धर्म नगरी चित्रकूट आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष खबरकल से तीन दिन रद्द रहेगी धर्म नगरी की यह ट्रेनें
धर्म नगरी चित्रकूट आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष खबरकल से तीन दिन रद्द रहेगी धर्म नगरी की यह ट्रेनें
Canceled train: बांदा-कानपुर रेलवे लाइन का दोहरीकरण का काम जारी है. इस वजह से रास्ते में पड़ने वाले भरुवा सुमेरपुर, रगौल, यमुना साउथ बैंक स्टेशनों में नॉन इंटरलॉकिंग के चलते चित्रकूट आने वाली कुछ ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है. अब 17 जुलाई से फिर से इन ट्रेनों का संचालन शुरू होगा....
विकाश कुमार/चित्रकूट: धर्म नगरी चित्रकूट प्रभु श्री राम की तपोस्थली रही है. यहां हर रोज देश के विभिन्न इलाकों से आने वालों का तांता लगा रहता है. कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज सहित अन्य जगहों से यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है. यहां आने के लिए लोग निजी वाहनों के अलावा बस और रेलवे सेवाओं का भी इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में अगर ट्रेन से चित्रकूट आने वालों के लिए बहुत जरूरी खबर है. दरअसल, धर्म नगरी चित्रकूट आने वाली कुछ ट्रेनें आने वाले तीन दिनों तक कैंसिल रहेंगी. इसलिए अगर आप भी इन ट्रेनों से चित्रकूट आने का प्लान बना रहे हैं तो यह खबर आप के काम की है.
आप को बता दें की बांदा-कानपुर रेलवे लाइन का दोहरीकरण का काम जारी है. इस वजह से बांदा-कानपुर रूट में पड़ने वाले भरुवा सुमेरपुर, रगौल, यमुना साउथ बैंक स्टेशनों में नॉन इंटरलॉकिंग के काम के चलते चित्रकूट आने वाली कुछ ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है. अब हम आपको आगे जिन ट्रेनों के बारे में बताने जा रहे हैं वो ट्रेन कल यानी 14 जुलाई से 17 जुलाई तक रद्द रहेंगी. 17 जुलाई से इन ट्रेनों का संचालन फिर से शुरू हो जाएगा.
चित्रकूट की यह ट्रेन रहेगी कैंसल
आप को बता दें कि कानपुर से धर्मनगरी चित्रकूट तक श्रद्धालुओं को जोड़ने वाली 01802 कानपुर मेमू जिसका गाड़ी नंबर 01801 है यह 16 जुलाई तक के लिए निरस्त कर दी गई है. इसके अलावा मानिकपुर-कानपुर मेमू गाड़ी नंबर 14110, कानपुर-चित्रकूट-कानपुर इंटरसिटी जिसकी गाड़ी संख्या 14109 है. यह ट्रेन 16 जुलाई तक के लिए निरस्त कर दी गई हैं.
प्रभु श्री राम से है चित्रकूट का अटूट नाता
जानकारी के लिए बता दें कि धर्मनगरी चित्रकूट से प्रभु श्री राम का अटूट नाता रहा है. भगवान राम ने अपने वनवास काल के दौरान माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अपने वनवास काल के साढ़े ग्यारह वर्ष यहीं व्यतीत किए थे. चित्रकूट से ही मां मंदाकिनी नदी का उद्गम भी हुआ है. इस नदी में स्नान करने और कामतानाथ दर्शन करने के लिए महाराष्ट्र से लेकर पश्चिम बंगाल, दिल्ली, लखनऊ, कानपुर सहित देश के विभिन्न इलाकों से रोज हजारों की तादाद में लोग आते हैं.
Tags: Local18FIRST PUBLISHED : July 13, 2024, 22:17 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed