ध्यान दें! भारी बारिश और लैंडस्लाइड से बंद हुआ मां पूर्णागिरी यात्रा मार्ग
ध्यान दें! भारी बारिश और लैंडस्लाइड से बंद हुआ मां पूर्णागिरी यात्रा मार्ग
टनकपुर कस्बे से पूर्णागिरी धाम जाने वाले मार्ग पर तमाम जगहों पर लैंडस्लाइड हो रहा है. भारी लैंडस्लाइड से मार्ग बाधित हो चुका है. ऐसे में स्थानीय प्रशासन अब श्रद्धालुओं से कुछ दिन पूर्णागिरी शक्तिपीठ की यात्रा न करने की अपील कर रहा है.
पीलीभीत : उत्तर प्रदेश के पीलीभीत ज़िले से कुछ दूरी पर स्थित मां पूर्णागिरी शक्तिपीठ की काफी मान्यता है. लगभग पूरे साल ही दूरदराज से श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं. लेकिन बीते कुछ दिनों से पहाड़ों पर मूसलाधार बारिश हो रही है. ऐसे में टनकपुर कस्बे से पूर्णागिरी धाम जाने वाले मार्ग पर तमाम जगहों पर लैंडस्लाइड हो रहा है. भारी लैंडस्लाइड से मार्ग बाधित हो चुका है. ऐसे में स्थानीय प्रशासन अब श्रद्धालुओं से कुछ दिन पूर्णागिरी शक्तिपीठ की यात्रा न करने की अपील कर रहा है.
टनकपुर स्थित मां पूर्णागिरि शक्तिपीठ की उत्तर भारत में काफी मान्यता है. यह मंदिर नेपाल से निकलने वाली काली नदी के किनारे अन्नपूर्णा चोटी पर स्थित है. माता का यह प्रसिद्ध मंदिर समुद्र तल से 3,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. ऐसे में मां के दर्शन के लिए लोगों को कठिन चढ़ाई कर चोटी पर पहुंचना होता है. होली के अगले दिन से मां पूर्णागिरि शक्तिपीठ में मेला लगता है. इस दौरान पूरे उत्तर भारत से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं. मां पूर्णागिरि की यात्रा में पीलीभीत को एक प्रमुख पड़ाव माना जाता है. मेले में आने वाले श्रद्धालु सबसे पहले पीलीभीत ही पहुंचते हैं. यहां से उन्हें टनकपुर के लिए विभिन्न तरह के साधन मिलते हैं.
रेल और सड़क मार्ग हुए बंद
पीलीभीत को उत्तराखंड के ‘कुमाऊं मंडल का गेटवे, भी कहा जाता है. अगर मां पूर्णागिरि धाम की बात करें तो यहां पहुंचने के लिए पीलीभीत से ही तमाम ट्रेन और बसें उपलब्ध हैं. लेकिन बीते दिनों हुई बारिश के चलते पीलीभीत टनकपुर रेल खंड पर बनी एक पुलिया बह चुकी है ऐसे में रेलमार्ग ठप है. तो वहीं दूसरी ओर अगर सड़क मार्ग की बात करें तो मुख्य मंदिर तक जाने वाला मार्ग पूर्ण रूप से पहाड़ पर बना हुआ है. वहीं बारिश में अक्सर इस पर लैंडस्लाइड होता रहता है. बीते दिनों हुई बारिश का भी कुछ ऐसा ही असर देखने को मिला है.
Tags: Local18, Pilibhit news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : July 12, 2024, 07:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed