कपड़े की तरह बदलता है सरकारी नौकरी अब तक इन विभागों में कर चुका है काम
कपड़े की तरह बदलता है सरकारी नौकरी अब तक इन विभागों में कर चुका है काम
Government Job: एक तरफ जहां लोगों को सालों मेहनत और कोचिंग के बाद भी एक नौकरी नहीं मिलती वहां एक चूड़ी व्यापारी के बेटे को एक के बाद एक नौकरी मिलती जाती है. वह अब तक आधा दर्जन नौकरियों में सफलता पा चुका है.
धीर राजपूत/फिरोजाबाद: सरकारी नौकरी हासिल करना हर युवा का सपना होता है और इसके लिए लोग सालों मेहनत करते हैं और कोचिंग करते हैं. इसके बाद भी कुछ ही लोगों को सरकारी नौकरी मिलती है. लेकिन फिरोजाबाद में चूड़ी का काम करने वाले एक व्यक्ति के बेटे के लिए सरकारी नौकरी कपड़े बदलने की तरह है. तीस साल का युवा सरकारी नौकरियों को इस तरह हासिल करके छोड़ देता है जैसे कोई खेल हो. इस युवा ने अब तक आधा दर्जन नौकरियां हासिल की है. खास बात यह है कि युवा ने जितनी भी सरकारी नौकरियां प्राप्त की और फिर उन्हें छोड़ दिया उन सभी नौकरियों को उसने बिना कोचिंग के हासिल किया था. अब उसका सेलेक्शन प्रवर्तन अधिकारी के रुप में हुआ है और पूरे घर में खुशी का मौहाल है.
इनकम टैक्स, ऑडिट ऑफिसर जैसी बड़ी नौकरियों को छोड़ चुका मनोज नाम का युवा अब यूपीपीसीएस की परीक्षा पास करना चाहता है.
फिरोजाबाद के चंद्रवार गेट के पास रहने वाले रामकिशोर गुप्ता के बेटे मनोज गुप्ता ने लोकल 18 से अपनी सफलता के बारे में बातचीत की. उसने कहा कि उसे इंफोर्समेंट ऑफीसर की नौकरी मिल गई है. लगभग एक सप्ताह पहले उसका इंटरव्यू हुआ था और रिजल्ट आने पर उसे सफलता मिली.
मनोज गुप्ता ने कहा कि उनके पिता और भाई चूड़ी का काम करते हैं लेकिन, उनका सपना कुछ और करने का था. इसके लिए मनोज ने 12वीं पास करते ही तैयारी शुरु कर दी थी. पिता ने बेटे को नोएडा बीटेक की तैयारी के लिए भेज दिया था. बीटेक के बाद एक कंपनी में उसने लाखों रुपए के पैकेज के साथ साढ़े चार साल नौकरी की, लेकिन नौकरी पसंद नहीं आई.
इन विभागों में की नौकरी
नौकरी के साथ ही मनोज ने एसएससी की तैयारी शुरु कर दी और 2017 में कस्टम डिपार्टमेंट में नौकरी मिल गई. इस नौकरी को भी दो साल तक किया. ये नौकरी भी पसंद नहीं आई तो फिर एसएससी के जरिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में नौकरी हासिल की. कुछ दिनों बाद इसे छोड़ दिया और फिर ऑडिट ऑफिसर की परीक्षा पास कर ली. इसके बाद यूपीएससी के जरिए इंफोर्समेंट ऑफीसर के लिए फार्म भरा और उसमें भी मनोज गुप्ता का चयन हो गया. इस तरह मनोज ने 6 सरकारी नौकरियां हासिल की. हालांकि, मनोज की इच्छा अभी भी पूरी नहीं हुई है और वह आगे भी यूपीपीसीएस की तैयारी जारी रखना चाहता है और बड़े अधिकारी की नौकरी हासिल करना चाहता है.
पिता को बेटे पर था विश्वास
मनोज के पिता रामकिशोर गुप्ता ने जानकारी देते हुए कहा कि उन्हें बेटे को लेकर शुरु से ही विश्वास था कि यह बड़ा होकर एक न एक दिन जरूर परिवार का नाम रोशन करेगा. उन्होनें कहा कि स्कूल में एक बार परीक्षा में एक नंबर कम आने से टीचर से सवाल करने पहुंच गया था. एक नंबर की वजह से दूसरा स्थान मिला था लेकिन मनोज को पूरा यकीन था कि उसने सब सही किया है. इसके बाद स्कूल को अपना निर्णय बदलना पड़ा था और इसे प्रथम स्थान दिया गया था. उसी समय टीचरों ने कहा था कि आपका बेटा एक दिन बड़ा अधिकारी बनेगा. उनके परिवार में पीढियों से चूड़ी का काम होता चला आ रहा है लेकिन रामकिशोर नहीं चाहते थे कि उनका बेटा भी यही काम करे. इसलिए उसे पढ़ने के लिए बाहर भेज दिया और आज उसने वाकई परिवार का नाम रोशन कर दिखाया है. मनोज के इन्फोर्समेंट ऑफिसर बनने पर परिवार में खुशी का माहौल है.
Tags: Local18FIRST PUBLISHED : June 22, 2024, 13:46 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed