बिहार के ये IPS खुद हुए साइबर फ्रॉड के शिकार तो लोगों को दिए बचाव के खास टिप्स
बिहार के ये IPS खुद हुए साइबर फ्रॉड के शिकार तो लोगों को दिए बचाव के खास टिप्स
Chhapra News: हाल ही में सारण के एसपी कुमार आशीष का फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाकर कई लोगों से पैसा ठगने की कोशिश का मामला सामने आया था. एसपी ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों से अपील की किसी भी तरह से ठगी के शिकार ना हो और अब कुमार आशीष ने सोशल मीडिया इस्तेमाल करने वाले लोगों को साइबर फ्रॉड से बचाव के टिप्स दिए हैं जो सबके बड़े काम का है.
छपरा. सारण जिले के एसपी कुमार आशीष जब साइबर फ्रॉड के शिकार हुए तो उन्होंने लोगों को सतर्क करने के लिए कई टिप्स दिये हैं. उन्होंने इसको लेकर उन्होंने कहा, पिछले कुछ दिनों से अधिकारियों या चर्चित व्यक्तियों का फर्जी फेसबुक प्रोफाइल और अन्य सोशल मीडिया हैंडल्स पर फेक आईडी बनाकर पैसा ऐंठने का काम जोरों पर चल रहा है. फेसबुक पर Fake (नकली) ID बनाकर आमतौर पर पहले नये फ्रेण्ड्स बनाये जाते हैं और फिर पैसों की मांग की जाती है. खासकर महत्वपूर्ण लोगों के नाम पर इस तरह की जालसाजी की जाती है. विगत दिनों पता चला है मेरे नाम और फोटो का भी दुष्प्रयोग करते हुए फेक फेसबुक आईडी बनाकर लोगों से पुराने फर्नीचर खरीदने के नाम पर पैसे मांगे जा रहे हैं इससे अत्यंत सावधान रहने की जरूरत है.
ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए आवश्यक सलाह : सभी अपने फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया अकाउंट में फ्रेंड लिस्ट, फोटो-विडियो और बायो डाटा को प्राइवेट रखें. ऐसा करने से अनजान व्यक्ति आपकी प्रोफ़ाइल देख कर उससे मिलती-जुलती फेक प्रोफ़ाइल नहीं बना पाएगा. किसी भी नए फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले, भेजने वाले की प्रोफ़ाइल को अच्छी तरह जांच लें. यदि व्यक्ति कोई चर्चित चेहरा है तो बहुत संभव है की उसकी फोटो विडियो को लगाकर कोई जालसाज़ फेक प्रोफाइल बना कर आपसे ठगी की कोशिश कर रहा है.
एसपी कुमार आशीष ने आगे बताया, हमेशा ये याद रखें की चर्चित व्यक्ति के पास इतना समय नहीं है कि वो नया प्रोफाइल बनाये, अपने हजारों फ्रेंड और फोलोवेर्स में चुन कर आपको फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजे, मोबाइल नम्बर मांग कर छद्म तरीके से आपसे बात करे और उसमें किसी CRPF/ARMY के दोस्त का जिक्र करके उसके पुराने फर्नीचर अपनी गारंटी पर आपको बेचे. ये सोचना भी हास्यास्पद होगा; फिर भी कई काबिल लोग बेवकूफ बन ही जाते हैं. अक्सर ऐसी वारदातें सामने आती है. पुन:, अगर प्रोफ़ाइल नई बनी हुई है या उसपर ज्यादा एक्टिविटी नहीं है, तो शायद वह फेक (जाली) है. अगर प्रोफाइल से मोबाइल नम्बर या पैसे मांगने वाले मेसेज आ रहे हैं, तो निश्चय ही वह फेक है. डायरेक्ट उस व्यक्ति के नम्बर से कॉल ना होकर विभिन्न मेसेन्जर्स से फोन आ सकते हैं. यह फेक आईडी का सबसे बड़ा प्रमाण है.
सबसे आसान उपाय है कि पैसा मांगने वाले को फोन से Video Call करने को कहिए. Video Call से सच्चाई का पता चल जायेगा. Video Call सबसे कारगर तरीका है जिससे सही अथवा गलत की पहचान हो सकती है. वो समझ जायेगा कि यह व्यक्ति सतर्क और समझदार है. पैसे का रिक्वेस्ट आदि आम तौर पर व्यक्तिगत रूप से मिलकर या डायरेक्ट फोन पर होता है. आप आवाज इत्यादि भी पहचान सकते हैं. बिना पूरी तहकीकात के किसी को भी एक पैसा न दें. वीडियो कॉल व्यक्ति की सत्यता को जानने का सबसे अच्छा तरीका है. फेसबुक पर फोन नम्बर मांगना, किसी प्रकार/चीज के खरीद-फरोख्त की बात करना या पैसे का रिक्वेस्ट आने का मतलब है कि कोई आपके भोलेपन का नाजायज फायदा उठाकर आपको ठगना चाह रहा है, इससे बचें. सावधानी ही बचाव है.
सारण एसपी ने बताया कि- कोई भी चर्चित अधिकारी या व्यक्ति आपसे फेसबुक या किसी अन्य जरिये से किसी से न कोई फोन नम्बर मांगता है, न फर्नीचर इत्यादि बेचने या दिलवाने की बात करेगा और ना ही ऐसे किसी प्रकार से रूपये के लेन-देन की बात करेगा. बिना उनके आधिकारिक नम्बर पर बात के या वीडियो कॉल के किसी पर विश्वास मत कीजिए. जागरूकता और सावधानी रहना बहुत जरुरी है. हमें विश्वास है, इस सुझाव से आपकी सतर्कता बढ़ेगी और आप सही समय पर सही फैसला ले सकेंगे.
साथ ही अपील भी है की मेरे पहचान या फ्रेंड लिस्ट के जितने लोग ऐसे किन्ही फेक प्रोफाइल्स/ एकाउण्ट्स में फर्जी फ्रेंड्स लिस्ट में भूलवश ज्वाइन कर लिये हैं, वो सभी तुरंत ऐसे एकाउंट्स को फेसबुक या सम्बंधित सोशल मीडिया एडमिन को रिपोर्ट करवाएं, स्वयं Unfriend और ब्लाक करें और अन्य लोगों को भी सतर्क कर दें ताकि कोई इस ठगी के दलदल में ना फंसे. हमारी विशेष टीम इनपर कार्रवाई कर रही है, जल्द ही ऐसे सभी लोग सलाखों के पीछे होंगे
FIRST PUBLISHED : November 16, 2024, 15:16 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed