आश्रम पद्धति विद्यालय: छात्रों को मिलेगी फ्री में शिक्षा

आश्रम पद्धति विद्यालय छिबरामऊ क्षेत्र के बंगाली गांव में 5 एकड़ जमीन पर स्थापित किया जाएगा. इसके निर्माण में 46 करोड़ रुपये की लागत आएगी.

आश्रम पद्धति विद्यालय: छात्रों को मिलेगी फ्री में शिक्षा
कन्नौज. कन्नौज के छिबरामऊ क्षेत्र में छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए 46 करोड़ रुपये की लागत से आश्रम पद्धति विद्यालय का निर्माण किया जा रहा है. इस विद्यालय में अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, और सामान्य वर्ग के कुल 490 छात्र-छात्राओं को निःशुल्क आवासीय सुविधा के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाएगी. यह विद्यालय आगामी तीन वर्षों में 5 एकड़ भूमि पर बनकर तैयार होगा. विद्यालय की लागत और स्थान आश्रम पद्धति विद्यालय छिबरामऊ क्षेत्र के बंगाली गांव में 5 एकड़ जमीन पर स्थापित किया जाएगा. इसके निर्माण में 46 करोड़ रुपये की लागत आएगी. छात्रों को यहां निशुल्क आवास के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. विद्यालय की सुविधाएं इस विद्यालय में एक मुख्य भवन, कैंटीन, छात्रावास, प्रधानाध्यापक कक्ष, और शिक्षकों के लिए आवासीय सुविधा उपलब्ध होगी. विद्यालय सीबीएसई पैटर्न पर आधारित होगा, और कक्षा 6 से इंटरमीडिएट तक की शिक्षा प्रदान की जाएगी. कुल 490 छात्र-छात्राओं को यहां प्रवेश दिया जाएगा. जमीन की सफाई और समतलीकरण का काम पूरा हो चुका है, और जल्द ही विद्यालय का निर्माण शुरू होने की उम्मीद है. प्रवेश प्रक्रिया आश्रम पद्धति विद्यालय में 85% छात्र ग्रामीण क्षेत्रों से और 15% छात्र शहरी क्षेत्रों से चयनित किए जाएंगे. इनमें 50% सीटें अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों के लिए आरक्षित होंगी, जबकि बाकी 50% सीटों पर अन्य पिछड़ा वर्ग और सामान्य वर्ग के छात्र-छात्राएं प्रवेश पाएंगे. ग्राम प्रधान की प्रतिक्रिया ग्राम प्रधान मनोज यादव ने बताया कि ग्राम पंचायत ने विद्यालय के लिए 5 एकड़ भूमि प्रदान की है. भूमि की सफाई और समतलीकरण का कार्य पूरा हो चुका है, और जल्द ही भवन का निर्माण कार्य आरंभ होगा. इस विद्यालय से क्षेत्र के जरूरतमंद छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा का अवसर मिलेगा. मंत्री की प्रतिक्रिया राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने बताया कि इस विद्यालय के बनने से ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को उच्चस्तरीय शिक्षा के साथ-साथ रहने की भी सुविधा मिलेगी. 85% छात्र ग्रामीण क्षेत्र से होंगे और 15% शहरी क्षेत्र से. विद्यालय में खेलकूद की भी व्यवस्था की जाएगी, जिससे छात्र पढ़ाई के साथ खेलकूद में भी आगे बढ़ सकेंगे. यह पहल न केवल छात्रों के शैक्षिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और समाज के जिम्मेदार नागरिक बनाने में भी सहायक होगी. Tags: Kannauj news, Local18FIRST PUBLISHED : September 9, 2024, 16:10 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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