केदारनाथ रोपवे का काम शुरू करने की संभावित डेट तय 7-8 घंटे के बजाए 40 मिनट का होगा सफर

केन्‍द्र सरकार केदारनाथ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की परेशानियों को देखते हुए रोपवे शुरू करने का फैसला किया है. सितंबर तक निर्माण कंपनी को काम आवार्ड कर दिया जाएगा. संभावना है कि अगले वर्ष मार्च तक निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा. निर्माण कार्य शुरू होने के तीन साल में काम पूरा हो जाएगा. यानी वर्ष 2026 से श्रद्धालु रोपवे से सफर कर सकेंगे.

केदारनाथ रोपवे का काम शुरू करने की संभावित डेट तय 7-8 घंटे के बजाए 40 मिनट का होगा सफर
नई दिल्‍ली. केदारनाथ (Kedarnath) का सफर 7-8 घंटे के बजाए केवल 40 मिनट का होगा. हर उम्र के लोग आसानी से केदारनाथ के दर्शन कर सकेंगे. श्रद्धालुओं की परेशानी को देखते हुए केन्‍द्र सरकार (central government) ने यहां पर रोपवे (Ropeway) निर्माण का फैसला किया है. रोपवे निर्माण का काम सितंबर तक आवार्ड करने की तैयारी है और अगले साल मार्च तक निर्माण काम शुरू होने की संभावना है. रोपवे निर्माण में 3 साल का समय लग जाएगा. मौजूदा समय केदारनाथ जाने का दो विकल्‍प हैं, पहला पैदल 7-8 घंटे का सफर कर पहुंचा जा सकता है और दूसरा हेलीकॉप्‍टर सेवा है. हेलीकॉप्‍टर सेवा महंगी होने के साथ साथ अधिक मांग होने की वजह से असानी से उपल्‍ब्‍ध नहीं होता है. इस वजह से ज्‍यादा श्रद्धालु पैदल ही केदारनाथ पहुंचते हैं. श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्‍यान में रखते हुए सड़क परिवहन मंत्रालय रोपवे निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसका निर्माण एनएचएआई की कंपनी एनएचएलएमएल कर रही है. ये भी पढ़ें: वाराणसी में सबसे पहले रोपवे होगा तैयार, जानें निर्माण की संभावित तिथि एनएचएलएमएल के सीईओ प्रकाश गौड़ बताते हैं कि सड़क परिवहन मंत्रालय के निर्देशन में केदारनाथ रोपवे निर्माण की प्रक्रिया काफी तेजी से चल रही है. सितंबर तक काम अवार्ड कर दिया जाएगा. निर्माण करने वाले कंपनी को साइट बनाने में समय लगेगा. इस तरह संभावना है कि मार्च 2023 तक निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. पहाड़ी इलाका होने की वजह से निर्माण कार्य में समय लगेगा. तीन साल में रोपवे निर्माण पूरा कर लिया जाएगा. इस तरह वर्ष 2026 से केदारनाथ रोपवे से पहुंचा जा सकेगा. ये भी पढ़ें: देश के कई शहरों में रोपवे चलाने की तैयारी, देखें आपका शहर है इस लिस्‍ट में देश में पहली बार इस्‍तेमाल होगी विश्‍व की सबसे सुरक्षित तकनीक सीईओ प्रकाश गौड़ के अनुसार इस रोपवे में देश में पहली बार विश्‍व की सबसे सुरक्षित तकनीक का इस्‍तेमाल किया जाएगा. थ्री एस ट्राइकेबल तकनीक का इस्‍तेमाल किया जाएगा. इसमें केबल कार तीन तारों पर चलेगी. यह तकनीक विश्‍व में कुछ चुनिंदा जगह इस्‍तेमाल की गयी है. रोपवे पर एक नजर रोपवे की कुल लंबाई 13 किमी. होगी. सोनप्रयाग से शुरू होकर केदारनाथ रोपवे का सफर. कुल पांच स्‍टेशन बनेंगे सोनप्रयाग, केदानाथ के अलावा गौरीकुंड, चिरवासा और लिंटोली स्‍टेशन होंगे. पूरे प्रोजेक्‍ट में 22 टॉवर बनेंगे. 985 करोड़ रुपये अनुमानित लागत है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Kedarnath, Kedarnath Temple, Kedarnath yatra, NHAI, Rope WayFIRST PUBLISHED : July 07, 2022, 11:45 IST