इस संस्थान में 1 से 12वीं क्लास के बच्चों को मिलेगी निशुल्क शिक्षा
इस संस्थान में 1 से 12वीं क्लास के बच्चों को मिलेगी निशुल्क शिक्षा
चित्रकूट में खुली रुक्मणी सेवा संस्थान की पाठा क्षेत्र व आस पास के रहने वाले गरीब बच्चों को अपनी संस्थान में निशुल्क कोचिंग दिया करती है.बता दें कि इस संस्था में एक से 12 तक के गरीब बच्चों को निशुल्क कोचिंग दी जा रही है
विकाश कुमार/ चित्रकूट: बुंदेलखंड का चित्रकूट सबसे पिछड़ा क्षेत्र माना जाता है..ऐसे में चित्रकूट क्षेत्र में गरीब बच्चों के अंदर शिक्षा की अलख जगाने के लिए चित्रकूट की एक संस्था बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दे रही है. अगर आप भी इस निशुल्क शिक्षा का हिस्सा बनना चाहते हैं तो आपको संस्था की कुछ प्रक्रियाओं से गुजरना होगा.
हम बात कर रहे है चित्रकूट में खुली रुक्मणी सेवा संस्थान की जिसकी शुरुआत चित्रकूट के रहने वाले अतुल ने आज से 6 साल पहले की थी. वह पाठा क्षेत्र व आस पास के रहने वाले गरीब बच्चों को अपनी संस्थान में नि:शुल्क कोचिंग दिया करते थे. धीमे-धीमे उन्होंने कोचिंग आगे बढ़ाया और वह आज एक से 12 तक के गरीब बच्चों को निशुल्क कोचिंग दे रहे हैं और यूपीएससी की तैयारी भी करवा रहे हैं.
संस्थान के संस्थापक ने दी जानकारी
रुक्मणी सेवा संस्थान के संस्थापक अतुल ने बताया कि आज से वह 6 साल पहले दिल्ली गए हुए थे. तभी उन्होंने देखा कि कॉलेज के लड़कों द्वारा फुटपाथ में बैठे बच्चों के लिए निशुल्क कोचिंग सेंटर और खाना वितरण कॉलेज के बच्चे कर रहे थे. उन्होंने कहा जब वह दिल्ली से चित्रकूट आए तब उन्होंने अपने फ्रेंड सर्कल में यह सब बातें रखी. आज से वह 6 साल पहले 2018 में उन्होंने शादी विवाह में बचने वाले खाने को इकट्ठा कर फुटपाथ में बैठने वाले बच्चों को देने लगे.
उन्होंने आगे बताया हम लोगो ने रुक्मणी सेवा संस्थान के नाम से पहले कोचिंग सेंटर कर्वी के अंदर स्टार्ट किया और एक से आठ तक के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देना शुरू कर दिए. धीरे-धीरे वह अपनी शिक्षा की संस्थान को आगे बढ़ते गए और अब इस समय उनके पास एक से 12 तक की क्लासेस चलती है और वह गरीब बच्चों को यूपीएससी की भी तैयारी निशुल्क में करवा रहे हैं.
ऐसे करे आवेदन
रुक्मणी सेवा संस्थान के संस्थापक ने जानकारी देते हुए बताया की जो भी बच्चा हमारे कोचिंग सेंटर में निशुल्क कोचिंग करना चाहता है.उसके लिए पहले उसको हमारे कर्वी के शंकर बाजार के ऑफिस में आकर अपना और अपने माता पिता का आधार कार्ड जमा करना होता है. इसके बाद संस्था के लोग उसके गांव विजिट में जाते है. अगर बच्चा गरीब घर से होता है तभी हम उसका एडमिशन करते हैं.
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Tags: Education, Local18FIRST PUBLISHED : April 30, 2024, 11:25 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed