Dehradun: टीबी उन्मूलन के लिए देहरादून लड़ रहा जंग मरीजों की ढाल बन रहे निक्षय मित्र

Tuberculosis-TB: टीबी से लड़ रहे मरीजों को आर्थिक मदद देने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से निक्षय पोषण योजना चलाई जा रही है. वहीं देहरादून में अब तक करीब 548 निक्षय मित्रों ने 1014 लोगों को गोद लिया है और वह उनकी टीबी से जंग लड़ने में मदद कर रहे हैं.

Dehradun: टीबी उन्मूलन के लिए देहरादून लड़ रहा जंग मरीजों की ढाल बन रहे निक्षय मित्र
रिपोर्ट- हिना आज़मी देहरादून. देश में टीबी उन्मूलन के लिए उत्तराखंड सहित सभी राज्यों में ‘प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान’ चल रहा है. इस अभियान को सफल बनाने की दिशा में उत्तराखंड दूसरे नंबर पर है. जबकि पहले स्थान पर उत्तर प्रदेश है. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में टीबी मरीजों का मुफ्त इलाज किया जाता है और निक्षय मित्र मरीजों का खास ख्याल रखते हैं. देहरादून के सीनियर डीटीओ मनोज वर्मा ने जानकारी दी कि वैसे तो पहले से ही टीबी से लड़ने के लिए सरकारी अस्पतालों में मरीज मुफ्त में इलाज करवा रहे हैं, लेकिन मरीजों को रिकवर होने के लिए न सिर्फ दवाइयों की जरूरत होती है बल्कि जरूरी न्यूट्रिशन की भी आवश्यकता होती है, जो निम्न वर्ग के लोगों को आर्थिक तंगी के चलते नहीं मिल पाता है. ऐसे में हम सभी लोगों ने टीबी के खिलाफ अभियान छेड़ा है जिसमें जांचें बढ़ाई गई हैं. वहीं निक्षय मित्र भी काम कर रहे हैं. आपके शहर से (देहरादून) उत्तराखंड उत्तर प्रदेश बिहार मध्य प्रदेश राजस्थान हरियाणा झारखंड छत्तीसगढ़ हिमाचल प्रदेश महाराष्ट्र पंजाब देहरादून ऋषिकेश देहरादून चमोली नैनीताल पिथौरागढ़ पौड़ी गढ़वाल बागेश्वर रुद्रप्रयाग चम्पावत टिहरी गढ़वाल हरिद्वार अल्मोड़ा उत्तरकाशी ऊधमसिंह नगर हल्द्वानी मंत्रियों को टेंशन! गुजरात-हिमाचल चुनाव परिणाम के बाद धामी कैबिनेट का हो सकता है Expansion कल एमपी में प्रवेश कर रही है राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा, प्रियंका भी 4 दिन रहेंगी साथ उत्तराखंड हाई कोर्ट का बड़ा आदेश, विधानसभा के बर्खास्त कर्मचारी नहीं होंगे बहाल उत्तराखंड में 'दायित्व की दवा' से 'अंतरकलह की कोढ़' दूरी करेगी बीजेपी, 4 दर्जन नेताओं की लिस्ट तैयार उत्तराखंड में 36 पुल असुरक्षित, मोरबी जैसे हादसे से बचने के लिए बनेगा ब्रिज बैंक उत्तराखंड: 31 मार्च, 2023 के बाद इन शहरों से आउट होंगे डीजल वाले ऑटो-विक्रम, जानें वजह उत्तराखंड: इलाज के बहाने 40 से अधिक लोगों का करवाया जा रहा था धर्मांतरण, केस दर्ज, जानें पूरा मामला 'मंदी' के दौर में उत्तराखंड का शराब बिजनेस, ऑफर्स से लेकर ओवर रेटिंग तक हर हथकंडे अपना रहे कारोबारी उत्तराखंड बोर्ड EXAM में कितने परीक्षार्थी, कितने परीक्षा केंद्र? यहां जानें सबकुछ Bharat Jodo Yatra : ओंकारेश्वर में दिखी राहुल-प्रियंका की शिव भक्ति, नर्मदा को चढ़ाई चुनरी, PHOTOS उत्तराखंडियों का असली रहनुमा कौन? दिल्ली एमसीडी चुनाव में टिकट वितरण पर उत्तराखंड में सियासत उत्तराखंड उत्तर प्रदेश बिहार मध्य प्रदेश राजस्थान हरियाणा झारखंड छत्तीसगढ़ हिमाचल प्रदेश महाराष्ट्र पंजाब देहरादून ऋषिकेश देहरादून चमोली नैनीताल पिथौरागढ़ पौड़ी गढ़वाल बागेश्वर रुद्रप्रयाग चम्पावत टिहरी गढ़वाल हरिद्वार अल्मोड़ा उत्तरकाशी ऊधमसिंह नगर हल्द्वानी मनोज वर्मा ने बताया कि समाज के अलग-अलग हिस्सों से लोग सामाजिक सेवा के भाव से इस अभियान में जुड़ रहे हैं, जिनमें कई अधिकारी भी शामिल हैं. उन्होंने जानकारी दी कि निक्षय मित्र मरीजों को प्रति माह राशन किट प्रदान करते हैं. इसके अलावा वे मानसिक तौर पर भी उन्हें मजबूत करते हैं. निक्षय मित्रों ने 1014 लोगों को लिया गोद मनोज वर्मा ने जानकारी दी कि अब तक करीब 548 निक्षय मित्रों ने 1014 लोगों को गोद लिया है और वह उनकी टीबी से जंग लड़ने में मदद कर रहे हैं. इसके अलावा जिले भर में 21 बलगम जांच केंद्र हैं और सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त टीबी का इलाज उपलब्ध है. निक्षय पोषण योजना भी करती है आर्थिक मदद टीबी से लड़ रहे मरीजों को आर्थिक मदद देने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से निक्षय पोषण योजना चलाई जा रही है. इसके तहत मरीज ऑनलाइन पंजीकरण करवाकर 500 रुपये प्रतिमाह आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकता है. निक्षय पोषण योजना की आधिकारिक वेबसाइट www.nikshay.in पर जाकर इसके लिए आवेदन किया जा सकता है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Dehradun news, Uttarakhand news, World Tuberculosis DayFIRST PUBLISHED : November 26, 2022, 13:14 IST