अस्पताल में आग: 7 नौनिहालों की मौत का जिम्मेदार कौन उठ रहे ये 5 सवाल
अस्पताल में आग: 7 नौनिहालों की मौत का जिम्मेदार कौन उठ रहे ये 5 सवाल
Delhi Hospital Fire: दिल्ली के बेबी केयर अस्पताल में आग लगने से 7 बच्चों की मौत हो गई. फायर डिपार्टमेंट के जवानों ने आग से घिरे अस्पताल से 12 बच्चों को रेस्क्यू किया था. इन सभी को एक अन्य अस्पताल में भर्ती करावाया गया था, जहां 7 नवजात ने दुनिया देखने से पहले ही अलविदा कह दिया.
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली के विवेक विहार में एक बेबी केयर हॉस्पिटल में आग लगने से 7 किलकारियां हमेशा के लिए खामोश हो गईं. दिल्ली फायर डिपार्टमेंट और स्थानीय लोग हॉस्पिटल से 12 नवजातों को रेस्क्यू करने में कामयाब रहे, लेकिन उनमें से 7 ने दुनिया को देखने से पहले ही इस संसार को अलविदा कह दिया. अस्पताल प्रबंधन के लिए यह एक दुर्घटना मात्र हो सकती है, लेकिन उन 7 नवजात और उनके माता-पिता का क्या कसूर था जो उन्हें अब यह असहनीय पीड़ा झेलनी पड़ रही है? जिन किलकारियों को घरों में गूंजना था वे खामोश हो गईं. इसका जिम्मेदार कौन है? इस भीषण अग्निकांड के बाद नवजात के परिजनों के साथ ही स्थानीय प्रशासन भी सकते में है.
पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार में स्थित बेबी केयर अस्पताल में आग लगने की घटना और 7 नवजातों की मौत के बाद ये 5 बड़े सवाल उठ रहे हैं :-
सवाल नंबर- 1
बेबी केयर हॉस्पिटल में कितने बजे आग लगी और घटना के कितनी देर बाद इसकी सूचना फायर डिपार्टमेंट को दी गई? सबसे बड़ा सवाल यह है कि बेबी केयर अस्पताल में आग कितने बजे लगी और क्या उसकी सूचना तत्काल फायर डिपार्टमेंट को दी गई थी या नहीं. यह फिलहाल जांच का विषय है. बताया जा रहा है कि आग शनिवार देर रात 11:32 बजे लगी थी और तकरीबन 50 मिनट में इसपर काबू पा लिया गया था.
सवाल नंबर- 2
दूसरा बड़ा सवाल यह है कि जब हॉस्पिटल में आग लगी थी तो उस वक्त वहां कौन-कौन मौजूद था? अग्निकांड के वक्त बेबी केयर अस्पताल में सिक्योरिटी गार्ड वहां थे या नहीं या फिर अस्पताल प्रबंधन का कोई जिम्मेदार शख्स हॉस्पिटल में था या नहीं? अभी तक इस बात का पता नहीं चल सका है कि अस्पताल में जब आग लगी थी, तब वहां अस्पताल के सिक्योरिटी डिपार्टमेंट से कौन-कौन था.
सवाल नंबर- 3
तीसरा और सबसे अहम सवाल यह है कि बेबी केयर अस्पताल में फायर सेफ्टी के लिए क्या-क्या व्यवस्थाएं थीं? जब आग लगी तो तो हॉस्पिटल में मौजूद फायर सेफ्टी मेजर को अपनया या उसे अमल में लाया गया था या नहीं? बता दें कि निर्धारित प्रावधानों के तहत अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा के लिए मुकम्मल व्यवस्था करनी होती है, ताकि आग लगने की स्थिति में घटना से निपटा जा सके.
सवाल नंबर- 4
चौथा सवाल यह उठता है कि क्या निर्धारित मापदंडों के तहत गर्मी का मौसम आने से पहले अस्पतालों में सुरक्षा मानकों की जांच-पड़ताल की गई थी या नहीं? आमतौर पर गर्मी के सीजन में जब तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला जाता है तो मशीनों में स्पार्क करने और उस वजह से आग लगने की आशंका काफी बढ़ जाती है. गर्मी का मौसम आने से पहले ड्रिल कर यह जानने की कोशिश की जाती है कि फायर सेफ्टी से जुड़े सभी उपकरण सही से काम कर रहे हैं या नहीं. पाइप में पानी की सप्लाई सही तरीके से हो रही है कि नहीं और मोटर ठीक तरह से काम कर रहा है या नहीं. इसके साथ ही फायर डिपार्टमेंट की टीम उन्हें बेसिक ट्रेनिंग भी देती है.
दिल्ली : बेबी केयर सेंटर में लगी भीषण आग, 7 नवजातों की हुई मौत, 5 अस्पताल में भर्ती
सवाल नंबर- 5
शुरुआती जानकारी के अनुसार, अस्पताल में आग लगने की वजहों का अभी तक पता नहीं चल सका है. शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी या फिर इसके पीछे कोई और वजह है. फायर डिपार्टमेंट और फॉरेंसिक टीम की छानबीन के बाद ही असली वजहों का पता चल सकेगा. साथ ही जवाबदेही भी तय हो सकेगी.
Tags: Delhi Fire, Delhi Hospital, Delhi newsFIRST PUBLISHED : May 26, 2024, 09:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed