लाजपत नगर जितनी आबादी मगर 16 घंटे मीटिंग करेंगे PM चीन के कमर पर होगी चोट!

PM Modi Brunei Visit: पीएम मोदी ब्रुनेई के दो दिवसीय दौरे पर हैं. इस दौरान दोनों देशों के बीच कई अहम समझौते होंगे. पीएम के इस दौरे को दक्षिण चीन सागर और हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन के प्रभाव को काउंटर करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.

लाजपत नगर जितनी आबादी मगर 16 घंटे मीटिंग करेंगे PM चीन के कमर पर होगी चोट!
PM Modi Brunei Visit: आबादी के हिसाब से अपना मुल्क दुनिया में नंबर वन पायदान पर है. क्षेत्रफल के मामले में भी यह एक विशाल देश है. लेकिन विकसित मुल्कों की तुलना में विकास के पैमाने पर हम काफी पीछे हैं. दुनिया में कई ऐसे मुल्क हैं जो बहुत छोटे हैं. उनकी आबादी कई बार तो अपनी दिल्ली के किसी एक मोहल्ले के बराबर होती है. लेकिन, वे विकास और अमीरी के मामले में दुनिया के अव्वल देशों में गिने जाते हैं. आज एक ऐसे ही देश की कहानी, जिसके दो दिवसीय दौरे पर पीएम नरेंद्र मोदी हैं. जी हां, हम बात कर रहे हैं ब्रुनेई की. यह भी एक बेहद अमीर इस्लामिक मुल्क है, जिसकी आबादी करीब 4.50 लाख है. यानी अपनी दिल्ली के लाजपत नगर इलाके की आबादी के करीब-करीब बराबर. यह एक बेहद अमीर मुल्क है. इसकी अमीरी के पीछे इसको मिले कुदरती तोहफे हैं. इस मुल्क के पास बहुत बड़े पेट्रोलियम भंडार हैं. इन्हीं पेट्रोलियम पदार्थों को बेचकर यह भारी कमाई करता है. यहां की प्रति व्यक्ति आय 67,760 अमेरिकी डॉलर यानी करीब 57 लाख रुपये सालाना है. यानी यहां का हर एक व्यक्ति मंथली औसतन करीब 5 लाख रुपये की कमाई करता है. यह एक अद्भूत देश हैं. समंदर की गोद में बैठे इस मुल्क की खूबसूरती जबर्दस्त है. यह दुनिया का संभवतः एक मात्र मुल्क है जिस पर एक पैसे का कर्ज नहीं है. इस मुल्क का क्षेत्रफल 5,770 वर्ग किमी है. आबादी का घनत्व 88 प्रति किमी है. पीएम मोदी ब्रुनेई पहुंच गए हैं. वह बुधवार तक इस नन्हे मुल्क की मेहमान नवाजी का आनंद लेंगे. ब्रुनेई की यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है. वह यहां से सिंगापुर के दौरे पर जाएंगे. दो दिनों तक ब्रुनेई में रहेंगे पीएम पीएम मोदी करीब 24 घंटे तक ब्रनेई में रहेंगे. इस दौरान वह कई अहम बैठकों और मुलाकातों में शिरकत करेंगे. अब आप सोच रहे होंगे कि अमेरिका, रूस जैसे मुल्कों के साथ डील करने वाले पीएम मोदी इन छोटे से मुल्क में इतना समय क्यों बिता रहे हैं. दरअसल, भारत बीते कुछ समय से अपनी विदेश नीति को दक्षिण पूर्व एशियाई देशों पर केंद्रित कर रहा है. इसका मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से बेहद समृद्ध इन मुल्कों के साथ साझेदारी को और ऊंचाई पर पहुंचाकर देश का आर्थिक विकास करना है. साथ ही इस क्षेत्र में चीन के प्रभाव को काउंटर करना है. ब्रुनेई की भौगोलिक स्थिति बेहद अहम है. यह दक्षिण चीन सागर के करीब है. यहीं से हिंद प्रशांत क्षेत्र में समुद्री व्यापार का सबसे अहम मार्ग गुजरता है. ऐसे में पीएम मोदी ब्रुनेई के साथ आर्थिक से साथ-साथ रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना चाहते हैं. इससे भारत को भौगोलिक रूप से चीन के करीबी मुल्कों में अपनी पकड़ बनाने में मदद मिलेगी. पीएम मोदी वहां के सुल्तान हाजी हस्सानल बोल्कियाह के आमंत्रण पर वहां गए हैं. पीएम मोदी के इस दौरे पर ब्रुनेई के साथ कई समझौते होंगे. इनमें अंतरिक्ष सहयोग और ऊर्जा से जुड़े अहम समझौते हो सकते हैं. इन समझौतों से दोनों देशों के रिश्तों में और मजबूती आएगी. ऐसे में पड़ोसी चीन का चिंतित होना लाजिमी है. बीते कुछ महीनों के भीतर भारत ने दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के साथ रिश्तों को टॉप प्रायोरिटी दी है. यही कारण है कि पीएम मोदी खुद ब्रुनेई और सिंगापुर के दौरे पर हैं. 20 अगस्त को ही मलेशिया के पीएम तीन दिवसीय भारत दौरे पर आए थे. Tags: East Asia summit, Pm modi newsFIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 16:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed