बेरोजगार युवक ने 2 दिन में कमा डाले ₹12500000 गजब था तरीका पुलिस हैरान
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Cyber Crime News: साइबर क्राइम के मामले टेक्नोलॉजी के एडवांस होने के साथ ही बढ़ते जा रहे हैं. सीमा पार से बैठकर भारत में साइबर क्राइम की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. दिल्ली पुलिस ने ऐसे ही एक मामले का खुलासा किया है.
नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे रैकेट का भंडाफोड़ करने का दावा किया है, जिसके तार चीन से जुड़े हैं. साइबर क्राइम रैकेट का मास्टरमाइंड पड़ोसी देश चीन में बैठकर भारत में साइबर लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहा था. दिल्ली पुलिस ने बताया कि रैकेट के एक मेंबर के बैंक खाते में दो दिनों में 1.25 करोड़ रुपये क्रेडिट हुए थे. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. बता दें कि शासन से लेकर प्रशासन तक साइबर क्राइम को लेकर लोगों को सावधान और जागरूक करता रहता है. इसके बावजूद साइबर लुटेरे इन्हें अपने चंगुल में जकड़ ले रहे हैं. हकीकत का पता चलने तक काफी नुकसान हो चुका होता है.
पुलिस ने रविवार को बताया कि एक व्यक्ति को धमकी देकर कथित तौर पर 31.55 लाख रुपये ठगने के आरोप में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों के कथित तौर पर चीन में संबंध होने की बात सामने आई है. उनकी पहचान देव भाटी (36), रॉबिन सोलंकी (25), विष्णु सोलंकी (20) और आकाश कुमार जैन (31) के रूप में हुई है. चारों आरोपियों से फिलहाल पूछताछ की जा रही है, ताकि रैकेट के बारे में पूरी जानकारी हासिल की जा सके.
इस तरह लगाया चूना
डीसीपी (सेंट्रल) एम. हर्षवर्धन ने बताया कि 18 जुलाई 2024 को दिल्ली पुलिस को एक ऑनलाइन शिकायत प्राप्त हुई थी. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि 13 जुलाई को उसके पास एक कॉल आई थी, जिसमें कहा गया था कि उनके नाम से जारी एक मोबाइल सिम का इस्तेमाल कई अपराधों में किया गया था. लखनऊ की आराम बाग पुलिस उसकी तलाश कर रही है. डीसीपी ने आगे बताया कि फोन करने वाले ने उन्हें बताया कि उनके नाम पर जारी सिम को लेकर 17 एफआईआर दर्ज की गई है. मतलब 17 आपराधिक मामलों में मोबाइल फोन सिम कार्ड का इस्तेमाल किया गया था. कॉल करने वालों ने सिम कार्ड का प्रयोग मनी लॉन्ड्रिंग और मानव तस्करी जैसी संगीन क्राइम में किए जाने की बात कही थी. आरोपियों ने पीड़ित को धमकी देकर उनसे 31.55 लाख रुपये ठग लिए.
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2 दिन में खाते में क्रेडिट हुए 1.25 करोड़ रुपये
पुलिस अधिकारी ने कहा कि जांच के दौरान उन बैंक खातों का ब्योरा हासिल किया गया, जिनमें धोखाधड़ी का पैसा ट्रांसफर किया गया था. अलग-अलग शहरों में करेंट बैंक अकाउंट खोले गए थे. पुलिस ने बताया कि इन बैंक खातों में छोटी अवधि में करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ और जमा किया गया पैसा तुरंत अन्य बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया गया. पुलिस ने आगे बताया कि आरोपी देव भाटी को 26 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया गया था. बाद में दो और आरोपियों रॉबिन और विष्णु को 28 जुलाई को दबोचा गया था. पूछताछ के दौरान यह भी पता चला कि देव भाटी के बैंक खाते में दो दिनों के अंदर 1.25 करोड़ रुपये जमा कराया गया था.
दिल्ली से चौथा आरोपी गिरफ्तार
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 31 जुलाई को आकाश कुमार जैन को दिल्ली के महिपालपुर से गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने कहा कि वह कथित तौर पर सभी खातों का मुख्य संचालक है और सोशल मीडिया एप्लिकेशन के माध्यम से चीन से संचालित होने वाले धोखेबाजों के संपर्क में था. पुलिस ने बताया कि अपराध में इस्तेमाल सात मोबाइल फोन, एक लैपटॉप बरामद कर लिया गया है. डीसीपी हर्षवर्धन ने कहा कि 150 से अधिक बैंक खातों का खुलासा हुआ है, जिनका इस्तेमाल आरोपियों ने धोखाधड़ी के पैसे जमा करने के लिए किया था.
Tags: Cyber Crime, Delhi news, National NewsFIRST PUBLISHED : August 4, 2024, 19:24 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed