बुंदेलखंड की गरीबी देख पसीजा आंखों के डॉक्टर का दिलशुरू की फ्री ओपीडी
बुंदेलखंड की गरीबी देख पसीजा आंखों के डॉक्टर का दिलशुरू की फ्री ओपीडी
डॉ. ज्ञानेंद्र ने बताया कि वह एक ऐसे इलाके से आते हैं जो बुंदेलखंड का अति पिछड़ा क्षेत्र है. वहां साइंस विषय से 12वी करने का प्रावधान भी नहीं था. उन्होंने बहुत संघर्ष करके एमबीबीएस किया. इलाके में बेहद गरीबी भी थी. इसके बाद ही उन्होंने तय कर लिया था कि लोगों के लिए कुछ अच्छा करना है.
शाश्वत सिंह/झांसी. प्राइवेट अस्पताल और इन अस्पतालों में काम करने वाले डॉक्टरों के बारे में लोगों की यह धारणा होती है कि वहां महंगी फीस ली जाती है. लोग कहते हैं कि मुफ्त इलाज तो सिर्फ सरकारी अस्पतालों में ही होता है. लेकिन, झांसी में एक ऐसे प्राइवेट डॉक्टर भी हैं जो अपनी ओपीडी में आने वाले मरीजों से एक भी फीस नहीं लेते हैं. इनका नाम है डॉ. ज्ञानेंद्र गुप्ता. डॉ. ज्ञानेंद्र एक नेत्र विशेषज्ञ हैं. वह पिछले 1.5 साल से मुफ्त ओपीडी लगा रहे हैं.
झांसी का जियालाल मेमोरियल अस्पताल जिले में आंखों के इलाज का एक बड़ा नाम है. बड़ी संख्या में मरीज यहां पहुंचते हैं. डॉ. ज्ञानेंद्र ने बताया कि कई मरीज बेहद गरीब परिवार से आते हैं. ऐसे मरीजों को देखकर उनका दिल पसीज जाता था. दवाई और चश्मे पर तो वह एक सीमित डिस्काउंट ही दे सकते हैं. इसलिए उन्होंने फ्री ओपीडी शुरू करने का ही फैसला ले लिया.
संघर्षों भरा रहा है डॉ. ज्ञानेंद्र का जीवन
डॉ. ज्ञानेंद्र ने बताया कि वह एक ऐसे इलाके से आते हैं जो बुंदेलखंड का अति पिछड़ा क्षेत्र है. वहां साइंस विषय से 12वी करने का प्रावधान भी नहीं था. उन्होंने बहुत संघर्ष करके एमबीबीएस किया. इलाके में बेहद गरीबी भी थी. इसके बाद ही उन्होंने तय कर लिया था कि लोगों के लिए कुछ अच्छा करना है. पढ़ाई पूरी करने के बाद वह जब झांसी लौटे तो उन्होंने जियालाल मेमोरियल अस्पताल में मुफ्त ओपीडी लगाना शुरू किया.
पुणे के चैरिटेबल अस्पताल से मिला आइडिया
डॉ. ज्ञानेंद्र ने कहा कि पुणे में अपनी पढ़ाई के दौरान वह एक चैरिटेबल अस्पताल में काम करते थे. यहां लोगों को बेहद कम दाम पर परामर्श दिया जाता था. वहीं से उन्हें मुफ्त ओपीडी का ख्याल आया. झांसी लौटते ही उन्होंने मुफ्त ओपीडी की योजना बनाना शुरु कर दिया. डेढ़ साल से वह मुफ्त ओपीडी चला रहे हैं. जियालाल मेमोरियल अस्पताल में ओपीडी चलाने वाले डॉ. ज्ञानेंद्र 12 साल से लोगों की आंखों का इलाज कर रहे हैं. एमबीबीएस के साथ ही उन्होंने डीओएमएस, डीएनबी, एफएमआर की डिग्री कर चुके हैं. वह मेडिकल रेटीना स्पेशलिस्ट है.
Tags: Jhansi news, Local18, Medical18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : May 18, 2024, 22:25 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed