झारखंड-छत्तीसगढ़ समेत 6 राज्यों के आदिवासी युवा जान रहे उत्तराखंड की संस्कृति जानें क्या है मकसद
झारखंड-छत्तीसगढ़ समेत 6 राज्यों के आदिवासी युवा जान रहे उत्तराखंड की संस्कृति जानें क्या है मकसद
Dehradun News: केंद्र सरकार आदिवासी और पिछड़े वर्ग के बच्चों के लिए आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम आयोजित कर आदिवासी वर्ग के उत्थान के प्रयास कर रही है. इसी कड़ी में देहरादून में झारखंड, छत्तीसगढ़ समेत 6 राज्यों के आदिवासी बच्चे और युवा उत्तराखंड की संस्कृति से रूबरू हो रहे हैं.
रिपोर्ट- हिना आजमी
देहरादून. भारत देश आज भले ही विकास की नई इबारतें लिख रहा है, लेकिन कई राज्यों में आदिवासी और पिछड़े वर्गों का विकास अब तक नहीं हो सका है. शहरों की चकाचौंध आज भी इनके लिए किस्से-कहानियों जैसी है. इस अंतर को पाटने के मकसद से झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और बिहार के आदिवासी और पिछड़े वर्ग से ताल्लुक रखने वाले बच्चों को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून (Dehradun News) लाया गया है. वहीं, शहर की सड़कें, इमारतें और विकास की चमक-दमक देख बच्चे दंग रह गए.
केंद्र सरकार आदिवासी और पिछड़े वर्ग के बच्चों के लिए आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम आयोजित कर आदिवासी वर्ग के उत्थान के प्रयास कर रही है. इसी कड़ी में देहरादून में आयोजित 13वें आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के अंतर्गत झारखंड, छत्तीसगढ़ समेत 6 राज्यों के आदिवासी बच्चों और युवाओं को उत्तराखंड लाया गया है. देहरादून में लगातार कई गतिविधियां और कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें ये छात्र प्रतिभाग कर रहे हैं.
उत्तराखंड की संस्कृति के साथ खानपान ने जीता दिल
उत्तराखंड की संस्कृति और जीवन शैली से रूबरू कराने के लिए इन्हें जगह-जगह की सैर करवाई जा रही है. नक्सलवाद जैसी कठोर परिस्थिति से निपटने और विकास की तरफ कदम बढ़ाने के लिए ये बच्चे भी जोशीले अंदाज में नजर आ रहे हैं. वहीं, देहरादून पहुंचकर बच्चे बेहद खुश नजर आए. छत्तीसगढ़ निवासी करिश्मा मुर्मू ने कहा कि वह पहली बार कहीं निकली हैं. उन्हें यहां बहुत अच्छा लग रहा है. यहां की सड़कें बहुत बड़ी हैं. उनके गांव में ऐसी सड़क नहीं है.
झारखंड की सुनीता हेम्ब्रम ने कही ये बात
वहीं, झारखंड की सुनीता हेम्ब्रम ने कहा कि उनका गांव नक्सल प्रभावित इलाका है. वह पहली बार इतनी दूर आई हैं. उन्हें यहां आकर काफी अच्छा लग रहा है. जबकि नेहरू युवा केंद्र संगठन की जिलाध्यक्ष मुन्नी टोलिया ने बताया कि सभी बच्चे बहुत उत्सुक नजर आ रहे हैं. उत्तराखंड की संस्कृति और खानपान इनके लिए बहुत अलग है. गृह मंत्रालय के इस कार्यक्रम का मकसद राज्यों की संस्कृति का आदान-प्रदान करना है.
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Tags: Dehradun Latest News, Dehradun news, TribalFIRST PUBLISHED : July 04, 2022, 17:12 IST