वकील से सीधे बने सुप्रीम कोर्ट के जज CJI भी बनेंगे कौन हैं जस्टिस विश्वनाथन

केवी विश्वनाथन जब दिल्ली आए तो यहां आरके पुरम में एक दोस्त के साथ किराए का कमरा लिया, जिसका रेंट ₹200 था. उनका कमरा मुरूगन टेंपल के करीब था और महालिंगम मेस में खाना खाते थे.

वकील से सीधे बने सुप्रीम कोर्ट के जज CJI भी बनेंगे कौन हैं जस्टिस विश्वनाथन
CJI डीवाई चंद्रचूड़ नवंबर 2024 में रिटायर हो जाएंगे. सुप्रीम कोर्ट की सीनियॉरिटी लिस्ट पर नजर डालें तो 2030 तक जो जज CJI बनने वाले हैं, उसमें जस्टिस केवी विश्वनाथन (KV Viswanathan) भी शामिल हैं. जस्टिस विश्वनाथन पिछले साल से ही वकील से सुप्रीम कोर्ट के जज बनाए गए थे. वह अगस्त 2030 में 58वें चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बनने की कतार में है. करीब 10 महीने CJI की कुर्सी पर रहेंगे और 25 मई 2031 को रिटायर होंगे. जस्टिस केवी विश्वनाथन का जीवन उतार-चढ़ाव भरा रहा है. किराए के कमरे से जूनियर एडवोकेट, फिर सीनियर एडवोकेट और सुप्रीम कोर्ट का जज बनने की कहानी दिलचस्प है. कौन हैं जस्टिस केवी विश्वनाथन? जस्टिस केवी विश्वनाथन मूल रूप से तमिलनाडु के पोलाची के रहने वाले हैं. उनका पूरा नाम कलापति वेंकटरमन विश्वनाथन (Kalpathy Venkataraman Viswanathan) है. 26 मई 1966 को जन्में जस्टिस विश्वनाथन की शुरुआती पढ़ाई लिखाई पोलाची के आरोकिया माता मैट्रिकुलेशन स्कूल, सैनिक स्कूल अमरावतीनगर और सेंट जोसेफ हायर सेकेंडरी स्कूल में हुई. इसके बाद कोयंबटूर लॉ कॉलेज आ गए. यहां फर्स्ट रैंक के साथ बीए-एलएलबी की डिग्री हासिल की. जस्टिस विश्वनाथन यहां 5 साल के लॉ कोर्स के पहले बैच के छात्र थे. किराये के कमरे से सीनियर एडवोकेट का सफर वकालत की पढ़ाई के बाद विश्वनाथन ने साल 1988 में बार काउंसिल ऑफ तमिलनाडु में एनरोलमेंट कराया और प्रैक्टिस शुरू कर दी. थोड़े दिनों बाद दिल्ली आ गए. यहां साउथ दिल्ली के आरके पुरम में एक दोस्त के साथ किराए का कमरा लिया, जिसका रेंट ₹200 था. एक इंटरव्यू में जस्टिस विश्वनाथन कहते हैं कि मेरा कमरा मुरूगन टेंपल के करीब था और महालिंगम मेस में खाना खाता था. बाद में वहां से मोहम्मद पुर गांव शिफ्ट हो गया और तीन लोगों के साथ रहने लगा. दिल्ली आने के बाद विश्वनाथन ने एडवोकेट सी.एस. वैद्यनाथन का चेंबर ज्वाइन कर लिया, जो देश के पूर्व एडिशनल सॉलिसिटर जनरल भी रह चुके हैं. 1990 तक उनके साथ दिल्ली हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट और तमाम ट्रिब्यूनल में काम किया. फिर नवंबर 1990 में सीनियर एडवोकेट और पूर्व अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल के साथ काम करने लगे. केवी विश्वनाथन को 28 अप्रैल 2009 को सीनियर एडवोकेट नियुक्त किया गया.  इसके बाद साल 2013 में एडिशनल सॉलिसिटर जनरल बने और मई 2014 तक इस पद पर रहे. जस्टिस विश्वनाथन नेशनल लीगल सर्विसेज अथॉरिटी और सुप्रीम कोर्ट लीगल सर्विसेज कमिटी के मेंबर भी रह चुके हैं. मई 2023 में बने सुप्रीम कोर्ट के जज सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम (Supreme Court Collegium) ने मई 2023 में जस्टिस केवी विश्वनाथन को बार से बेंच में लाने की सिफारिश की. यानि उन्हें वकील से जज बनाने का प्रस्ताव दिया. केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद केवी विश्वनाथन 19 मई 2023 को सुप्रीम कोर्ट के जज नियुक्त हुए. वह 10वें एडवोकेट हैं जिन्हें बार से सीधे सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया गया. पिता भी रहे हैं नामी वकील जस्टिस केवी विश्वनाथन तमिलनाडु के तीसरे शख्स होंगे, जो चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) की कुर्सी तक पहुंचेंगे. उनसे पहले जस्टिस एम. पतंजलि शास्त्री और जस्टिस पी. सतशिवम भी CJI रह चुके हैं. जस्टिस केवी विश्वनाथन के पिता केवी वेंकटरमन (KV Venkataraman) भी नामी वकील रह चुके हैं. किताबें पढ़ने के शौकीन जस्टिस केवी विश्वनाथन को किताबें पढ़ने का शौक है. खासकर नॉन फिक्शन किताबें उन्हें बहुत पसंद. खेलकूद में भी खासी दिलचस्पी है. परिवार के साथ मैच वगैरह देखना पसंद करते हैं. केवी विश्वनाथन दो बेटियां के पिता है. Tags: DY Chandrachud, Justice DY Chandrachud, Supreme Court, Supreme court of indiaFIRST PUBLISHED : June 2, 2024, 16:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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