वाल्मीकिनगर में निर्दलीय बिगाड़ रहे बड़े दलों का समीकरण JDU-RJD में सीधी फाइट
वाल्मीकिनगर में निर्दलीय बिगाड़ रहे बड़े दलों का समीकरण JDU-RJD में सीधी फाइट
Bihar Lok Sabha Chunav 2024: भारत-नेपाल के साथ ही और उत्तर प्रदेश-बिहार सीमा से सटे वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र वैसे तो एनडीए का गढ़ माना जाता है, लेकिन राजद के उम्मीदवार यहां इस बार टक्कर देते हुए नजर आ रहे हैं.
बेतिया. बिहार के इकलौते व्याघ्र अभ्यारण को अपने आप में समेटे वाल्मीकि नगर लोकसभा क्षेत्र में अबकी बार आर पार की लड़ाई चल रही है. यहां वर्तमान सांसद सुनील कुमार एनडीए की ओर से जदयू के प्रत्याशी हैं, वहीं राजद ने बगहा के चीनी मिल मालिक दीपक यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है. कांटे की टक्कर के बीच दोनों प्रमुख गठबंधनों के उम्मीदवारों की मुसीबत बागी प्रत्याशियों ने बढ़ा रखी है.
बता दें कि पिछले चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे प्रवेश मिश्रा जहां इस बार निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं, वहीं कल तक बीजेपी में रहने वाले दिनेश अग्रवाल ने भी स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में प्रचार दाखिल कर चुनावी अखाड़ा में उतर चुके हैं. जबकि असम में निर्दलीय दो बार सांसद रहे गणा सुरक्षा पार्टी के नव कुमार सरनिया उर्फ हीराबाई इस बार वाल्मीकिनगर से चुनाव लड़कर राजनीतिक तापमान को और गर्मा दिया है. वाल्मीकिनगर सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने दुर्गेश सिंह चौहान ,आजाद समाज पार्टी ने सफी मोहम्मद मियां को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं चंदेश्वर मिश्र, परशुराम साह और शंभू प्रसाद भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं.
एनडीए का गढ़ रहा है वाल्मीकिनगर
भारत नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र वैसे तो एनडीए का गढ़ माना जाता है. वर्तमान सांसद सुनील कुमार के पिता बैजनाथ महतो 2019 के चुनाव में सांसद बने थे. 1 साल बाद ही उनके निधन के बाद रिक्त हुए इस सीट पर सुनील कुमार विजयी हुए. 2014 में बीजेपी के सतीश चंद्र दुबे यहां से सांसद बने, वहीं 2009 के चुनाव में बैजनाथ प्रसाद महतो जदयू से सांसद निर्वाचित हुए थे. परिसीमन के पूर्व वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र बगहा लोकसभा क्षेत्र के नाम से जाना जाता था. इस सीट पर समता पार्टी के जमाने से लगातार एनडीए ही जीत हासिल करती रही है.
जातीय समीकरण के बदौलत होता है हार जीत
वाल्मीकिनगर लोकसभा में 18 लाख 27 हजार वोटर हैं. थारू आदिवासी समाज यहां निर्णायक वोटर के रूप में अब तक माना जाता रहा है. आंकड़ों पर गौर करें तो अनुमान के मुताबिक वाल्मीकिनगर का जातीय समीकरण में मुस्लिम की आबादी 3 लाख 64 हजार, दलित-महादलित 2 लाख 56 हजार, वैश्य 2 लाख 30 हजार,थारू-उरांव 1 लाख 59 हजार, यादव 1 लाख 45 हजार, ब्राह्मण 2 लाख 15 हजार, कुशवाहा कुर्मी 1 लाख 46 हजार,नोनिया बीन मल्लाह 95 हजार,राजपूत-भूमिहार 1 लाख 5 हजार के करीब है.
FIRST PUBLISHED : May 21, 2024, 10:50 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed