क्या देश में कट्टरपंथी विचारधारा की ओर झुकाव बढ़ रहा है गृह मंत्रालय का आया ये जवाब
क्या देश में कट्टरपंथी विचारधारा की ओर झुकाव बढ़ रहा है गृह मंत्रालय का आया ये जवाब
Home ministry on radical ideology increasing: देश में कट्टरपंथ के कारण हो रही हत्याओं के संदर्भ में गृह मंत्रालय ने कहा है कि सरकार द्वारा किए गए कई प्रयासों के कारण देश में कट्टरवादी विचारधाराओं की ओर झुकाव कम है. गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने एक सवाल के जवाब में कहा कि वैश्विक आतंकी गुटों जैसे आईएसआईएस और अलकायदा आदि द्वारा कट्टरवाद को फैलाया जा रहा लेकिन हमने कई ऐसे प्रयास किए जिनके कारण देश में ऐसी भावना पनप नहीं रहा है.
हाइलाइट्सकेंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा ग्लोबल आतंकी संगठन लोगों में कट्टरवाद फैलान की कोशिश कर रहा हैसरकार द्वारा किए जा रहे कई प्रयासों के कारण आतंकी संगठनों का मंसूबा कामयाब नहीं हो रहा है
नई दिल्ली. उदयपुर में कन्हैया लाल और अमरावती में उमेश कोल्हे की हत्या के बाद देश में कट्टरवाद पर बहस छिड़ गई है. इस मुद्दे को लेकर आज गृह मंत्रालय ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि भारत विरोधी कुछ विदेशी एजेंसियां और वैश्विक आतंकी गुट, जैसे इस्लामिक स्टेट और अलकायदा, लोगों में कट्टरवाद फैलाने का प्रयास कर रहे हैं. गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने एक सवाल के जवाब में कहा कि वैश्विक आतंकी गुटों जैसे आईएसआईएस और अलकायदा आदि द्वारा फैलाया जा रहा कट्टरवाद पूरे विश्व भर के देशों के सामने एक चुनौती है. लेकिन विभिन्न कारकों और सरकार द्वारा किए गए प्रयासों की वजह से देश में ऐसी कट्टरवादी विचारधाराओं की ओर झुकाव बहुत ही कम है.
गौरतलब है कि जांच एजेंसियां हाल की हत्याओं में कट्टरपंथ के एंगल पर भी जांच कर रही है. जांच एजेंसियों ने पाया कि उदयपुर कांड में हत्यारे विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप के सदस्य थे, जहां कुछ पाकिस्तानी नंबर भी शामिल थे. रियाज अंसारी और गौस मोहम्मद को कथित तौर पर कट्टरपंथी बनाया गया था जिन्होंने नूपुर शर्मा के बयान का समर्थन करने के लिए कन्हैया लाल की हत्या कर दी थी. वही महाराष्ट्र में भी एक और मामला सामने आया जहां पर कुछ युवकों ने एक मेडिकल प्रोफेशनल उमेश कोल्हे कि 21 जून को अमरावती में हत्या कर दी थी.
आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति
वहीं एक अन्य सवाल के जवाब में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि आतंकवाद से मुकाबला एक सतत प्रक्रिया है. उन्होंने कहा कि सभी हितधारकों के सम्मिलित और समन्वित प्रयासों के चलते देश में आतंकवाद से संबंधित हिंसा को काफी हद तक नियंत्रित कर लिया गया है. गृह राज्य मंत्री ने लिखित जवाब में कहा कि सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति में काफी सुधार हुआ है. आंकड़ों के अनुसार आतंकी हमलों की संख्या में काफी गिरावट आई है जो 2018 में 417 से घटकर 2021 में 229 हो गई है. जम्मू कश्मीर में पिछले साल 42 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए, वहीं 41 आम नागरिकों की जान गई. 2020 में आतंकी हमलों में 62 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे और 37 आम नागरिकों की जान गई थी. जबकि 2020 में कुल 244 आतंकी हमले हुए थे.
कट्टरवाद को कम करने के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे प्रयास
० सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का भेदभाव रहित कवरेज
० विभिन्न समुदायों के बीच मिश्रित संस्कृति और सह अस्तित्व को बढ़ावा देना
० अल्पसंख्यकों के प्रति संविधानिक सुरक्षा के उपाय
० जीवन के सभी क्षेत्रों में अल्पसंख्यकों और अन्य कम प्रतिनिधित्व वाले समुदायों के उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए प्रयास
० अल्पसंख्यक समुदायों के नियामक और विकास कार्यक्रमों की समग्र नीति, समन्वय, मूल्यांकन और समीक्षा के लिए अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय भी मौजूद है
० सरकार ने विभिन्न सुरक्षा और कानून प्रवर्तन एजेंसियों की सहायता और समन्वय के लिए गृह मंत्रालय में आतंकवाद विरोधी और कट्टरवाद विरोधी प्रभाग बनाया है
० भारत सरकार ने कई संगठनों को UAPA के तहत आतंकवादी संगठन के रूप में प्रतिबंधित किया है
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Tags: Home ministry, TerrorismFIRST PUBLISHED : July 19, 2022, 16:21 IST