सावधान! आ रहा है रेमल तूफान बंगाल से लेकर बिहार तक मचाएगा गदर 10 बातें

Cyclone Remal Update: मॉनसून से पहले इस मौसम में बंगाल की खाड़ी में यह पहला चक्रवात है. हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवात के नामकरण प्रणाली के अनुसार, इस तूफान का नाम ‘रेमल’ रखा गया है. इसका असर बंगाल से लेकर बिहार, ओडिशा और झारखंड तक दिखने वाला है.

सावधान! आ रहा है रेमल तूफान बंगाल से लेकर बिहार तक मचाएगा गदर 10 बातें
नई दिल्ली: बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी वाली पूर्वा हवा की वजह से वातावरण में नमी लगातार बढ़ रही है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शनिवार को पूर्वी-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर ‘डीप डिप्रेशन’ शाम (शनिवार) तक एक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना जताई है. इसका असर पश्चिम बंगाल से लेकर बिहारत तक होने वाला है. मॉनसून से पहले इस मौसम में बंगाल की खाड़ी में यह पहला चक्रवात है. हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवात के नामकरण प्रणाली के अनुसार, इस तूफान का नाम ‘रेमल’ रखा गया है. ओमान द्वारा रेमल नाम दिया गया यह चक्रवात, उत्तर हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवातों के नामकरण परंपरा के बाद, इस प्री-मानसून सीज़न में बंगाल की खाड़ी में पहली चक्रवाती गतिविधि को चिह्नित करता है. आइए तूफान रेमल का बारे में 10 बड़ी बाते जानते हैं. IMD ने एक बयान में कहा कि चक्रवात रेमल रविवार आधी रात के आसपास बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल तटों के बीच से गुजर सकता है और एक गंभीर चक्रवाती तूफान (SCS) बन सकता है.IMD ने X पर पोस्ट करते हुए कहा 'पूर्वी मध्य बीओबी पर दबाव सागर द्वीप (WB) के 380 किमी दक्षिण पूर्व और खेपुपारा (बांग्लादेश) के 490 किमी दक्षिण में उसी क्षेत्र में गहरे अवसाद में बदल गया. 25 तारीख की शाम तक एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा और SCS के रूप में 26 की आधी रात के आसपास बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल तटों के बीच से गुजरेगा.'परिणामस्वरूप, 24-27 मई को हल्की से मध्यम वर्षा शुरू हो जाएगी; पश्चिम बंगाल में भारी से बहुत भारी बारिश के अलावा बेहद भारी बारिश की भी आशंका है. उत्तरी ओडिशा के तटीय इलाकों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने कहा कि सभी पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश होगी और कुछ इलाकों में अत्यधिक बारिश की चेतावनी है.इसका असर बिहार में कैसा पड़ेगा, इसपर वैज्ञानिक एसके पटेल ने बताया कि आज लोकसभा चुनाव के छठे चरण का मतदान है. मतदान वाले जिलों में तापमान सामान्य के आस पास रहेगा. इस तूफान का असर आज शाम से उत्तर पूर्व के जिलों में बारिश के रुप में दिखने की संभावना है.इस बीच, भारतीय तटरक्षक बल (ICG) ने चक्रवाती तूफान 'रेमल' की तैयारी के लिए सक्रिय कदम उठाए हैं. समुद्र में जान-माल के संभावित नुकसान को कम करने के लिए रणनीतिक स्थानों पर नौ आपदा राहत टीमें तैनात की गई हैं.रक्षा मंत्रालय के अनुसार, "9 आपदा राहत टीमों को हल्दिया, पारादीप, गोपालपुर और फ्रेज़रगंज सहित रणनीतिक स्थानों पर तैनात किया गया है. जो आपात स्थिति में तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं."मौसम विभाग ने 26-27 मई को पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी दी है. पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में 27-28 मई को अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है. तूफान के तट से टकराने के समय पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटीय इलाकों में 1.5 मीटर तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं.मौसम विभाग के अनुसार समुद्र में मौजूद मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे तट पर लौट जाएं और 27 मई तक बंगाल की खाड़ी में न जाएं. मौसम विभाग ने 26 और 27 मई को पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिले के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है.मौसम विभाग ने 26-27 मई को दक्षिण 24 परगना में 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने और उत्तर 24 परगना में 90 से 100 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की चेतावनी दी है, साथ ही दोनों स्थानों पर एक या दो स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा का पूर्वानुमान है.मौसम विभाग ने कोलकाता, हावड़ा, नादिया और पूर्व मेदिनीपुर जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है. इन जिलों में अगले दो दिनों में एक या दो स्थानों पर मूसलाधार बारिश के साथ 80 से 90 किमी प्रति घंटे से लेकर 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की चेतावनी दी है. Tags: Cyclone updates, West bengalFIRST PUBLISHED : May 25, 2024, 13:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed