11वीं-12वीं के स्टूडेंट्स की चांदी ग्रेजुएशन से पीएचडी तक मिलेगी फेलोशिप

 Internship, Fellowship, Scholarship: केंद्र सरकार ने युवाओं को रोजगार, रिसर्च व इनोवेशन से जोड़ने के लिए विज्ञान धारा स्‍कीम को मंजूरी दी है. जिसके तहत 11वीं 12वीं के स्टूडेंट्स को इंटर्नशिप भी मिलेगी.

11वीं-12वीं के स्टूडेंट्स की चांदी ग्रेजुएशन से पीएचडी तक मिलेगी फेलोशिप
 Internship, Fellowship, Scholarship: 11वीं-12वीं में पढ़ने वाले छात्रों के लिए केंद्र सरकार ने खास तोहफा दिया है. सरकार की ओर से ‘विज्ञान धारा’ के नाम से एक नई स्‍कीम लॉन्‍च की गई है, जिसमें इंटर्नशिप से लेकर ग्रेजुएशन व पीएचडी तक के स्टूडेंट्स के लिए स्‍कॉलरशिप तक की व्‍यवस्‍था की गई है. सरकार ने इस योजना की शुरुआत पढ़ाई के साथ रोजगार से जोड़ने के लिए किया है. इस योजना के लिए केंद्र सरकार ने 10,579 करोड़ रुपये की मंजूरी भी दी है. कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया गया. जिसकी जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 11 वीं और 12वीं की पढ़ाई कर रहे छात्रों को विज्ञान व तकनीक के क्षेत्र में इंटर्नशिप करने का मौका, तो मिलेगा ही साथ ही ग्रेजुएशन पीएचडी करने वालों को स्‍कॉलरशिप की सुविधा भी मिलेगी. मिलेगा इंटर्नशिप का मौका केंद्र सरकार ने जिस विज्ञान धारा योजना की मंजूरी दी है. उसके तहत 11 वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स के स्‍कील्‍स डेवपलमेंट के लिए इंटर्नशिप की व्‍यवस्‍था करने की बात कही गई है, जिससे उन्‍हें रोजगार के लिए तैयार किया जा सके. सरकार का मानना है कि इस इंटर्नशिप के बाद छात्रों को विज्ञान व तकनीक के क्षेत्र में काम करने के अवसर मिलेंगे. फेलोशिप व डॉक्‍टरेट के अवसर सरकार की ‘विज्ञान धारा’ स्‍कीम के माध्‍यम से ग्रेजुएशन व पोस्‍ट ग्रेजुएशन करने वाले स्टूडेंट्स को फेलोशिप व डॉक्‍टरेट के अवसर भी मिलेंगे. इससे शोध और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा. इस योजना का लाभ उन तमाम स्टूडेंट्स को मिल सकेगा जो रिसर्च व डेवलपमेंट में करियर बनना चाहते हैं. शोध व इनोवेशन को बढ़ावा केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि विज्ञान धारा स्कीम के कुल पांच स्तंभ है, जिसमें शोध व इनोवेशन भी एक है. इस योजना का लक्ष्‍य शोध और इनोवेशन के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूती देना है. साथ ही दुनिया के दूसरे देशों के साथ मिलकर इस क्षेत्र में काम करना भी है. उन्‍होंने बताया कि इस योजना के तहत संयुक्‍त शोध व प्रोजेक्‍ट को अधिक से अधिक मंजूरी देना है, ताकि भारत के वैज्ञानिक किसी भी क्षेत्र में दूसरे देशों के साथ मिलकर काम कर सकें. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस योजना की मंजूरी के बाद समाज की जरूरत से जुड़े मुद्दों पर नए-नए शोध और प्रोजेक्ट शुरू होंगे. Tags: Cabinet decision, Cabinet meeting, Education, Education news, Research on CreaturesFIRST PUBLISHED : August 25, 2024, 09:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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