भारत के खिलाफ बांग्लादेशी संगठन कैसे रच रहे साजिश जहरीली किताब से खुलासा
भारत के खिलाफ बांग्लादेशी संगठन कैसे रच रहे साजिश जहरीली किताब से खुलासा
Bangladesh News: बांग्लादेश में जबसे सत्ता परिवर्तन हुआ तबसे भारत के खिलाफ बांग्लादेश में मोर्चा खुला हुआ है. पुलिस के हाथ एक जहरीली किताब और कुछ शख्स हाथ लगे हैं जो इस किताब के जरिए भारत के खिलाफ काम कर रहे थे. यह एक धार्मिक किताब है. इस किताब में भारत के खिलाफ जिहाद करने की बात कही गई है.
नई दिल्ली: भारत के युवाओं को भारतीय व्यवस्था के खिलाफ उकसा रहे हैं. इसका बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल एक जहरीली किताब न्यूज18 के हाथ लगी है. बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद पहली बार यह सामने आया है कि कैसे तरीके से आतंकी संगठनों ने बाकायदा एक साजिश का ताना-बाना बुना है. जिससे वह भारत की अखंडता और एकता को बिगड़ने की कोशिश में लगे हुए हैं
न्यूज़ 18 इंडिया के हाथ में उस किताब की कुछ तस्वीरें हाथ लगी है. जिसे भारतीय खुफिया एजेंसियों के मुताबिक बांग्लादेश में तैयार किया गया है और उसे भारतीय युवाओं के बीच में बांटा जा रहा है. इस किताब में ऐसे अनुच्छेद हैं जिसमें भारतीय युवाओं को कहा गया है कि वह जिहाद करें. वह शास्त्र उठाएं और भारतीय व्यवस्था को तहस-नहस कर दें.
खतरनाक संगठन कर रहे थे सपोर्ट
सूत्रों ने जो न्यूज़ 18 इंडिया को बताया है कि असम पुलिस ने हाल ही में जो युवकों को गिरफ्तार किया है उसमें एक बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल है. वह भारत में धार्मिक विचारधारा के आधार पर आतंकवाद फैलाने की फिराक में थे. असम, पश्चिम बंगाल और केरल सहित उत्तर भारत में उनका पूरा नेटवर्क फैला था और बांग्लादेश में अलकायदा और ग्लोबल टेरेरिस्ट नेटवर्क जैसे खतरनाक संगठन उनका लगातार सपोर्ट कर रहे थे.
जहरीली किताब का नाम ‘खुत बातुल इस्लाम’
इस रैकेट का भंडाफोड़ करने वाली असम पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से वह किताब बरामद की है. इसके आधार पर वह भारतीय युवाओं को बरगला रहे थे और भारतीय व्यवस्था के खिलाफ उकसा रहे थे. यह एक धार्मिक किताब है. इसमें जिहाद का जिक्र है. इस किताब का मकसद गलत धार्मिक परिभाषा के जरिए युवाओं को भड़काना है. किताब के जरिए युवाओं को राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में लिप्त करना है, खुफिया एजेंसी सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेश में तैयार की गई इस किताब का नाम ‘खुत बातुल इस्लाम’ है.
दरअसल कुछ महीनों पहले जैसे बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन हुआ कट्टरवादी संगठन वहां पर सक्रिय हो गया है. सत्ता परिवर्तन के बाद उन्हें खुली छूट मिल गई है कि बांग्लादेश की धरती पर पाकिस्तान की शहर पर भारत के खिलाफ एजेंडे को फैलाना है. न्यूज़ 18 के पास इस जहरीली किताब की तस्वीरें हैं मोबाइल की फुटेज है. इसके अलावा गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ के आधार पर जो डिटेल सामने आए हैं उसका विवरण है.
इसके मुताबिक बाकायदा बांग्लादेश में मौजूदा शासन की शहर पर अलकायदा इंटरनेशनल ग्लोबल टेरेरिस्ट नेटवर्क जमातील मुजाहिदीन बांग्लादेश और अंसारुल बांग्लादेश जैसे आतंकी संगठन के काडरों को पनपाया जा रहा है. इसी कोशिश का नतीजा था कि आठ लोगों की जो गिरफ्तारी हुई है. वह अलकायदा इंटरनेशनल आतंकी संगठन की विचारधारा से प्रभावित थे. जो केरल, पश्चिम बंगाल, असम और उत्तर भारत में यह युवाओं को बरगलाने में जुटे हुए थे और इस किताब के जरिए वह विचारधारा उन युवाओं के अंदर थोप रहे थे
कई बड़े शहर इस नेटवर्क के निशाने पर
न्यूज़ 18 सिलसिलेवीर तरीके से इस रैकेट कुड़ियों को खंगाल तो पाया धुबरी गुवाहाटी मालदा कोलकाता जैसे कई शहर थे जो इस नेटवर्क के निशाने पर थे. अल-कायदा इंटरनेशनल जमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश और अंसारुल बांग्लादेश टीम के मुखिया सीधे तौर पर इन कारों को निर्देश दे रहे थे और इस किताब की कॉपी उनको सप्लाई की गई जिसकी तस्वीर न्यूज़ 18 को मिली है.
असम एसटीएफ प्रमुख पार्थ सारथी महंत के निर्देश में ऑपरेशन को अंजाम दिया गया. जिसमें पूरे रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है, जो बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त थे. कुछ महीना पहले नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी ने असम पुलिस समिति अलग-अलग राज्यों की पुलिस को अलर्ट किया था और इस अलर्ट के आधार पर असम पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने यह कार्रवाई शुरू की. इसके बाद उन्होंने बांग्लादेश में पनप रहे भारत विरोधी इस एजेंट का भंडाफोड़ किया. चौंकाने वाली बात यह है कि पाकिस्तान की शह पर भारत विरोधी इस एजेंडे को पनपाया जा रहा है उसको पाला पोसा जा रहा है. फिलहाल 8 लोग इस मॉड्यूल के गिरफ्तार किए गए हैं. लेकिन कितने स्लीपर सेल के काडर इस मॉड्यूल ने तैयार किए हैं यह खुफिया सुरक्षा एजेंसियां तफ्तीश कर रही हैं.
Tags: Bangladesh, Islamic TerrorismFIRST PUBLISHED : December 21, 2024, 06:17 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed