ईडी के रडार पर 2 पाकिस्तानी क्रिकेट मैच प्रसारण से जुड़ा मनी लॉन्ड्रिंग केस
ईडी के रडार पर 2 पाकिस्तानी क्रिकेट मैच प्रसारण से जुड़ा मनी लॉन्ड्रिंग केस
मोबाइल एप्प कंपनी और उससे जुड़ी वेबसाइट के बारे में जब विस्तार से तफ्तीश की गई तो दो पाकिस्तानियों का नाम और उससे जुड़ा कनेक्शन सामने आया है. हालांकि उन दोनों संदिग्ध पाकिस्तानियों के बारे में कोई भी जानकारी जांच एजेंसी साझा नहीं कर रही है, क्योंकि ये मामला फिलहाल तफ्तीश का है.
केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने एक मोबाइल ऐप और क्रिकेट वर्ल्ड कप के दो मैचों के अवैध प्रसारण से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में करीब दो दर्जन से ज्यादा लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन चलाया है. इस दौरान महत्वपूर्ण सबूत इकट्ठा किए गए. पड़ताल के दौरान जांच एजेंसी के सामने दो पाकिस्तान मूल के आरोपियों की भूमिका निकल कर सामने आई है. इनसे जुड़े तमाम इनपुट्स के आधार पर ईडी की अहमदाबाद ब्रांच आगे की जांच कर रही है. जांच एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज करने के बाद इस मामले की पड़ताल करने के लिए दिल्ली-एनसीआर, लखनऊ, बेंगलुरु, कोयंबटूर जैसे लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन चलाई. कई महत्वपूर्ण सबूतों, इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस जब्त किए गए.
क्रिकेट मैच से जुड़ा मामला
ईडी से पहले इस केस को गुजरात पुलिस की अहमदाबाद स्थित साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में एक मामला दर्ज किया गया था. वो मामला हालांकि साइबर क्राइम से संबंधित धाराओं के तहत दर्ज किया गया था. बाद में इसी केस को जब ईडी ने टेकओवर किया तो एक मोबाइल एप्लिकेशन से जुड़ा निकला. इस एप्लिकेशन का नाम मैजिकविन है. इसके साथ ही इस मोबाइल एप्प की वेबसाइट की भी जांच एजेंसी के रडार पर आ गई. इसी मोबाइल एप्प कंपनी और उससे जुड़ी वेबसाइट के बारे में जब विस्तार से तफ्तीश की गई तो दो पाकिस्तानियों के नाम और उससे जुड़े कनेक्शन सामने आए.
हालांकि उन दोनों संदिग्ध पाकिस्तानियों के बारे में कोई भी जानकारी जांच एजेंसी साझा नहीं कर रही है, क्योंकि ये मामला फिलहाल तफ्तीश का है. जांच एजेंसी काफी सतर्कता से इस मामले में पड़ताल कर रही है. आईसीसी टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का आयोजन इसी साल जून महीने में हुआ था. सूत्र बताते हैं कि उस मैच के प्रसारण का अधिकार एक निजी कंपनी के पास था. लेकिन मैजिकविन मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए फ्री में भारत और पाकिस्तान के बीच हाईवोल्टेज मैच का प्रसारण किया गया. इसका ओटीटी प्लेटफॉर्म डिजनी-हॉटस्टार को बड़े स्तर पर नुकसान हुआ.
करोड़ों की नकदी और क्रिप्टो करेंसी जब्त
जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक इस मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपियों और उनकी कंपनी से संबंधित करीब 30 लाख रुपये नगदी, बैंक अकाउंट में पड़े करीब दो करोड़ समेत करीब 12 करोड़ के क्रिप्टो करेंसी वाले वॉलेट को भी फ्रीज कर दिया गया है. इसके साथ ही इस मामले में आरोपियों से जुड़े उनके पाकिस्तान कनेक्शन को भी तलाशा जा रहा है. इस जांच पड़ताल के दौरान कई अन्य क्रिप्टो वॉलेट भी जांच एजेंसी की तफ्तीश में सामने आई हैं, जिसे विस्तार से खंगालने में जांच एजेंसी जुटी हुई है.
Tags: Enforcement directorateFIRST PUBLISHED : August 19, 2024, 20:02 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed