नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने मंगलवार को सदन में वायु प्रदूषण का मुद्दा उठाया और कहा कि यह सिर्फ दिल्ली की परेशानी नहीं, बल्कि पूरे उत्तर भारत की परेशानी है. उन्होंने कहा कि हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की बात करतें हैं, लेकिन प्रदूषण से निजात पानी है तो हमें एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (एक्यूआई) की बात करनी होगी. संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सदन में पहुंचे ‘आप’ सांसद ने वायु प्रदूषण को गंभीर मुद्दा करार दिया.
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि पराली जलाना वायु प्रदूषण की इकलौती वजह नहीं है और इसके पीछे कई और कारण भी हैं. उन्होंने कहा कि पराली जलाना किसानों की मजबूरी है और इसीलिए वायु प्रदूषण के उन्हें जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता. किसानों को मिलने वाले मुआवजे को लेकर भी ‘आप’ सांसद ने सदन में अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, “हरियाणा-पंजाब के किसान को 2500 रुपए प्रति एकड़ का मुआवज़ा दे, जिसमें से 2000 रुपए केंद्र सरकार दे और 500 रुपए पंजाब सरकार देगी.” AI नहीं, AQI की बात करो!
I spoke on the issue of Air Pollution in Parliament today.
I also proposed solutions that can immediately stop Stubble Burning. pic.twitter.com/rQCBqRj74u
— Raghav Chadha (@raghav_chadha) December 3, 2024
दिल्ली: AAP सांसद राघव चड्ढा ने कहा, “मैंने संसद में यह बात रखने का प्रयास किया कि वायु प्रदूषण दिल्ली का मुद्दा नहीं है, यह उत्तर भारत का मुद्दा है और इसे उत्तर भारत के स्तर पर ही सुलझाना होगा… पराली जलाना प्रदुषण का एक कारण हो सकता है लेकिन एकमात्र कारण नहीं। लेकिन फिर भी अगर इतना फोकस है, तो मैं आपको बताना चाहूंगा कि एक किसान मजबूरी में पराली जलाता है क्योंकि आज धान की फसल के बाद उसे अगली फसल बोने से पहले उस पराली को साफ करने के लिए सिर्फ 10 दिन मिलते हैं… मैंने एक उपाय सुझाया है कि मेरे हिसाब से सरकार को हर किसान को 2500 रुपये प्रति एकड़ देना चाहिए जिसमें 2000 रुपये केंद्र सरकार देगी, 500 रुपये हमारी पंजाब राज्य सरकार देगी और पराली जलाना पूरी तरह से बंद हो जाएगा। यह भी एक अल्पकालिक उपाय है। इसे हम 3-4 साल तक आजमाते हैं। आखिरकार, हमें फसल विविधीकरण की ओर बढ़ना चाहिए…”
Tags: Delhi air pollution, Delhi AQI, Parliament session, Raghav Chadha
FIRST PUBLISHED : December 3, 2024, 18:46 IST