विधवा मां ने मजदूरी कर पढ़ाया अब बेटे ने नेशनल एथलेटिक में बनाई पहचान

Emotional Story: बलिया के एथलेटिक खिलाड़ी अश्वनी कुमार अपने बुआ के घर रहकर तैयारी करते हैं. वह 3 बार ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी खेल में 5 मेडल जीत चुका है. घर में पिता के न होने के कारण उसके घर की सारी जिम्मेदारियां मां पर ही हैं.

विधवा मां ने मजदूरी कर पढ़ाया अब बेटे ने नेशनल एथलेटिक में बनाई पहचान
सनन्दन उपाध्याय/बलिया: वो कहते हैं न अगर कुछ बड़ा करने का जज्बा, जोश और जुनून सवार हो जाए तो विपरीत परिस्थितियां में भी सारे काम धीरे-धीरे अपने आप सही होने लगते हैं. ऐसे में उससे निपटने के लिए कोई न कोई मजबूत सफल मार्ग अवश्य मिल जाता है. बचपन में पिता का साया उठ गया, मां खेती-बाड़ी और मेहनत मजदूरी कर अपने दोनों बच्चों की पढ़ाई पूरी की. पूरी पढ़ाई के बाद उसी मां के बड़े बेटे ने शहर में अपने बुआ से सहयोग लेकर नेशनल स्तर तक पहचान बनाई. लोकल 18 से बातचीत में बलिया के इस युवा खिलाड़ी की आंखें नम जरूर हो गई, लेकिन कुछ बड़ा कर जाने की एक झलक भी छोड़ कर चली गई. आइए आगे विस्तार से जानते हैं. एथलेटिक कोच ने बताया एथलेटिक कोच अजय राज सिंह ने बताया कि इस लड़के में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. अभी तक कई उपलब्धियां हासिल कर चुका है. तीन बार तो ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी खेल चुका है. अभी वर्तमान में गोल्ड और सिल्वर मेडल पर अपना कब्जा जमाया है. इसके परिवार की स्थिति बिल्कुल दयनीय है, लेकिन जिस प्रकार से मेहनत कर रहा है. यह कहने में संकोच नहीं होगा कि बहुत आगे तक जाएगा. बुआ के सहयोग से करता है प्रैक्टिस एथलेटिक खिलाड़ी अश्विनी कुमार ने बताया कि वह जिले के डुमरी सराया शंकरपुर का रहने वाला है. वह शहर में अपने बुआ के यहां रहकर प्रैक्टिस करता है. क्योंकि घर की स्थिति बेहद खराब है. ऐसे में मां मेहनत और मजदूरी करती है. अभी वह ओपन स्टेट अंडर-23 पाटलीपुत्रा खेल कांप्लेक्स पटना में 400 मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल और 110 मीटर में सिल्वर मेडल उसे प्राप्त हुआ है. लगभग 4 सालों से वह प्रैक्टिस कर रहा है. मां के सपने को करना है साकार पिताजी बचपन में ही भगवान को प्यार हो गए थे. मां खेती-बाड़ी मेहनत और मजदूरी करके अपना 100 परसेंटेज उसे दी. वह पूरे मन से प्रयास कर रहा है. घर की स्थिति सही नहीं होने के कारण वह बुआ के पास रहता है. उसकी बुआ ही उसका पूरा खर्च वहन करती हैं. अभी तक ओपन स्टेट में यह पांचवा मेडल रहा और 3 बार ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी खेल चुका है. फिर कोलकाता में नेशनल गेम होने वाला है, उसके लिए वह तैयारियों में जुटा है.  वह अपनी सफलता का 100 प्रतिशत अपनी मां को देगा. Tags: Ballia news, Local18FIRST PUBLISHED : July 25, 2024, 13:38 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed