चीन-पाकिस्तान को तो जीत गए मगर अपनों से ही हारे Ex फौजी की पोते ने की हत्या
चीन-पाकिस्तान को तो जीत गए मगर अपनों से ही हारे Ex फौजी की पोते ने की हत्या
दिल्ली के आदर्श नगर कॉलोनी में एक शख्स ने सेना के पूर्व जवान दादा की हत्या कर दी. मृतक शख्स भारत के लिए 1962 और 1965 की चीन और पाकिस्तान के साथ जंग लड़ चुके हैं. बताया जा रहा है कि उनके पेंशन के पैसों के लिए पोता हमेशा उनसे लड़ाई करता रहता था.
नई दिल्ली. देश की सीमा पर जवान अक्सर देश के दुश्मनों से जंग तो जीत लेते हैं, मगर कभी-कभी ऐसा होता है कि देश के अंदर अपनों से ही एक अनदेखी जंग में हार जाते हैं. एक ऐसी जंग जिसमें जीत में में उनकी हार होती है और हार तो फिर हार है… कुल मिलाकर बस लाचार और बेबस हो जाते हैं. ऐसी ही एक घटना दिल्ली के आदर्श नगर इलाके में देखने को मिली है. भारत के लिए कई जंग लड़ चुके आर्मी के पूर्व हवलदार को उनके पोते ने डंडे से मारकर हत्या कर दी. आइए जानते हैं पूरा मामला.
भोजराज (उम्र करीब 93 साल) भारत के लिए सन 1962 और 1965 की लड़ाई लड़ चुके हैं. आर्मी में हवलदार पोस्ट तक अपनी सेवाएं दी हैं. वह देश तके लिए लड़ते हुए पाकिस्तानी और चीनी दुश्मनों को कई मौकों पर मुंहतोड़ जवाब दे चुके थे. लेकिन, उनको नहीं पता था कि देश की सीमा पर जंग जीतने कोई बड़ी बात नहीं है, असली जंग तो घर में शुरू होती है. देश के लिए कई लड़ाईयां लड़ चुके भोजराज अपने पोते से हार गए.
मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली के आदर्श नगर के रहने वाले सेना के पूर्व जवान भोजराज को उनके पोते प्रदीप ने हत्या कर दी. मामले की सूचना पुलिस को मिलने के बाद भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत हत्या की एफआईआर दर्ज कर ली है. पुलिस ने बताया कि आरोपी मौके से फरार है और उसकी तलाश की जा रही है.
मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी प्रदीप का अक्सर अपने दादा भोजराज से उनकी पेंशन के पैसों को लेकर झगड़ा होता था. प्रदीप नशे का आदी है और अपने परिवार से अलग रहता है. बताया जा रहा है कि भोजराज अपने पेंशन और घर के किराया से आने वाले पैसों को अपने बेटों में बराबर रूप से बांटते थे, लेकिन, पोता प्रदीप अक्सर इसे लेकर उनसे लड़ाई करता रहता था.
Tags: Delhi Crime News, Indian army, New DelhiFIRST PUBLISHED : September 5, 2024, 12:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed