बैकॉक पहुंचते ही नर्क बन गई युवक की जिंदगी टॉर्चर जान नम हो जाएंगी आंखें

Dehradun News : देहरादून का विधान गौतम अपने दोस्तों के साथ बैकॉक में नौकरी के लिए घर से निकला था. घर से निकलते समय दोस्तों के साथ ग्रुप फोटो भी खिंचवाया था. बैकॉक पहुंचते ही विधान की जिंदगी नर्क बन गई. अब परिजन पुलिस से युवक को वापस लाने की गुहार लगा रहे हैं. आइये जानते हैं पूरा मामला..

बैकॉक पहुंचते ही नर्क बन गई युवक की जिंदगी टॉर्चर जान नम हो जाएंगी आंखें
देहरादून. देहरादून का विधान गौतम रायवाला का रहने वाला है. 21 मई को बैंकाक के लिए निकला था. साथ में अन्य कुछ और युवा भी थे. विधान को बताया गया था कि उसकी जॉब कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में होगी. जैसे ही वह अपने कुछ साथियों के साथ बैकॉक पंहुचा तो वहां से कुछ लोगों ने इनको म्यांमार भेज दिया, जहां इनसे साइबर फ्रॉड के लिए कॉलिंग और अन्य काम करने को मजबूर किया गया. जिसने काम किया वो ठीक और जिसने नहीं किया तो उनके साथ मारपीट शुरू कर दी. जब परिवार को इस बारे में पता चला तो उनके होश उड़ गए. गौतम की बहन कहती है कि उनके ग्रुप में एक लड़का है. उसके मोबाइल पर एक व्हाट्सअप ग्रुप बना है जिसके जरिये भाई से कभी-कभी बातचीत होती है. भाई ने बताया कि उत्तराखंड के ही करीब 50 से ज्यादा युवा है जो इन साइबर फ्रॉड के चंगुल में फंसे हैं. साइबर अपराधी टेलीग्राम और अन्य माध्यम के जरिये फ्रॉड के लिए कहते हैं, जिनको हर दिन का टारगेट भी दिया जाता है. गुफा के अंदर से आती थी घंटी की आवाज! कीर्तन के बीच अचानक हुई अजीब हरकत, मंजर देख कांप गए लोग विधान के माता-पिता का कहना है कि उनके बेटे के साथ कई दिनों तक टॉर्चर किया गया. उसके दोस्तों के साथ मारपीट भी की गई. कई दिनों तक उनको खाना भी नहीं दिया गया.. बेटे की सलामती के लिए उनसे 5 हजार डॉलर भी मांगे, जो अलग अलग तरीके से उन्होंने भेजे हैं. ये सभी पैसे क्रिप्टो करंसी के जरिये भेजे गए हैं. जिन परिजनों ने नहीं भेजे उनके साथ जमकर मारपीट भी की गई. परिजनों का कहना है कि कैसे भी सरकार इस तरफ भी ध्यान दें और उनके बच्चों को सकुशल वापस लाए. गश्त पर थी RPF, अचानक रेलवे स्टेशन पर दिखीं 15 लड़कियां, पास जाकर की पूछताछ, सामने आया चौंकाने वाला सच वहीं मामले में एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल का कहना है कि साइबर फ्रॉड के लिए प्रदेश से बड़ी संख्या में नौजवानों की तस्करी की जा रही है. नौकरी दिलाने का झांसा देकर नौजवानों का बैकॉक का वीजा बनाया जा रहा है, जहां से उन्हें अवैध तरीके से म्यांमार ले जाया जा रहा है, जहां बंधक बनाकर साइबर ठगी की जा रही है.. उत्तराखंड एसटीएफ के पास ऐसे सात मामले सामने आ चुके हैं. इन नौजवानों को स्वदेश लाने के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने भारत की एंबेसी से संपर्क किया है. साइबर ठग अपने एजेंटों के माध्यम से नौजवानों को म्यांमार बुला रहे हैं, जहां डरा धमकाकर उनसे साइबर ठगी करवाई जा रही है. यह नौजवान म्यांमार में बैठकर उत्तराखंड के लोगों के साथ ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. जांच में कुछ प्लेसमेंट एजेंसियों की भूमिका सामने आई है, जिनपर कार्रवाई शुरू हो गई है. Tags: Cyber Fraud, Dehradun news, Uttarakhand newsFIRST PUBLISHED : July 31, 2024, 20:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed