जरूरत से ज्यादा कूड़ा फेंकने पर लगेगा जुर्माना! इतने Kg से ज्यादा हुआ तो

Garbage cess increased: बेंगलुरु में कचरा प्रबंधन शुल्क बढ़ने से होटलों और छोटे उद्योगों पर आर्थिक बोझ बढ़ा. होटल मालिकों ने इसे अव्यवहारिक बताया और शुल्क वापसी की मांग की. सरकार और बीबीएमपी से व्यावहारिक समाधान की उम्मीद की जा रही है.

जरूरत से ज्यादा कूड़ा फेंकने पर लगेगा जुर्माना! इतने Kg से ज्यादा हुआ तो
बेंगलुरु में कचरा प्रबंधन एक गंभीर समस्या बन चुकी है. इस चुनौती से निपटने के लिए सरकार ने बीबीएमपी (बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका) को सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट लिमिटेड में बदल दिया. इसका सीधा असर शहर के होटलों, लघु उद्योगों और अपार्टमेंट्स पर पड़ा है, क्योंकि कचरा निपटान उपकर (सेस) में अचानक वृद्धि कर दी गई है. होटल मालिकों ने जताया सेस बढ़ोतरी पर विरोध ठोस कचरा प्रबंधन की बिगड़ती स्थिति से न केवल पर्यावरण, बल्कि लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है. इस समस्या का समाधान करने के लिए बैंगलोर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन लिमिटेड ने 100 किलो से अधिक कचरा उत्पन्न करने वाले 2000 से ज्यादा होटलों, अपार्टमेंट्स, छोटे उद्योगों और सामुदायिक हॉल को नोटिस जारी किया. नोटिस में कहा गया कि उन्हें पिछले अप्रैल से बकाया शुल्क सात दिनों के भीतर जमा करना होगा. इसके अलावा, प्रति किलो कचरा प्रबंधन शुल्क 12 रुपये और जिनके पास खाद बनाने की सुविधा है, उनसे 3 रुपये प्रति किलो वसूलने का निर्देश दिया गया. होटल ओनर्स एसोसिएशन ने क्या कहा? होटल ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुब्रमण्यम होल्ला ने सेस वृद्धि को अव्यावहारिक बताया. उन्होंने कहा, “होटल व्यवसाय पर यह बढ़ोतरी भारी पड़ रही है. यह गलत नहीं है कि आपने सेस बढ़ाया है, लेकिन अवैज्ञानिक तरीके से इतनी ज्यादा वृद्धि करना सही नहीं है.” उन्होंने आगे कहा कि अगर अचानक ऐसा किया जाता है, तो 100 किलो कचरे पर होटल को हर महीने 30-40 हजार रुपये का अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ेगा. यह शुल्क बीबीएमपी द्वारा वसूले जाने वाले सामान्य कर से भी अधिक होगा. कचरा प्रबंधन के नियम और चुनौतियां नियमों के अनुसार, 5000 वर्ग मीटर में बनी इमारतों और 100 किलो से अधिक कचरा उत्पन्न करने वाले होटलों, छोटे उद्योगों और अपार्टमेंट्स के पास कचरा प्रबंधन और उपचार के लिए अपना कंपोस्टिंग सिस्टम होना चाहिए. हालांकि, होटल मालिकों का कहना है कि उनके पास ऐसी व्यवस्था करना संभव नहीं है. सुब्रमण्यम ने सुझाव दिया कि यदि बीबीएमपी उन्हें भूमि प्रदान करती है, तो वे इस सुविधा को स्थापित और बनाए रख सकते हैं. इसके लिए समय और उचित योजना की आवश्यकता होगी. उन्होंने मांग की कि वर्तमान सेस दर को तुरंत वापस लिया जाए. होटल व्यवसायियों का विरोध जारी एक अन्य होटल व्यवसायी वीरेंद्र कामत ने कहा कि एसोसिएशन के साथ चर्चा किए बिना यह फैसला लिया गया, जो गलत है. उन्होंने कहा, “अगर प्रति किलो कचरा प्रबंधन शुल्क 12 रुपये रहेगा, तो छोटे व्यवसायों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा.” उन्होंने मांग की कि बिना किसी विचार-विमर्श के लागू की गई महंगी फीस को वापस लिया जाए. अब सभी होटल मालिक सरकार के अंतिम फैसले का इंतजार कर रहे हैं. Tags: Bangalore news, Local18, Special ProjectFIRST PUBLISHED : December 4, 2024, 18:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed