कौन हैं धनंजय सिंह उनके नाम पर बिहार में क्‍यों मचा है राजनीतिक बवाल

Bihar Political News: हत्या, लूट, रंगदारी जैसे दर्जनों गंभीर मामलों के आरोपी रहे धनंजय सिंह पर उत्तर प्रदेश सरकार ने 25000 रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था. धनंजय सिंह वही नेता हैं जो पहले जदयू के टिकट पर जौनपुर के मल्हनी से यूपी विधानसभा चुनाव 2022 लड़ चुके हैं. चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. दो बार के विधायक और एक बार जौनपुर से सांसद रहे धनंजय सिंह को बाहुबली के तौर पर जाना जाता है.

कौन हैं धनंजय सिंह उनके नाम पर बिहार में क्‍यों मचा है राजनीतिक बवाल
पटना. बिहार के राजनीतिक गलियारों में इन दिनों उथल-पुथल का आलम है. इसके केंद्र में उत्‍तर प्रदेश निवासी धनंजय सिंह हैं. धनंजय सिंह को उत्‍तर प्रदेश में इनामी हिस्‍ट्रीशीटर के तौर पर जाना जाता है. ताजा राजनीतिक घटनाक्रम के तहत धनंजय सिंह को जेडीयू का राष्‍ट्रीय महासचिव बनाया गया है. जनता दल यूनाइटेड के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष ललन सिंह द्वारा लिए गए इस फैसले के बाद बिहार में सियासी बवाल शुरू हो गया है. विपक्षी दल अब इस मसले पर जेडीयू और नीतीश सरकार को घेरने में जुटे हैं. वहीं, जेडीयू की सहयोगी पार्टी बीजेपी ने इस पूरे मुद्दे से ही पल्‍ला झाड़ लिया है. उत्तर प्रदेश के धनंजय सिंह को भला कौन नहीं जानता है. धनंजय सिंह को पूर्वी उत्तर प्रदेश के बड़े माफिया के तौर पर जाना जाता है. हत्या, लूट, रंगदारी जैसे दर्जनों गंभीर मामलों के आरोपी रहे धनंजय सिंह पर उत्तर प्रदेश सरकार ने 25000 रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था. धनंजय सिंह वही नेता हैं जो पहले जदयू के टिकट पर जौनपुर के मल्हनी से यूपी विधानसभा चुनाव 2022 लड़ चुके हैं. चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. दो बार के विधायक और एक बार जौनपुर से सांसद रहे धनंजय सिंह को बाहुबली के तौर पर जाना जाता है. जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह द्वारा धनंजय सिंह को राष्ट्रीय महासचिव घोषित किए जाने के बाद बिहार में मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने जदयू पर आरोपों की बौछार कर दी है. राजद ने सवाल खड़ा किया है कि जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी अपनाने वाली नीतीश सरकार राजनीति के लिए सबकुछ ताक पर रख देती है. कांग्रेस ने भी इस मामले को लेकर जदयू पर सवाल उठाया है. विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों के बाद इस पूरे मामले पर भाजपा ने अपना पल्ला झाड़ लिया है. भाजपा प्रवक्ता संजय टाइगर की मानें तो यह जदयू का अंदरूनी फैसला है और इससे भाजपा को कुछ लेनादेना नहीं है. इस पूरे मामले में जदयू नेताओं की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है. पार्टी की बिहार प्रवक्ता अंजुम आरा से जब इस बात को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने पार्टी स्तर पर लिए गए फैसले पर ही अनभिज्ञता जाहिर कर रही है. बहरहाल इस पूरे मामले पर जदयू के बैकफुट पर होने और बीजेपी का साथ नहीं मिलने के बाद बिहार में सियासत तेज होती दिख रही है. विपक्ष के इन आरोपों पर आने वाले दिनों में जदयू किस तरह मुखर होता है, यह देखना दिलचस्प होगा. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Chief Minister Nitish Kumar, JDU newsFIRST PUBLISHED : August 02, 2022, 07:57 IST