को पहले अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ते थे. फिर शेयर ट्रेडिंग के टिप्स, नामचीन शेयर ब्रोकरों के नाम की फर्जी आईडी लोगों को देते थे. लोगों का भरोसा जीतने के बाद गूगल प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर जैसे भरोसे मंद डिजिटल माध्यमों से पहले अपना एप डाउनलोड कराते थे और फिर लोगों से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर लाखो रुपये की रकम जमा करा लेते थे. फर्जी एप पर शेयर ट्रेडिंग की जमा रकम में लाखों का मुनाफा भी दिखाया जाता था, जिससे लोगों को लगता कि वो फायदे में हैं. लोगों को जब ठगी का जब चल पाता और वो अपनी रकम को निकलना चाहते लेकिन रकम विड्रॉल नहीं होती थी. विदेश से यह ठगी का बड़ा गैंग ऑपरेट किया जाता था. Tags: Cyber Fraud, Ghaziabad News, UP newsFIRST PUBLISHED : May 16, 2024, 18:23 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed