रेलवे ने टॉप अफसर के लिए जारी किया नया फरमान 68 रेल मंडल पर पड़ेगा असर
रेलवे ने टॉप अफसर के लिए जारी किया नया फरमान 68 रेल मंडल पर पड़ेगा असर
Indian Railway DRM: इंडियन रेलवे दुनिया के विशालतम रेलवे नेटवर्क में से एक है. विशालता को देखते हुए इसे कई जोन और डिवीजन में बांटा गया है. रेलवे बोर्ड ने रेल मंडल के टॉप अफसर को लेकर बड़ा आदेश जारी किया है.
नई दिल्ली. भारतीय रेल देश की जीवनरेखा है. ट्रेनों के जरिये बड़ी तादाद में लोग देश के विभिन्न हिस्सों में काफी कम पैसे खर्च कर यात्रा करते हैं. रेलवे सेवा को आवागमन का सबसे उत्तम और सुरक्षित माध्यम माना जाता है. इसके साथ ही रेलवे बड़ी संख्या में लोगों को डायरेक्ट और इनडायरेक्ट तौर पर रोजगार भी मुहैया कराता है. ऐसे में इंडियन रेल की ओर से लिए गए हर फैसले पर आमलोगों की नजरें टिकी रहती हैं. इंडियन रेल में फैसला लेने वाली सुप्रीम अथॉरिटी रेलवे बोर्ड ने एक बड़ा फैसला है. रेलवे का यह फैसला मंडल रेल प्रबंधकों (DRM) को लेकर है. बोर्ड ने DRM बनने के लिए आयु सीमा तय कर दी है. हालांकि, रेल के सीनियर अफसर बोर्ड के फैसले की आलोचना भी कर रहे हैं.
दरअसल, रेलवे बोर्ड ने अपने 68 रेल मंडलों के लिए DRM की नियुक्ति के लिए नए गाइडलाइंस को मंजूरी दे दी है. DRM के रूप में चयन के लिए विचार किए जा रहे अधिकारियों की एज एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया तय कर दी गई है. इसके अनुसार, DRM बनने वाले अफसरों की आयु 52 साल से कम होनी चाहिए. 3 सितंबर 2024 को जारी दिशा-निर्देशों में DRM बनने से जुड़े पात्रता में कुछ नए क्राइटेरिया को शामिल किया गया है. इनमें यह भी शामिल है कि अधिकारियों को रेलवे/रेलवे PSU में न्यूनतम 15 वर्ष का करने का अनुभव होना चाहिए. इसमें हालांकि आयु सीमा में कोई छूट नहीं दी गई है.
DRM बनने के लिए गाइडलाइंस
रेलवे बोर्ड की ओर से जारी दिशानिर्देश में कहा गया है, ‘DRM के रूप में चयन के लिए जिन अधिकारियों पर विचार किया जा रहा है, उनकी आयु उस रिक्ति वर्ष की पहली जनवरी को 52 वर्ष से कम होनी चाहिए, जिसके लिए सेलेक्शन लिस्ट बनाई जा रही है.’ इसमें पिछली स्थिति को ही दोहराया गया है. इससे पहले DRM पद पर तैनात रेलवे के एक सीनियर अफसर ने कहा, ‘मेरा मानना है कि DRM की नियुक्ति को उम्र के आधार पर सीमित करना सही निर्णय नहीं है. इसमें छूट की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.’ उन्होंने आगे कहा, ‘इससे बहुत से अधिकारियों का मनोबल गिरेगा, जिन्हें पहले से पता होता है कि जब वे DRM के लिए पात्र होंगे, तब तक उनकी आयु 52 वर्ष हो चुकी होगी. ऐसे अधिकारी कई अन्य योग्य उम्मीदवारों की तुलना में अधिक प्रतिभाशाली और कुशल हो सकते हैं.’
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पूर्व DRM की राय
कई अन्य पूर्व DRM ने कहा कि रेल मंडल को ईमानदार अधिकारी की जरूरत है. इसकी कमाई हजारों करोड़ रुपये में होती है और कोई भी गलत निर्णय रेलवे के लिए बड़ा झटका होता है. रेलवे के एक अन्य सीनियर अफसर ने कहा, ‘DRM पद के लिए योग्य अधिकारियों को लगभग एक साल तक गहन प्रबंधन प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, ताकि वे सभी प्रकार की चुनौतियों से निपटने में सक्षम हो सकें, क्योंकि यह एक अत्यंत चुनौतीपूर्ण पद है.’ नए दिशानिर्देश में हालांकि यह भी कहा गया है कि सक्षम प्राधिकारी प्रशासनिक आवश्यकताओं और जनहित को ध्यान में रखते हुए लिखित में कारण दर्ज करने के बाद उपयुक्त मामले में एक या एक से अधिक शर्तों में छूट दे सकता है. विशेषज्ञों ने रेलवे बोर्ड के इस निर्णय का स्वागत किया है कि नए दिशानिर्देशों में DRM के पद के लिए पात्र होने से पहले किसी अधिकारी के लिए रेलवे के साथ 15 वर्षों तक काम करना अनिवार्य कर दिया गया है, जबकि उनके अनुसार पिछले दिशा-निर्देशों में ऐसा नहीं था.
Tags: Indian railway, Indian Railway news, National News, Railway BoardFIRST PUBLISHED : September 6, 2024, 20:29 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed