1 साल में मायावती की पार्टी को मिला सिर्फ 20 हजार रुपए का चंदा! निर्वाचन आयोग में क्या बोली बसपा पढ़ें रिपोर्ट
1 साल में मायावती की पार्टी को मिला सिर्फ 20 हजार रुपए का चंदा! निर्वाचन आयोग में क्या बोली बसपा पढ़ें रिपोर्ट
जून में जमा कराई गई अपनी वार्षिक चंदा रिपोर्ट में पार्टी ने कहा कि उसे वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 20 हजार रुपये से ज्यादा की राशि का कोई योगदान नहीं मिला. निर्वाचन आयोग ने यह रिपोर्ट बुधवार को सार्वजनिक की.
हाइलाइट्सबसपा ने चुनाव आयोग से कहा है कि उसे 20 हजार रुपये से ज्यादा की राशि का चंदा नहीं प्राप्त हुआ है.निर्वाचन आयोग ने यह रिपोर्ट बुधवार को सार्वजनिक की.वित्तीय वर्ष 2020-21 में बसपा को एक भी व्यक्ति ने 20 हजार से अधिक का चंदा नहीं दिया था.
नयी दिल्ली. मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने निर्वाचन आयोग को सूचित किया है कि उसे व्यक्तिगत दानदाताओं और संस्थाओं से वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 20 हजार रुपये से ज्यादा की राशि का चंदा नहीं प्राप्त हुआ है. जून में जमा कराई गई अपनी वार्षिक चंदा रिपोर्ट में पार्टी ने कहा कि उसे वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 20 हजार रुपये से ज्यादा की राशि का कोई योगदान नहीं मिला. निर्वाचन आयोग ने यह रिपोर्ट बुधवार को सार्वजनिक की. जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 29 सी के मुताबिक किसी राजनीतिक दल के कोषाध्यक्ष या उसके द्वारा अधिकृत कोई अन्य व्यक्ति एक वित्तीय वर्ष में किसी भी व्यक्ति या अन्य संस्थाओं से पार्टी को प्राप्त 20,000 रुपये से अधिक के चंदे के बारे में एक रिपोर्ट तैयार करेगा.
बसपा का बयान उसके कथित दावे के अनुरूप है कि उसे केवल कम कमाई वाले लोगों से ही धन मिलता है. मायावती के नेतृत्व वाली पार्टी ने पिछले कई सालों से यह रुख बनाए रखा है. निर्वाचन आयोग 20,000 रुपये की सीमा को खत्म करने पर जोर दे रहा था ताकि पार्टियों के लिए उन्हें मिले सभी स्वैच्छिक दान को उसके संज्ञान में लाना अनिवार्य हो, चाहे चंदे की रकम कुछ भी हो. वहीं पिछले महीने जारी हुए एक रिपोर्ट के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2020-21 में देश की राष्ट्रीय पार्टियों को 3753 लोगों ने 20 हजार या उससे अधिक की रकम बतौर चंदा दी है.
भाजपा की हिस्सेदारी अन्य सभी दलों को मिले 20 हजार या उससे अधिक के चंदे से करीब चार गुना अदिक थी. नेशनल इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने निर्वाचन आयोग को मिले पार्टियों की आय-व्यय के सालाना ब्यौरे के आधार पर विश्लेषण किया था. इसके मुताबिक 20 हजार रुपये से ज्यादा रकम के चंदे की श्रेणी में भाजपा को 2206 दाताओं से कुल 545.45 करोड़ रुपये मिले थे. वित्तीय वर्ष 2020-21 की रिपोर्ट में बसपा को लगातार 15वें साल एक भी व्यक्ति ने 20 हजार रुपये से अधिक का चंदा नहीं दिया है. बसपा ने बिल्कुल तय समय पर यानी 9 सितंबर 2021 को ही अपने आय-व्यय का ब्यौरा निर्वाचन आयोग को सौंप दिया था.
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Tags: Bahujan Samaj Party, Election commission, MayawatiFIRST PUBLISHED : August 17, 2022, 22:52 IST