पीयूष बने ड्राइवर बगल की सीट पर तवाड़े 6 दिन में कैसे माने गोपाल शेट्टी
पीयूष बने ड्राइवर बगल की सीट पर तवाड़े 6 दिन में कैसे माने गोपाल शेट्टी
Maharashtra elections: महाराष्ट्र की बोरीवाली विधानसभा सीट बीजेपी का गढ़ है और गोपाल शेट्टी के निर्दलीय मैदान में उतरने के बाद यहां से पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई थी. 29 अक्टूबर को गोपाल शेट्टी के मैदान में उतरने के बाद से बीजेपी के बड़े-बड़े नेता गोपाल शेट्टी को मनाने में जुटे थे. पर पीयूष गोयल ने इसमें सबसे बड़ा रोल अदा किया है.
मुंबई. महाराष्ट्र चुनाव में नॉमिनेशन वापस लेने वाले दिन बीजेपी के लिए मुंबई के बोरीवली सीट से अच्छी खबर आई है. यहां से पार्टी के ही पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. गोपाल शेट्टी नॉमिनेशन वापस लेने पहुंचे तो उनके साथ पीयूष गोयल और विनोद तावड़े मौजूद थे. गोपाल शेट्टी ने बोरीवली सीट से टिकट न मिलने से नाराज होकर निर्दलीय नामांकन दाखिल किया था. आपको बता दें कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में जब पीयूष गोयल को यहां से उम्मीदवार बनाया गया था, तब गोपाल शेट्टी ने पीयूष गोयल के लिए अपना नाम वापस ले लिया था.
महाराष्ट्र चुनाव के लिए गोपाल शेट्टी ने 29 अक्टूबर को निर्दलीय नामांकन दाखिल किया था. इसके बाद से ही बीजेपी के बड़े-बड़े नेता गोपाल शेट्टी को मनाने पर जुट गए थे. बताया जा रहा है कि दिल्ली से नितिन गडकरी से लेकर देवेन्द्र फडणवीस समेत कई बड़े-बड़े नेताओं ने गोपाल शेट्टी से बातचीत की थी. इतना ही नहीं पीयूष गोयल खुद गोपाल शेट्टी के साथ चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे थे. इन दोनों के साथ विनोद तावड़े भी मौजूद थे. बीजेपी का गढ़ मानी जानी वाल बोरीवली सीट पर गोपाल शेट्टी के नामांकन वापस लेने के बाद से यहां पार्टी की स्थिति मजबूत मानी जा रही है. गोपाल शेट्टी को को चुनाव आयोग के दफ्तर तक लाने तक पीयूष गोयल की ड्राइवर वाली भूमिका में नजर आए.
क्या बोले गोपाल शेट्टी?
नामांकन वापस लेने के बाद गोपाल शेट्टी ने कहा कि मुझे जिस मुद्दे पर बात करनी थी, वो कर दी है. अब कोई बात नहीं है, मैंने अपना नामांकन वापस ले लिया है. उन्होंने कहा कि मुझे दिल्ली से नितिन गडकरी जी का फोन आया, फिर देवेंद्र जी से भी मेरी बात हुई और भी बीजेपी के बड़े नेताओं ने मुझ से बात की. इसके बाद मैंने सोचा कि मैं 25 साल तक तो काम नहीं कर पाऊंगा, मेरी उम्र भी हो गई है. शेट्टी ने कहा कि मेरे लिए पार्टी पहले थी और रहेगी.
लोकसभा का भी कट गया था टिकट
बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में टिकट कटने के बाद गोपाल शेट्टी को उम्मीद थी कि विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट मिल सकता है. गोपाल शेट्टी इसी क्षेत्र से दो बार सांसद और दो बार विधायक रह चुके हैं. जब भाजपा ने आगामी चुनाव के लिए संजय उपाध्याय को टिकट देने का फैसला किया, तो उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल करने का फैसला किया. हालांकि, भाजपा नेता विनोद तावड़े से मुलाकात के बाद उन्होंने आखिरकार अपना नामांकन वापस लेने की घोषणा कर दी है.
पिछले दो लोकसभा चुनाव 4 लाख वोटों से जीते थे
गोपाल शेट्टी ने साल 2014 और 2019 में मुंबई उत्तर लोकसभा सीट से चार लाख से अधिक के अंतर से जीत हासिल की, लेकिन 2024 के आम चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दिया गया. यह सीट भाजपा के वरिष्ठ नेता पीयूष गोयल ने जीती, जो अब केंद्रीय मंत्री हैं. मुंबई उत्तर क्षेत्र के दिग्गज शेट्टी साल 2004 और 2009 में बोरीवली से विधायक थे. वे कई वर्षों तक इस क्षेत्र से पार्षद भी रहे. अंधेरी ईस्ट विधानसभा से भाजपा की एक और बागी उम्मीदवार स्वेच्छा शर्मा ने भी अपना नामांकन वापस लेने की घोषणा की.
इस बीच, सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए), जिसमें शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (शरद पवार गुट) और कांग्रेस शामिल हैं, दोनों ने राज्य की 288 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले चुनावों की तैयारियां तेज कर दी हैं. सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल हैं. अगले महाराष्ट्र चुनाव 2024 में, महाराष्ट्र की बारामती सीट पर एक बार फिर पारिवारिक लड़ाई देखने को मिलेगी, क्योंकि एनसीपी नेता अजीत पवार का सामना अपने भतीजे युगेंद्र पवार से होगा.
वह अजीत पवार के छोटे भाई श्रीनिवास पवार के बेटे हैं. सुनेत्रा पवार और सुप्रिया सुले ने पहले 2024 के लोकसभा चुनावों में बारामती में मुकाबला किया था. सुप्रिया सुले ने प्रतियोगिता 1.5 लाख वोटों से जीती थी. महाराष्ट्र चुनाव 2024 20 नवंबर को एक चरण में होंगे और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी.
Tags: Maharashtra big news, Maharashtra election 2024FIRST PUBLISHED : November 4, 2024, 14:52 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed