न किताबें न कोचिंग न इंटरनेट गरीब किसान के बेटे ने कैसे पास की नीट परीक्षा

Sanatan Prabhat NEET Success Story: नीट परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं की लिस्ट में शामिल है. नीट पास करने के लिए ज्यादातर युवा कोचिंग का सहारा लेते हैं. लेकिन ओडिशा के सनातन प्रधान के पास न तो किताबें थीं, न कोचिंग की सुविधा और न ही इंटरनेट कनेक्शन. जानिए सनातन प्रधान ने पहले अटेंप्ट में नीट परीक्षा कैसे पास की.

न किताबें न कोचिंग न इंटरनेट गरीब किसान के बेटे ने कैसे पास की नीट परीक्षा
नई दिल्ली (Sanatan Prabhat NEET Success Story). नीट की तैयारी करना आसान बात नहीं है. कुछ युवाओं को नीट पास करने में कई सालों का वक्त लग जाता है. नीट की तैयारी करने के लिए टॉप लेवल की किताबों, कोचिंग और ऑनलाइन स्टडी मटीरियल की जरूरत होती है. लेकिन ओडिशा के एक युवा ने इन तीनों चीजों के अभाव में पहले प्रयास में नीट परीक्षा पास की. हम बात कर रहे हैं ओडिशा के कंधमाल जिले के 19 साल के आदिवासी छात्र सनातन प्रधान की. सनातन प्रधान ओडिशा में स्थित ताड़ीमाहा नामक सुदूर गांव से ताल्लुक रखते हैं. वहां के युवाओं के पास न तो करियर के लिए ज्यादा मौके हैं और न ही इंटरनेट की उपलब्धता. उनके पिता, कनेश्वर प्रधान, छोटे किसान हैं. इससे उनकी आर्थिक स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है. सनातन प्रधान न तो कोचिंग जा सकते थे और न ही उनके पास खास संसाधन थे. फिर भी उन्होंने उधार की किताबों और दृढ़ निश्चय के दम पर अपने पहले प्रयास में नीट परीक्षा पास कर ली (Tribal Student NEET). गांव में रहकर की नीट की तैयारी सनातन प्रधान ने दारिंगबाड़ी के सरकारी स्कूल से 10वीं की बोर्ड परीक्षा दी थी. इसके बाद 12वीं की पढ़ाई के लिए वह बरहमपुर के खलीकोट जूनियर कॉलेज चले गए थे. मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम नीट की तैयारी के लिए सनातन प्रधान अपने गांव लौट आए थे (Medical Entrance Exam). हालांकि यहां उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. दरअसल उनके गांव में इंटरनेट कनेक्शन नहीं है. लेकिन इससे उनके कदम थमे नहीं. इंटरनेट के लिए वह हर दिन 3 किमी ट्रेकिंग करके पास की पहाड़ियों पर चढ़ते थे. यह भी पढ़ें- एलएलबी के बाद संगीत में एमए, IPS भाई ने दी कोचिंग, बन गईं आईएएस अफसर Motivational Story: डॉक्टर बनकर पूरा होगा सपना सनातन प्रधान हर दिन कुछ घंटे पहाड़ी पर बिताकर ऑनलाइन स्टडी मटीरियल डाउनलोड कर लेते थे. फिर गांव वापस आकर उसी से पढ़ाई करके नीट की तैयारी करते थे. उन्हें खुद पर यकीन था. अपनी मेहनत और दृढ़ निश्चय के दम पर उन्होंने नीट परीक्षा पास कर स्ट्रगल स्टोरी को सक्सेस स्टोरी में बदल दिया. अब वह MKCG मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कर रहे हैं. मेडिकल की पढ़ाई पूरी करके डॉक्टर बनने के बाद वह रिमोट एरिया में बसे लोगों का इलाज करना चाहते हैं. Tags: Entrance exams, Motivational Story, NEET, Success StoryFIRST PUBLISHED : December 10, 2024, 06:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed