विकल्प कुदेशिया/बरेली: नाथ नगरी बरेली में कई प्राचीन मंदिरों का अस्तित्व काफी ज्यादा है. इसी तरह गंगापुर चौराहा के निकट स्थित एक काफी प्राचीन और चमत्कारी शनि देव का मंदिर है. जो की भक्तों के दर्शन करने के लिए सुबह 5:00 से रात 10:00 बजे तक खुला रहता है. यहां शनिवार के दिन बहुत भीड़ लगती है. इसका आकलन लगा पाना मुश्किल हो जाता है. लोग कभी भारी मात्रा में यहां शनि देव के दर्शन करने आते हैं. मान्यता है कि इस मंदिर में दो पेड़ हैं, जिन्हें ब्रह्मदेव और शनिदेव का स्थान माना जाता है.
यूपी का अनोखा मंदिर
ब्रह्मदेव और शनिदेव, दोनों की ही सेवा एक ही जगह इन दोनों पेड़ों में की जाती है. यहां युगों पहले एक बाग हुआ करता था. शनि देव मंदिर में फूल की सेवा करने वाले अजय कुमार सैनी ने लोकल 18 से खास बातचीत के दौरान बताया कि यह काफी प्राचीन और युगों-युगों से चलते आ रहा एक ऐतिहासिक मंदिर है. इस मंदिर के चमत्कार के बारे में वह बताते हैं कि यहां आने वाले हर भक्त कोई भी मनोकामना लेकर जाते हैं. उनकी मनोकामना जरूर पूरी होती है. वह हंसी खुशी वापस लौट कर जाता है. इसके अलावा वो बताते हैं कि शनिवार के दिन यहां काफी भी भीड़ लग जाती है. जिसके कारण उन्हें फूल बेचने में कठिनाइयां होती है. यहां शनिवार के दिन भक्तों के लिए सेवा करने की कोई समय सीमा नहीं होती है. उनके लिए आधी आधी रात तक मंदिर के पट खुले होते हैं.
मंदिर की क्या है प्राचीनता
इस मंदिर में फूल की सेवा करने वाले अजय कुमार सैनी ने हमे एक खास बातचीत के दौरान बताया कि यह मंदिर काफी प्राचीन और चमत्कारी मंदिर है. जिसकी प्राचीनता यह है कि इस मंदिर में दो पेड़ है. जिन्हें ब्रह्मदेव और शनिदेव का स्थान माना जाता है. जहां ब्रह्मदेव और शनिदेव दोनों की ही सेवा एक ही जगह इन दोनों पेड़ों में की जाती है. यहां युगों पहले एक बाग हुआ करता था जो कि अब शनिदेव महाराज का मंदिर है.
यह मंदिर इतना चमत्कारी क्यों है
भगवान शनिदेव का मंदिर जो भी कभी प्राचीन और चमत्कारी माना जाता है. इसके अलावा यहां आने वाले भक्तों के ऊपर भगवान शनि देव की असीम कृपा बनी रहती है. यहां आने वाले हर भक्त कोई भी मनोकामना लेकर जाते हैं. उनकी मनोकामना जरूर पूरी होती है. वह हंसी खुशी वापस लौट कर जाता है.
Tags: Hindu Temple, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 19, 2024, 18:28 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed