केजरीवाल का पंच प्रहार एलजी का अवैध बांग्लादेशियों पर वारक्या है संकेत
केजरीवाल का पंच प्रहार एलजी का अवैध बांग्लादेशियों पर वारक्या है संकेत
Delhi News: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी और बीजेपी ने दांव चलने शुरू कर दिए हैं. लेकिन इसमें एलजी का भी एक एंगल है. केजरीवाल ने ऑटो ड्राइवर्स के लिए 5 बड़े ऐलान किए, तो एलजी ने दिल्ली से अवैध बांग्लादेशियों को बाहर निकालने के आदेश दे दिए. आइए समझते हैं कि इसके मायने क्या हैं?
अरविंद केजरीवाल इस वक्त फुल फार्म में हैं. एक दिन पहले दिल्ली की आतिशी सरकार ने डीटीसी बस ड्राइवरों के लिए कई ऐलान किए, तो मंगलवार को केजरीवाल ने ऑटो ड्राइवरों के लिए तोहफों की बारिश कर दी. इंश्योरेंस, बेटी की शादी के लिए पैसे, वर्दी के लिए पैसे और बच्चों की कोचिंग के लिए पैसे…ऐसे पांच ऐलान किए. जवाब में दिल्ली के उपराज्यपाल ने बांग्लादेशी दांव चल दिया. उन्होंने दिल्ली में अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ अभियान चलाने का आदेश दे दिया. इतना ही नहीं, 2 महीने का वक्त भी दिया है. एक ही दिन में इन फैसलों से दिल्ली की सियासत में बड़ा फर्क आने वाला है. समझिए कैसे.
दिल्ली में अगले कुछ दिनों में चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस जमकर बैटिंंग करने में जुटे हैं. आम आदमी पार्टी रोज कोई न कोई ऐसी घोषणा कर रही है, जो लोगों को सीधा लाभ पहुंचाने वाली है. एक दिन पहले आतिशी सरकार ने दिल्ली के DTC बस ड्राइवर्स और कंडक्टर्स की मांग को पूरा करते हुए उनकी ड्यूटी नजदीकी बस अड्डों पर लगाने का ऐलान किया. तो वहीं, DTC की CNG बस चलाने वाले ड्राइवरों को इलेक्ट्रिक बस चलाने की ट्रेनिंग देने की मांग भी पूरी कर दी.
अगले ही दिन, केजरीवाल मैदान में उतरे. उन्होंने ऑटो ड्राइवर्स के लिए पांच बड़े ऐलान कर डाले.
1. ऑटो ड्राइवर्स को 10 लाख का जीवन बीमा और 5 लाख का एक्सीडेंट इंश्योरेंस मिलेगा.
2. उनकी बेटी की शादी के लिए 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता सरकार की ओर से मिलेगी.
3. आम आदमी पार्टी की सरकार ऑटो ड्राइवरों की वर्दी के लिए साल में 2 बार 2500 रुपये दिए जाएंगे.
4. ऑटो ड्राइवर्स के बच्चों की प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग का पूरा खर्च सरकार सरकार उठाएगी.
5. इतना ही नहीं, ऑटो ड्राइवर्स के लिए ‘पूछो ऐप’ फिर से चालू किया जाएगा, यह उनकी पुरानी मांग थी.
एलजी का बड़ा फैसला
केजरीवाल के ऐलान करने के साथ ही दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना का एक आदेश आ गया. एलजी सचिवालय ने दिल्ली के मुख्य सचिव और पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा. इसमें राजधानी दिल्ली में रह रहे अवैध बांग्लादेशियों की पहचान करने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं. ये भी कहा है कि दो महीने तक यह मुहिम चलाई जाए. यह वही वक्त है, जिसमें दिल्ली विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसलिए इस फैसले के काफी मायने हैं.
ऑटो ड्राइवर्स क्यों अहम
2013 के विधानसभा चुनाव में ऑटो ड्राइवर्स केजरीवाल के लिए संजीवनी बने थे. 10 हजार ऑटो ड्राइवर्स ने एक साथ मिलकर केजरीवाल को समर्थन दिया था और वहीं से दिल्ली की राजनीति बदल गई थी. एक बार फिर केजरीवाल उन्हींं ऑटो ड्राइवर्स के पास मदद के लिए पहुंचे हैं. दिल्ली में लगभग 85,000 ऑटोरिक्शा हैं. हर विधानसभा क्षेत्र में इनका अच्छा खास वोट है, जो चुनाव में किसी की भी हार जीत तय कर सकता है.
बांग्लादेशी पर दांव क्यों?
एलजी ने अवैध बांग्लादेशियों की पहचान करने का आदेश 33 सम्मानित मौलाना और हजरत निजामुद्दीन दरगाह से जुड़े मुस्लिम प्रतिनिधियों की मांग पर दिया है. इन लोगों का कहना है कि अवैध बांग्लादेशियों ने दिल्ली का कबाड़ा कर रखा है. इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. लेकिन इस आदेश के मायने खास हैं. पहला, कुछ एनजीओ का अनुमान है कि दिल्ली में अवैध बांग्लादेशियों की संख्या हजारों में है. कई बार अभियान चलते हैं, कुछ लोगों को पकड़ा भी जाता है, फिर छोड़ दिया जाता है. लेकिन इस बार का आदेश चुनाव से चंद दिन पहले दिया गया है. इसलिए इसके मायने हैं. बीजेपी बार-बार आरोप लगाती है कि अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंंग्याओं को वोटर बनाया जा रहा है. केजरीवाल उनके जरिए जीतना चाहते हैं.
Tags: Arvind kejriwal, Delhi AAP, Delhi latest news, Delhi LG, Delhi newsFIRST PUBLISHED : December 10, 2024, 23:39 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed