सुपरटेक ट्विन टावर : 100 डेसिबल के पार रही धमाके की आवाज 04 तीव्रता से हिली नोएडा की धरती
सुपरटेक ट्विन टावर : 100 डेसिबल के पार रही धमाके की आवाज 04 तीव्रता से हिली नोएडा की धरती
सुपरटेक के ट्विन टावर में से एक 32 मंजिला था तो दूसरा 29 मंजिला था. ऐसे में टावर में विस्फोट और उसके बाद ढहने पर वाईब्रेशन कितना होगा, इसका एक्सपर्ट के जरिये स्टडी की गई थी. इसके लिए कई संस्थानों के विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया था. बिल्डिंग के स्ट्रक्चर के मुताबिक टावर ढहने पर 25 मिली मीटर प्रति सेकेंड का वाईब्रेशन होने का अनुमान था.
नोएडा. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित सेक्टर 93A में भ्रष्टाचार की बदौलत खड़े हुए सुपरटेक के ट्विन टावर आखिरकार जमींदोज हो गए. 28 अगस्त को दोपहर ढाई बजे 3700 किलोग्राम विस्फोटक से गगनचुंबी इमारत को ध्वस्त कर दिया गया. इस दौरान वाईब्रेशन और धमाके की आवाज को मापने के लिए सीबीआरआई और एडिफिस कंपनी ने दर्जन भर के करीब मॉनिटरिंग मशीन लगाई थीं.
इसमें से आसपास के टावर में लगीं तीन-चार मशीनें देर रात निकालीं गईं. इन मशीनों की मॉनिटरिंग के लिहाज से विस्फ़ोट के वक्त 101 डेसिबल की आवाज आई. वहीं जो कंपन हुआ वह रिक्टर स्केल पर 0.4 तीव्रता के भूकम्प जैसे झटके के समान था. वहीं ट्विन टावर के अंदर क्या आवाज थी, कितना कंपन हुआ. यह ब्लैक बॉक्स की स्टडी में खुलासा होगा.
न्यूज 18 की खबर पर लगी मुहर, 25 मिली मीटर प्रति सेकेंड हुआ कंपन
ट्विन टावर में से एक 32 मंजिला था तो दूसरा 29 मंजिला था. ऐसे में टावर में विस्फोट और उसके बाद ढहने पर वाईब्रेशन कितना होगा, इसका एक्सपर्ट के जरिये स्टडी की गई थी. इसके लिए कई संस्थानों के विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया था. बिल्डिंग के स्ट्रक्चर के मुताबिक टावर ढहने पर 25 मिली मीटर प्रति सेकेंड का वाईब्रेशन होने का अनुमान था. न्यूज 18 ने लोगों की टेंशन दूर करने के लिए सबसे पहले खबर दी थी कि इस विस्फोट से कितनी हिलेगी नोएडा की धरती. वहीं अब मॉनिटरिंग मशीनों से 0.4 तीव्रता मापी गई. यह 25 से 30 मिली मीटर प्रति सेकेंड की रही.
नोएडा में आने वाले भूकंप से 13 गुना कम रहा कंपन
नोएडा में अब तक आए भूकंप ज्यादातर 4 से 5 स्केल के रहे हैं. इसमें 300 से 400 मिली मीटर प्रति सेकंड का वाइब्रेशन हुआ है. वहीं ट्विन टावर ढहने पर 25 से 30 मिली मीटर प्रति सेकेंड का कंपन हुआ. यह नोएडा में ज्यादातर आए भूकंप के झटकों से 13 गुना कम रहा.
7.5 से 8 स्केल के भूकंप को झेल सकती यहां की इमारतें
विशेषज्ञों की मानें तो नोएडा में 6 साल पहले आए भूकंप की सबसे अधिक तीव्रता मापी गई थी. यह भूकम्प 6. 8 स्केल का रहा था. इसके अलावा ज्यादतर नोएडा के भूकंप का स्केल 4 से 5 ही रहा. वहीं यहां की नई रिहाएशी बिल्डिंगों की भूकंप रोधी क्षमता अधिकतम 7.5 या 8.0 स्केल तक की है.
सेफ्टी ऑडिट के बाद स्ट्रक्चरल ऑडिट शुरू
ट्विन टावर में धमाके के बाद कितना नुकसान आसपास के भवनों में हुआ. इसका रविवार रात से ही ऑडिट शुरू हो गया है. पहले दो टीमों ने एटीएस विलेज और एमरॉल्ड टावर के सेफ्टी ऑडिट की. इसके बाद लोगों में चिंताएं थीं कि इस धमाके के बाद उनके टावर का ढांचा कमजोर तो नहीं हुआ. इसको लेकर नोएडा अथॉरिटी और सीबीआरआई की टीम ने स्ट्रक्चरल ऑडिट शुरू कर दिया है . यह ऑडिट 15 दिनों तक चलेगा.
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Tags: Noida news, Supertech Emerald Tower, Supertech twin towerFIRST PUBLISHED : August 29, 2022, 06:31 IST