आईएएस संजीव हंस के बाद अब गुलाब यादव भी ईडी की रिमांड पर खुलेगा काला चिट्ठा!

IAS Sanjeev Hans News: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कोर्ट ने पूर्व विधायक गुलाब यादव को 7 दिनों की पुलिस रिमांड पर हिरासत में पूछताछ के लिए ईडी को सौंपे जाने का आदेश दिया. दूसरी ओर इसी मामले में जेल में बंद शादाब खान, प्रवीण चौधरी और पुष्पराज बजाज से हिरासत पूछताछ के लिए ईडी के द्वारा दाखिल की गई याचिका पर सुनवाई के बाद विशेष अदालत ने अपना आदेश 26 अक्टूबर 2024 तक के लिए सुरक्षित रख लिया.

आईएएस संजीव हंस के बाद अब गुलाब यादव भी ईडी की रिमांड पर खुलेगा काला चिट्ठा!
हाइलाइट्स मनी लॉंड्रिंग केस में पूर्व विधायक गुलाब यादव को सात दिनों की ईडी की रिमांड पर दिया गया. आईएएस संजीव हंस और गुलाब यादव के सहयोगियों की रिमांड पर फैसला सुरक्षित रखा गया. ईडी ने आईएएस संजीव हंस से पूछे कई सवाल पर सीधा जवाब देने से बचते रहे आईएएस अफसर. पटना. मनी लांड्रिंग एक्ट में गिरफ्तार आइएएस अधिकारी संजीव हंस की रिमांड के बाद अब कोर्ट ने राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव को भी सात दिनों के लिए ED को रिमांड पर सौंप दिया है. शुक्रवार को ईडी के विशेष कोर्ट में सुनवाई के बाद कोर्ट ने बेऊर जेल अधीक्षक को निर्देश दिया कि गुलाब यादव को सात दिनों के रिमांड पर ईडी को सौंप दिया जाए. अब ईडी गुलाब यादव और संजीव हंस को एक साथ बैठाकर भी सवाल करेगी. इन सवालों में दोनों की दोस्ती से लेकर दोनों की पत्नी के बिजनेस पार्टनर और संजीव हंस ने गुलाब यादव को किस तरह से मदद की जैसे सवाल होंगे. आने वाले दिनों में गुलाब के साथ अन्य आरोपियों को भी आमने-सामने बिठाकर ईडी संजीव से पूछताछ हो सकती है. इधर, दूसरे दिन भी ईडी की टीम ने आइएएस संजीव हंस से पूछताछ की. ईडी के सूत्रों की मानें तो उनसे तोहफे में मिली महंगी घड़ियों के बारे में कई सवाल पूछा गया. लोगों ने इतनी महंगी घड़ियां आपको क्यों दी? इसके बदले में आपने उन्हें क्या क्या फायदा पहुंचाया? बिजली कंपनियों में ठेकेदारी करने वाले प्रवीण चौधरी के नौ करोड़ के फ्लैट की खरीदारी से पहले आप और आपकी पत्नी उसे देखने क्यों गये थे? इसके लिये प्रवीण को पैसा आप ने ही दिया था? संजीव हंस को इस तरह के प्रश्नों से दूसरे दिन सामना करना पड़ा. ईडी के सवालों में उलझ गए संजीव हंस ईडी की टीम ने संजीव हंस से यह भी पूछा कि आपको मर्सिडीज किसने दी थी? संजीव ने कहा कि गिफ्ट में मिली थी. तब ईडी ने पूछा- किस एवज में इतने महंगे गिफ्ट दिए गए? गिफ्ट देने वालों को क्या लाभ पहुंचाया था? उस पर संजीव हंस ने कोई खास जवाब नहीं दिया. संजीव हंस से ईडी ने यह भी पूछा कि काली कमाई को कैसे खपाते थे? हालांकि, दूसरे दिन भी संजीव हंस अधिकतर सवालों का सीधा-सीधा जवाब नहीं दे रहे थे. अधिकतर सवालों के बारे में वे कहते रहे कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है. अब आमने-सामने की होगी पूछताछ संजीव हंस और गुलाब यादव की रिमांड मिलने के बाद अब ईडी इनके तीन अन्य सहयोगियों शादाब अहमद, प्रवीण चौधरी और पुष्पराज को रिमांड पर लेने की तैयारी में है. इनकी रिमांड के लिए कोर्ट में आवेदन दिया है. संभावना है कि शनिवार को कोर्ट अपना फैसला देगा. दूसरी ओर इसी मामले में जेल में बंद शादाब खान, प्रवीण चौधरी और पुष्पराज बजाज से हिरासत में पूछताछ के लिए ईडी के द्वारा दाखिल की गई याचिका पर सुनवाई के बाद विशेष अदालत ने अपना आदेश 26 अक्टूबर 2024 तक के लिए सुरक्षित रख लिया. ईडी की रेड में करोड़ों का ‘काला कैश’ बता दें कि बीते महीनों में आईएएस संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव के करीबियों के ठिकानों से ईडी ने 90 लाख कैश और 13 किलो चांदी की सिल्ली जब्त किया था. इनके ठिकानों से कई बेनामी संपत्ति के दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक्स साक्ष्य भी मिले थे. ईडी ने संजीव हंस और गुलाब यादव के करीबियों के दिल्ली, कोलकाता और मुंबई स्थित चार ठिकानों पर बुधवार को सर्च किया था. दो महीने पहले ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में संजीव और गुलाब के पटना, पुणे, पंजाब, दिल्ली, नोएडा समेत देश के दर्जनभर ठिकानों पर छापेमारी की थी जिसमें ईडी के हाथ कई अहम दस्तावेज लगे थे. गुलाब यादव की करोड़ों की बेनामी संपत्ति ईडी के सूत्रों के अनुसार पूर्व विधायक गुलाब यादव के पास करोड़ों रुपए की बेनामी संपत्ति का पता चला है. गुलाब यादव के बैंक अकाउंट में 4 करोड़ से अधिक रुपए की जानकारी भी लगी थी. इन रुपयों को संसदीय चुनाव में खर्च करने की बात सामने आ रही है. उसपर भी जांच चल रही है. हालांकि, पूर्व विधायक खुद को निर्दोष बताते रहे हैं और फंसाये जाने का आरोप लगाते रहे हैं. लेकिन, ईडी के इस सवाल पर कि आपको किसने फंसाया है कुछ जवाब नहीं देते हैं. मनी लॉंड्रिंग के मामले में दोनों के कनेक्शन बता दें कि आईएएस संजीव की पत्नी मोना हंस के साथ ही गुलाब की पत्नी अंबिका गुलाब यादव, हंस के रिश्तेदार गुरू बालतेग, संजीव के पिता लक्ष्मण दास, आनंद ट्रेडिंग कॉरपोरेशन के देविंद्र सिंह आनंद, सिंगल कंस्ट्रक्शन से जुड़े सुरेश सिंगला, सुरेश सिंगला के रिश्तेदार कमलकांत गुप्ता, एक्स आर्मी मेंस प्रोटेक्शन सर्विस के सुनील सिन्हा, तरुण राघव के नाम प्रमुख हैं. ये सभी मामले मनी लॉंड्रिंग से जुड़े हैं और आईएएस संजीव हंस के साथ गुलाब यादव इस मामले में फंसे हैं. Tags: Bihar News, Corruption case, Patna News TodayFIRST PUBLISHED : October 26, 2024, 08:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed