केदारनाथ-हेमकुंड साहिब का सफर होगा आसान रोपवे का शिलान्यास करेंगे पीएम
केदारनाथ-हेमकुंड साहिब का सफर होगा आसान रोपवे का शिलान्यास करेंगे पीएम
Kedarnath Ropeway. 5 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री ने अपनी केदारनाथ यात्रा के दौरान इन दोनों रोपवे की घोषणा की थी. दोनों रोपवे की क्लीयरेंस में नेशनल पार्क का एरिया समेत कई अड़चनें थीं. इन्हें अब दूर कर लिया गया है. 21-22 अक्टूबर को अपने केदारनाथ और बद्रीनाथ यात्रा के दौरान पीएम इन दोनों रोपवे का शिलान्यास कर सकते हैं. लगभग 985 करोड़ की लागत से बनने वाले केदारनाथ रोपवे में गौरीकुंड, चिरबासा, लिंनचोली, केदारनाथ चार स्टेशन बनेंगे. ठीक इसी तरह हेमकुंड साहिब रोपवे में कुल 7 स्टेशन बनेंगे. इस रोपवे के निर्माण में करीब 764 करोड़ के खर्च का अनुमान है. यह प्रोजेक्ट भी 3 साल में बनकर तैयार हो जाएगा.
देहरादून. चार धामों में प्रसिद्ध केदारनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है. अब श्रद्धालुओं के लिए केदारनाथ जाना सरल होने वाला है. पीएम मोदी 21 और 22 अक्टूबर केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम जा रहे हैं. वहां पर वो केदारनाथ रोपवे और हेमकुंड रोपवे का शिलान्यास कर सकते हैं. केंद्र सरकार ने करीब 9 किलोमीटर लंबे रोपवे की मंजूरी दे दी है. काम शुरू होने के बाद यह रोपवे 36 महीनों में बनकर तैयार हो जाएगा.
केदारनाथ के लिए अभी गौरीकुंड तक सड़क से जाते हैं. उसके बाद 16 किलोमीटर की लंबी 11 हजार 700 फीट ऊंची चढ़ाई पैदल ही चढ़नी पड़ती है. इसमें लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. हालांकि केदारनाथ जाने के लिए हवाई सुविधा भी उपलब्ध है, लेकिन सीमित मात्रा में होने और महंगाई के कारण हर श्रद्धालु हवाई यात्रा नहीं कर पाता. पैदल रास्ते पर घोड़े (खच्चर) की सुविधा भी उपलब्ध है.
12 घंटे का सफर सिर्फ 54 मिनिट में
ठीक इसी तरह सिखों के पवित्र स्थल हेमकुंड साहिब के लिए भी रोपवे को हरी झंडी मिल गई है. करीब 12 किलोमीटर लंबे इस रोपवे के बनने से सड़क मार्ग के बाद हेमकुंड साहिब का सफर सिर्फ 54 मिनट में तय किया जा सकेगा. अभी पुलना तक यात्री सड़क मार्ग से जाते हैं. इसके बाद हेमकुंड साहिब तक पैदल ट्रैक है. यात्रियों को पैदल हेमकुंड साहिब पहुंचने में 10 से 12 घंटे लग जाते हैं.
3 साल में बनकर तैयार होंगे
5 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री ने अपनी केदारनाथ यात्रा के दौरान इन दोनों रोपवे की घोषणा की थी. दोनों रोपवे की क्लीयरेंस में नेशनल पार्क का एरिया समेत कई अड़चनें थीं. इन्हें अब दूर कर लिया गया है. 21-22 अक्टूबर को अपने केदारनाथ और बद्रीनाथ यात्रा के दौरान पीएम इन दोनों रोपवे का शिलान्यास कर सकते हैं. लगभग 985 करोड़ की लागत से बनने वाले केदारनाथ रोपवे में गौरीकुंड, चिरबासा, लिंनचोली, केदारनाथ चार स्टेशन बनेंगे. ठीक इसी तरह हेमकुंड साहिब रोपवे में कुल 7 स्टेशन बनेंगे. इस रोपवे के निर्माण में करीब 764 करोड़ के खर्च का अनुमान है. यह प्रोजेक्ट भी 3 साल में बनकर तैयार हो जाएगा.
सरकार की 39 रोपवे लगाने की योजना
इन दोनों रोपवे के बनने से उत्तराखंड में पर्यटन और तीर्थाटन को नए पंख लग सकते हैं. दोनों धामों में आवाजाही सुगम हो जाने के कारण यहां लाखों श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. इससे स्थानीय लोगों को रोजगार तो मिलेगा ही साथ ही राज्य की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी. सिर्फ केदारनाथ और हेमकुंड साहिब ही नहीं बल्कि उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में भविष्य में ऐसे 39 रोप वे लगाने की सरकारी योजना है. इसमें सबसे अधिक सात रोपवे अल्मोड़ा और पांच रोपवे उत्तरकाशी जिले में बनाने की योजना है. यदि योजना के अनुरूप काम होता है तो उत्तराखंड भविष्य में रोपवे प्रदेश के रूप में भी जाना जा सकता है.
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Tags: Char Dham Yatra, Hemkund Sahib Yatra, Kedarnath Dham, Kedarnath Temple, Kedarnath yatra, Pm modi laterst news, Uttrakhand ki newsFIRST PUBLISHED : October 20, 2022, 17:32 IST