आपने-हमने कांग्रेस सुधार का बैनर उठाया था विद्रोह का नहीं गुलाम नबी पर संदीप दीक्ष‍ित का न‍िशाना

Ghulam Nabi Azad Resign: गुलाम नबी आजाद के इस्‍तीफा देने के बाद कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं. इस मामले पर वो कांग्रेस के उन द‍िग्‍गज नेताओं के न‍िशाने पर भी आ गए हैं जोक‍ि जी-23 के मैंबर भी हैं. कांग्रेस के वर‍िष्‍ठ नेता और जी-23 में शामिल रहे संदीप दीक्षित (Sandeep Dikshit) ने गुलाम नबी आजाद को उनके इस्‍तीफ देने पर एक पत्र लिखा है और कहा है क‍ि हमने पार्टी के भीतर सुधार का बैनर उठाया था, विद्रोह का नहीं.

आपने-हमने कांग्रेस सुधार का बैनर उठाया था विद्रोह का नहीं गुलाम नबी पर संदीप दीक्ष‍ित का न‍िशाना
नई द‍िल्‍ली. Ghulam Nabi Azad Resign: कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव से पहले कांग्रेस के वर‍िष्‍ठ नेता और जी-23 (Congress G 23) के सदस्‍य गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने के बाद स‍ियासी पारा चढ़ गया है. उनके इस्‍तीफा देने के बाद कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं. इस मामले पर वो कांग्रेस के उन द‍िग्‍गज नेताओं के न‍िशाने पर भी आ गए हैं जोक‍ि जी-23 के मैंबर भी हैं. कांग्रेस के वर‍िष्‍ठ नेता और जी-23 में शामिल रहे संदीप दीक्षित (Sandeep Dikshit) ने गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad Resign) को उनके इस्‍तीफ देने पर एक पत्र लिखा है और कहा है क‍ि हमने पार्टी के भीतर सुधार का बैनर उठाया था, विद्रोह का नहीं. संदीप दीक्ष‍ित ने गुलाम नबी आजाद को ल‍िखे पत्र में उनके इस्‍तीफा देने पर दु:ख जताया है ओर कहा क‍ि मेरे दिमाग में, हम और मैंने, पार्टी के भीतर सुधार का बैनर उठाया था, विद्रोह का नहीं. पत्र में कहा क‍ि उन्‍होंने उनके (गुलाम नबी आजाद) के सभी पदों और कांग्रेस पार्टी की सदस्‍यता से इस्‍तीफा देने की खबरें सुनी हैं. यह सब बेहद दु:खद है. उन्‍होंने कहा क‍ि जब वह उनके इस्‍तीफा के पत्र को पढ़ते हैं तो इसने मुझे एक निराशा दी और दुर्भाग्य से फिर विश्वासघात की भावना दी. गुलाम नबी पर पवन खेड़ा का पलटवार, बोले- बिना पद के सांस नहीं ले सकते, पहले अपने गिरेबान में झांककर देखें 2020 में चर्चा में आया था जी-23 समूह इस बीच देखा जाए तो गुलाम नबी आजाद ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर में पार्टी के अहम पद से भी इस्तीफा दिया था. खास बात यह है कि 2020 में ही उन्होंने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था, जिसमें संगठन स्तर पर बड़े बदलाव की मांग की गई थी. उस दौरान कांग्रेस के भीतर ही G-23 समूह चर्चा में आया था, जिसमें आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, कप‍िल स‍िब्‍बल, संदीप दीक्ष‍ित समेत कई और नेता भी शामिल थे. ये द‍िग्‍गज नेता भी कह चुके कांग्रेस को अलव‍िदा इतना ही नहीं, आजाद से एक दिन पहले ही कांग्रेस के युवा प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. उनसे पहले आनंद शर्मा ने हिमाचल प्रदेश की संचालन समिति छोड़ दी थी. हालांकि, 2022 में कांग्रेस से हार्दिक पटेल, सुनील जाखड़ समेत कई बड़े नेताओं ने कांग्रेस का साथ छोड़ द‍िया था. संदीप दीक्ष‍ित ने कहा क‍ि वह आपको (गुलाम नबी आजाद) को एक भारत के नागर‍िक के रूप में जानते हैं जोक‍ि एक कांग्रेस ह‍ितैषी, कार्यकर्ता और फ‍िर एक सांसद और अपने कार्य और क्षमता के ल‍िए सम्‍मान के ल‍िए जाने जाते हैं. जी-23 का सदस्‍य बनने वाले एक पत्र जोक‍ि आपने कांग्रेस अध्‍यक्षा सोन‍िया गांधी को ल‍िखा था, उस पर पूरी तरह से सहमत‍ि जताई थी और उस पर हस्‍ताक्षर क‍िए थे. मेरे अलावा अन्‍य सदस्‍यों ने सहमत‍ि जताई थी. लेक‍िन आज पत्र को पढ़कर के मुझे निराशा म‍िली है और दुर्भाग्य से फिर विश्वासघात की भावना महसूस हुई है. उन्‍होंने कहा क‍ि हमने पार्टी के भीतर सुधार का बैनर उठाया था, विद्रोह का नहीं. उन्‍होंने अंत में इस बात का भी ज‍िक्र क‍िया क‍ि भारतीय राष्‍ट्रीय कांग्रेस गुलाम नबी आजाद के ब‍िना बहुत कमजोर होगी. उन्‍होंने गुलाम नबी आजाद को जी-23 पत्र ल‍िखने का लेखक तो बताया लेकि‍न उनके इस्‍तीफे का लेखक कौन है, क‍िसने ल‍िखा है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Congress, Gulam Nabi Azad, Interim President Sonia Gandhi, Rahul gandhi, Sandeep DixitFIRST PUBLISHED : August 26, 2022, 15:36 IST