यूपी की इस दरगाह पर होता है भूत-प्रेत का इलाज यहां पहुंचते हैं 5000 लोग
यूपी की इस दरगाह पर होता है भूत-प्रेत का इलाज यहां पहुंचते हैं 5000 लोग
Dargah of Maula Abbas: यूपी के सुलतानपुर में आज भी एक दरगाह पर हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ लगती है. कहा जाता है कि यहां आने वाले लोगों को बुरी आत्माओं से छुटकारा मिलता है. ऐसे में यहां गुरुवार को 5000 की संख्या में लोग पहुंचते हैं.
सुलतानपुर: वैसे तो वर्तमान के इस वैज्ञानिक युग में भूत-प्रेत और मृतक आत्मा की बातें करना हास्यास्पद लगती हैं, लेकिन इस बात से बिल्कुल भी इंकार नहीं किया जा सकता है. क्योंकि गांव में आज भी इस विषय पर लोग संवेदनशील हो जाते हैं. ऐसे में सुलतानपुर के अमहट इलाके में मौजूद मौला अब्बास दरगाह को लेकर लोगों की मान्यता बनी हुई है. कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति किसी अदृश्य शक्ति से प्रभावित है. वह मौला अब्बास दरगाह में आकर इससे छुटकारा पा सकता है.
यहां हैं 5 मशहूर मजारें
सुलतानपुर शहर से थोड़ी दूर रायबरेली रोड पर मौला अब्बास की दरगाह है. जिसकी एरिया काफी बड़ी है और इस पूरे प्रांगण एरिया में 5 मजारें बनी हुई हैं, जिसमें मौला अब्बास, बीवी शकीन, 72 शहीद, मौला हुसैन और पंचरत्न पाक शामिल हैं. लोगों की ऐसी मान्यता है कि भूत-प्रेत और बुरी आत्माओं से पीड़ित जो भी इस दरगाह पर आता है. उसे बाबा मौला अब्बास की दुआ से बुरी आत्माओं से छुटकारा मिल जाता है.
इस दिन होती है भयंकर भीड़
स्थानीय लोगों की माने तो सप्ताह के प्रत्येक बृहस्पतिवार को मौला अब्बास दरगाह पर श्रद्धालुओं की भयंकर भीड़ होती है. स्थानीय लोगों के अनुसार बृहस्पतिवार को लगभग 5000 की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और बुरी नजर से छुटकारा पाते हैं.
मौला अब्बास दरगाह है न कि मस्जिद
दरगाह में काम करने वाले नूर मोहम्मद ने बताया कि मौला अब्बास एक दरगाह है न कि मस्जिद. लोकल 18 से बातचीत करते हुए उन्होंने दरगाह और मस्जिद में अंतर भी समझाया. उन्होंने बताया कि दरगाह में लोग दुआ मांगने आते हैं, जबकि मस्जिद में नमाज अदा करने. इसी दुआ मांगने के चलते मौला अब्बास श्रद्धालुओं और पीड़ितों की मन्नतों को पूरा करते हैं और बुरी आत्माओं से परेशान लोगों की समस्या को दूर भी करते हैं. यह दरगाह 60 साल से अधिक पुरानी मानी जाती है.
Tags: Local18, Religion, Religion 18, Sultanpur news, UP newsFIRST PUBLISHED : September 21, 2024, 13:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed