100 मीटर तक टारगेट एक बार में 33 राउंड इंडियन आर्मी को मिली अस्मि पिस्टल
100 मीटर तक टारगेट एक बार में 33 राउंड इंडियन आर्मी को मिली अस्मि पिस्टल
Asmi Machine Pistols News: भारतीय सेना को अस्मि मशीन पिस्टल मिलने जा रही है. जो इस्तेमाल करने में इतनी आसान है कि अब जम्मू-कश्मीर से लेकर हर जगह दुश्मनों की खैर नहीं है. इस पिस्टल में एक बार मैगजीन लगाने पर 33 राउंड फायरिंग की जा सकती है. इस पिस्टल की और क्या है खूबी जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर...
नई दिल्ली. भारतीय सेना अपने आधुनिकीकरण के तहत स्वदेशी हथियारों को प्राथमिकता दे रही है और कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा हथियारों स्वदेशी कंपनियों से ही खरीदी जाएं. इसी कड़ी में 100 फीसदी स्वदेशी मशीन पिस्टल को भारतीय सेना में शामिल कर लिया गया है. इस मशीन पिस्टल का नाम ‘अस्मि’ (Asmi) है. ये मशीन पिस्टल भारतीय सेना के सर्विंग कर्नल प्रसाद बनसोड ने डीआरडीओ के साथ मिलकर डेवलप की है.
बताया जा रहा है कि हैदराबाद की लोकेश नाम की कंपनी इसका पिस्टल का प्रोडक्शन कर रही है. सेना में नॉर्दर्न कमांड में तैनात सैनिकों के लिए अभी 550 अस्मि मशीन पिस्टल की खरीद की है और डिलीवरी भी की जा चुकी है. इस मशीन पिस्टल की खास बात है कि ये क्लोज क्वाटर बैटल यानी की नजदीक की लड़ाई के लिए एक रोबर्सट, कॉम्पैक्ट और भरोसेमंद हथियार है. अस्मि भारत की पहली स्वदेशी 9 mm मशीन पिस्टल है. इससे भारतीय सेना में पैदल सैनिकों की यानी इंफ्रेंट्री की फायर पावर बढ़ाने को दी गई है. सेना के नॉर्दन कमांड ने आर्मी कमांडर की स्पेशल फाइनेंशियल पावर तहत 550 अस्मि पिस्टल खरीदी हैं.
अस्मि पिस्टल की खासियत
आतंकविरोधी ऑपरेशन के लिए इस तरह के हल्के और छोटे मशीन पिस्टल की बहुत जरूरत होती है. अगर इसके रेंज की बात करें तो यह 100 मीटर तक सटीक निशाना लगा सकती है और एक मैगजीन 33 गोलियां आती है. इसके ऊपर टेलिस्कोप, लेजर बीम, बाइनोक्यूलर आसानी से लगाया जा सकता है, जिससे ऑपरेशन में बड़ी आसानी होती है. खास बात यह है कि इस मशीन पिस्टल के लोडिंग स्विच दोनों तरफ है यानी लेफ्ट हैंडर हो या राइट हैंडर इस पिस्टल को चलाना दोनों के लिए आसान है.
पिस्टल की बट को फोल्ड किया जा सकता है, जिससे इसकी साइज छोटा हो जाता है. इस पिस्टल को आसानी से छिपाकर भी ले जाया जा सकता है और एक पिस्टल के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है. इतना ही नहीं सामान्य रायफल की तरह भी इसे कंधे पर टिकाकर फायर किया जा सकता है. नॉर्दर्न कमांड में अर्बन एरिया में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन को अंजाम दिया जाता है उसके लिए ये एक बेस्ट वेपन है.
Tags: Indian armyFIRST PUBLISHED : November 5, 2024, 19:02 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed