रजत कुमार,इटावा, उत्तर प्रदेश: भारी बरसात ने इटावा जिले में लोगों के लिए गंभीर समस्याएं खड़ी कर दी हैं. जिले में मूसलधार वर्षा के कारण तीन लोगों की विभिन्न इलाकों में मौत हो गई, जबकि करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए हैं. कई कच्चे-पक्के मकान ध्वस्त हो गए, और दर्जनों पेड़ भी गिर गए हैं.
यह संकट सामान्य वर्षा से कई गुना अधिक बारिश के कारण पैदा हुआ है. कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इटावा में एक ही दिन में लगभग 300 फीसदी से अधिक बारिश हुई, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ.
क्या कहते हैं आंकड़े
आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में सामान्य से तीन गुना अधिक बारिश हुई. 18 सितंबर को इटावा में 88.04 मिलीमीटर वर्षा की उम्मीद थी, लेकिन 264.04 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो निर्धारित मानक से 299.04 फीसदी अधिक रही. इसी तरह, 2023 में 18 सितंबर को 510.07 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई थी, जो सामान्य से 82.01 फीसदी अधिक थी.
इटावा अब उन जिलों में शामिल हो गया है, जहां 110 फीसदी से अधिक वर्षा दर्ज की गई है, जबकि पहले यह 80 फीसदी के आसपास था.
इटावा के उप जिला कृषि निदेशक ने की लोकल 18 से बात
इटावा के उप जिला कृषि निदेशक, आर.एन. सिंह ने लोकल 18 को बताया कि इस भारी बारिश से धान और बाजरा की फसलों को मामूली नुकसान हुआ है. हालांकि, जिन खेतों में पहले धान बोया गया था, उन्हें अधिक नुकसान हुआ, जबकि बाद में बोई गई फसलों पर इसका प्रभाव कम रहा.
Tags: Etawah news, Local18FIRST PUBLISHED : September 23, 2024, 13:50 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed