4th क्लास की स्टूडेंट जिसने 1000 छात्रों वाले स्कूल में अध्यक्ष का पद संभाला!

Puducherry News: वाइज मैन स्कूल में बाल दिवस पर तीन प्रतिभाशाली छात्रों को अध्यक्ष, प्रिंसिपल और उप-प्रिंसिपल की जिम्मेदारी दी गई. उन्होंने नेतृत्व करते हुए अनुशासन और गतिविधियों की निगरानी की, साथ ही भविष्य के बड़े लक्ष्य तय किए.

4th क्लास की स्टूडेंट जिसने 1000 छात्रों वाले स्कूल में अध्यक्ष का पद संभाला!
पुडुचेरी: हर साल 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है, जो भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती के रूप में मनाया जाता है. उन्हें बच्चों के बीच ‘चाचा नेहरू’ के नाम से जाना जाता है, और इस दिन बच्चों के सम्मान में विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं. भाषण प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता और पोशाक प्रतियोगिता जैसी प्रतियोगिताओं के जरिए बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाता है. वेलरामपट्टू वाइज मैन प्राइवेट स्कूल में बाल दिवस पुडुचेरी स्थित वेलरामपट्टू वाइज मैन प्राइवेट स्कूल में भी बाल दिवस का आयोजन बड़े धूमधाम से किया गया. इस स्कूल में एक हजार से अधिक छात्र पढ़ते हैं, और इस खास मौके पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं. बच्चों को न केवल पुरस्कार दिए गए, बल्कि उनके शैक्षिक प्रदर्शन और प्रतिभा को सम्मानित करने के लिए तीन छात्रों को स्कूल के प्रमुख पदों पर बैठाया गया. नेतृत्व की जिम्मेदारी पुडुचेरी वाइज मैन स्कूल की चौथी कक्षा की छात्रा रिया को स्कूल का अध्यक्ष, मेघा को स्कूल की प्रिंसिपल और चंद्रमौली को स्कूल का उप-प्रिंसिपल नियुक्त किया गया. इस अवसर पर स्कूल के प्रमुखों ने इन छात्रों को अपनी कुर्सी पर बैठाया, उन्हें फूल देकर और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया. इसके बाद, स्कूल के शिक्षकों ने भी इन छात्रों को बधाई दी. छात्राओं की भविष्य की योजनाएं स्कूल के अध्यक्ष, प्रिंसिपल और उप-प्रिंसिपल की जिम्मेदारी संभालने वाली इन छात्राओं ने अपने भविष्य के लिए बड़े लक्ष्य तय किए. स्कूल की अध्यक्ष बनीं रिया ने कहा कि उनका सपना है कि वह जिला कलेक्टर बनकर जनता की सेवा करें. वहीं, उप-प्रिंसिपल बनीं सुभप्रदा ने अपनी इच्छा जताई कि वह पुडुचेरी केंद्रीय विश्वविद्यालय की कुलपति बनना चाहती हैं. प्रिंसिपल बनीं मेघा ने अपने लक्ष्य के बारे में बताया कि वह एक दिन तमिल शिक्षिका बनना चाहती हैं. छात्रों के अनुशासन पर ध्यान इस दिन का एक खास पहलू यह भी था कि स्कूल की प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल की जिम्मेदारी निभाने वाली इन छात्राओं ने छात्रों के अनुशासन, शिक्षकों की उपस्थिति, खेल गतिविधियों और दोपहर के भोजन जैसी चीजों की भी जांच की. यह साबित करता है कि बच्चों में नेतृत्व की भावना और जिम्मेदारी की भावना को प्रोत्साहित किया जाता है. Tags: Ajab ajab news, Local18, Special ProjectFIRST PUBLISHED : November 18, 2024, 16:52 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed