दाढ़ी वाले भगवान शिव यहां देखें मुगल काल की मूर्तियां

बरेली के एमजेपीआरयू यूनिवर्सिटी के पांचाल संग्रहालय में रखी हुई है.मुगलकाल से जुड़ी हुई भगवान शिव की प्रतिमा, इस प्रतिमा में भगवान शिव की गोलाकार दाढ़ी के साथ.

दाढ़ी वाले भगवान शिव यहां देखें मुगल काल की मूर्तियां
विकल्प कुदेशिया/बरेली: नाथ नगरी बरेली के रोहिलखंड यूनिवर्सिटी (एमजेपीआरयू) के पांचाल संग्रहालय में भगवान शिव की एक अनोखी प्रतिमा रखी हुई है. ये मुगलों के जमाने की मूर्ति है. इस मूर्ति में भगवान शिव की दाढ़ी गोलाकार आकार की है, ये दर्शाती है कि मुगलों के जमाने में हिंदू देवी-देवताओं और भगवान शिव को किस तरह से मूर्ति के स्वरूप में दर्शाया जाता था. पांचाल संग्रहालय में भगवान शिव के साथ ही माता पार्वती, श्री गणेश और कार्तिकेय जी की प्राचीन कालीन मूर्तियां रखी हुई है. साल 2018 में 1002 मूर्तियां एमजेपीआरयू यूनिवर्सिटी के पांचाल संग्रहालय में पंडित सुरेंद्र मौर्य मिश्रा ने दान की थी. ये मूर्तियां आज भी एमजेपीआरयू यूनिवर्सिटी के पांचाल संग्रहालय में संरक्षित है. पांचाल संग्रहालय के प्रमुख हेमंत शुक्ला बताते हैं कि 2018 में चंदौसी के रहने वाले पंडित सुरेंद्र मिश्रा के बेटे पंडित अतुल मिश्रा के द्वारा रोहिलखंड यूनिवर्सिटी के पांचाल संग्रहालय को 1002 भगवान शिव की मूर्तियां दान की थी. इसके बाद हम लोगोंं ने इस म्यूजियम का निर्माण कराया और उस समय के गवर्नर ने सौम्या जी के द्वारा बरेली आकर म्यूजियम का उद्घाटन किया था. यह मूर्तियां चंदौसी में मुगलों के जमाने से रखी हुई थी, जो कि अब हमारे म्यूजियम में रखी है. और मुगल काल से जुड़ा हुआ हिंदू देवी देवताओं का इतिहास प्रदर्शित करने के लिए इनको आज भी सुरक्षित कर कॉलेज के संग्रहालय में रखा गया है. क्या है मूर्ति की विशेषताएं पांचाल संग्रहालय संचालक डॉ हेमंत शुक्ला बताते हैं कि यह मूर्तियां मुगल काल के जमाने की है.इस मूर्ति में जो भगवान शिव की गोलाकार दाढ़ी में है वह नीचे से घुमावदार आकृति में प्रदर्शित हो रही है.जो की मुगलों के जमाने की प्रतीत होते हैं.साथ ही इन मूर्तियों की खासियत है. कि यह देश भर के वातावरण पर अपना विशेष प्रभाव डालते हैं.इन्हें आज भी बरेली के रोहिलखंड विश्वविद्यालय के पांचाल संग्रहालय में सुरक्षित रखा गया है. और इन मूर्तियों को देखने के लिए भारी संख्या में लोग छात्र एवं छात्राएं पांचाल संग्रहालय में आकर इन पर शोध भी करते हैं. Tags: Local18, Lord Shiva, MughalsFIRST PUBLISHED : May 11, 2024, 08:17 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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