नोएडा पुलिस का शानदार प्रयास खाकी से बनेगी खादी!

नोएडा पुलिस लाइन में 25 सोलर चरखे लगाए हैं और 15 दिन का प्रशिक्षण शिविर भी लगाया गया था ताकि महिलाओं को सूत कताई कैसे होती है सिखाया जा सके. इसके साथ ही सारे कच्चे माल की आपूर्ति और वहां तैयार सूत जिनसे बाद में कपड़ा बनता है वो भी खादी विभाग ही खरीदेगा.

नोएडा पुलिस का शानदार प्रयास खाकी से बनेगी खादी!
हाइलाइट्सनोएडा पुलिस और खादी विभाग के बीच हुआ अनुबंध योगी सरकार की अभिनव पहल से खुश है महिलाएं25 सोलर चरखे नोएडा पुलिस लाइन में लगाए हैं ममता त्रिपाठी  नोएडा. खादी वस्त्र नहीं विचार है… और योगी सरकार (Yogi Sarkar) इस विचार को पूरे प्रदेश में फैलाने का काम तेजी से कर रही है. यूपी की योगी सरकार खादी को रोजगार से जोड़कर परिवारों की आमदानी बढ़ाने पर काम कर रही है. खादी का नाम आते ही देश की आजादी और बापू का नाम सबसे पहले जेहन में आता है. खादी हमारी संस्कृति और संस्कारों से जुड़ी हुई है. कोविड की दूसरी लहर में जब सारा देश इस महामारी से जूझ रहा था और लोग अपने घरों से डर के मारे निकलते नहीं थे उस वक्त यूपी सरकार के खादी विभाग ने नोएडा पुलिस (Noida Police) लाइन में महिलाओं के स्वावलंबन और उन्हे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए सोलर चरखों की व्यवस्था की. खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव, नवनीत सहगल कहते हैं कि पुलिस कमिश्नर नोएडा आलोक सिंह के आग्रह पर विभाग ने 25 सोलर चरखे नोएडा पुलिस लाइन में लगाए हैं और 15 दिन का प्रशिक्षण शिविर भी लगाया गया था ताकि महिलाओं को सूत कताई कैसे होती है सिखाया जा सके. इसके साथ ही सारे कच्चे माल की आपूर्ति और वहां तैयार सूत जिनसे बाद में कपड़ा बनता है वो भी खादी विभाग ही खरीदेगा. इसके बाबत नोएडा पुलिस और खादी विभाग के बीच अनुबंध भी किया जा चुका है. एक किलो सूत पर 260 रुपये मिलते हैं नोएडा पुलिस लाइन में करीब 570 परिवार रहते हैं. उर्मिला के पति यूपी पुलिस में कांस्टेबल हैं, पति के काम पर चले जाने के बाद दिन में खाली समय काटना मुश्किल होता था. मगर अब पुलिस लाइन में लगे सोलर चरखे पर काम करती हैं और महीने में 8-10 हजार रुपये कमा लेती है. उर्मिला कहती हैं कि सूत कताई से मिलने वाली रकम से अपने खर्चे भी निकल जाते हैं साथ ही घर के कई कामों में भी सहयोग हो जाता है. आपको बता दें कि यहां हर किलो के आधार पर महिलाओं को मेहनताना मिलता है. एक किलो सूत पर 260 रुपये हर महिला को मिलते हैं. हर महिला करीब 28-30 किलो सूत हर महीने बनाती है. हर माह 6-8 हजार रुपये कमा लेती है एक महिला नोएडा पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह की पत्नी और यूपी पुलिस फैमिली वेलफेयर एसोसिएशन वामा सारथी नोएडा की अध्यक्ष आकांक्षा सिंह इस पूरे प्रोजेक्ट पर नजर रखती हैं कि किसी महिला को दिक्कत ना हो, बेहतर समन्वय बना रहे. कई महिलाएं जो यहां काम करने आती थीं उनके बच्चों के लिए चाइल्ड क्रेच की व्यवस्था भी की गई है जो हर वक्त कैमरे की नजर में रहता है. ताकि महिलाएं यहां अपने बच्चों को छोड़कर मन लगाकर काम कर सकें. वामा सारथी की पहल पर नोएडा पुलिस लाइन में सैनेटरी नैपकिन बनाने की मशीन भी लगी है जिसमें 3000 सैनेटरी पैकेट एक महीने में बनते हैं. हर पैकेट में 6 पीस सैनेटरी पैड होते हैं. ज्यादातर पैकेट अस्पतालों में सप्लाई हो जाते हैं. इसको बनाने से जुड़ी महिलाओं को भी 6-8 हजार रुपये महीने के मिल जाते हैं. स्वरोजगार से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास आकांक्षा सिंह कहती हैं कि ये पहल एक कोशिश है व्यक्तिगत कला को उभारने के साथ ही स्वरोजगार से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की. प्रदेश सरकार भी महिलाओं को लेकर काफी सजग है, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भी कई बार कह चुके हैं कि हर किसी को अपने स्तर पर आगे बढ़कर प्रदेश के हित के लिए सोचना चाहिए. इसी विचार के साथ मिशन सोलर चरखे की शुरुआत की गई थी जो आज एक बड़ा रूप लेने जा रही है. पिछले नौ महीनों में 25 सोलर चरखों के जरिए 2219 किलो सूत का उत्पादन किया गया है जिससे यहां की महिलाओं को 5.86 लाख रुपये की धनराशि वेतन के रूप में मिल चुकी है जो कि घरेलू महिलाओं के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. सूत से कपड़ा भी होगा तैयार नोएडा पुलिस कमिश्नर नोएडा कहते हैं कि देश इस साल आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. सोलर चरखे का रिजल्ट देखने के बाद अब खादी विभाग पुलिस लाइन में खादी के चार लूम लगाने जा रहा है जिससे यहां बने सूत से ही कपड़ा भी तैयार हो पाएगा. इसके लिए 17.50 लाख रुपये बजट स्वीकृत भी हो चुका है. आलोक सिंह ने कहा, “नोएडा उत्तर प्रदेश का पहला शहर होगा जहां खादी से खाकी बनेगी. हमारी कोशिश रहेगी कि यहां से तैयार होने वाले खादी से ही पुलिस की वर्दी भी तैयार हो.” उत्तर प्रदेश सरकार वैसे भी महिलाओं को लेकर काफी संवेदनशील है, साथ ही योगी 2.0 में महिलाओं को सशक्त और आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने पर काफी जोर दिया जा रहा है. नोएडा पुलिस लाइन में चल रहे खादी के इस प्रोग्राम के जरिए खाकी और खादी एक ही प्लेटफार्म पर आ गए हैं, खादी लूम लग जाने से पुलिस परिवार की और भी महिलाओं को रोजगार मिलेगा और अच्छी आमदनी भी होगी. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Khadi, Noida Police, Yogi SarkarFIRST PUBLISHED : July 29, 2022, 18:22 IST