पटना में झमाझम बारिश: साल 2019 जैसे हालात से बचने के लिए क्‍या है तैयारी

Patna News: पटना में साल 2019 में मूसलाधार बारिश के बाद बाढ़ का पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया था. इससे पूरे शहर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया था. सरकार और नगर निगम की भी खूब किरकिरी हुई थी. इससे सबक लेते हुए इस बार बाढ़ जैसे हालात से बचने के लिए खास इंतजात किए गए हैं.

पटना में झमाझम बारिश: साल 2019 जैसे हालात से बचने के लिए क्‍या है तैयारी
पटना. बिहार की राजधानी पटना में बुधवार को झमाझम बारिश हुई. मूसलाधार बारिश होने से शहर के कई इलाकों में जलजमाव जैसी स्थिति पैदा हो गई. मानसून की पहली जोरदार बारिश के साथ ही सवाल उठने लगे हैं कि इस बार पटना को बाढ़ से बचाने के लिए प्रशासन और नगर निगम की क्‍या तैयारी है? दरअसल, साल 2019 में पटना बाढ़ की चपेट में आ गया था. पॉश कॉलोनियों तक में कई दिनों तक पानी घुसा रहा. इससे हाहाकार की स्थिति पैदा हो गई थी. स्‍थानीय प्रशासन का दावा है कि इस बार बाढ़ से निपटने की मुकम्‍मल तैयारी की गई है. दूसरी तरफ, गंगा नदी के बढ़ते जलस्‍तर को देखते हुए प्रशासनिक अमला भी अलर्ट हो गया है. पटना में झमाझम बारिश शुरू होने के साथ ही गंगा नदी का जलस्तर भी बढ़ने लगा है. गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन की तरफ से मुकम्मल तैयारी की गई है. अधिकारियों का दावा है कि बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है. साल 2019 में पटना में बाढ़ ने लोगों को बहुत परेशान किया था. जगह-जगह जल जमाव से लोग परेशान थे. तमाम पॉश इलाके जलमग्न हो गए थे. वैसी स्थिति न हो उसके लिए दीघा में गंगा घाट पर पंपिंग मशीन रेडी है. अधिक वर्षा होती है तो जल का लेवल बढ़ जाता है और ऐसे में गंगा की धारा शहर की तरफ बढ़ने लगती है. बाढ़ के पानी से शहर न डूबे इसके लिए बोरे में रेत भरकर रखा गया है. किशनगंज के गांवों में घुसा बाढ़ का पानी, तराई के इलाके में मूसलाधार बारिश से नदियां उफनाईं, कटाव तेज  पटना में बुधवार को जोरदार बारिश हुई, जिससे जलजमाव जैसी स्थिति पैदा हो गई. (न्‍यूज 18 हिन्‍दी) गंगा किनारे खास तैयारी बोरे में बालू भर कर गंगा नदी के किनारे एक बांध तैयार कर दिया गया है, ताकि निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को परेशानी न हो. गंगा में जैसे ही पानी बढ़ता है सबसे पहले नदी किनारे स्थित निचले इलाके में रहने वाले लोगों के घर जलमग्न हो जाते हैं. उन्हें राहत देने के लिए बोरे का बांध बनाया गया है, ताकि पानी उन घरों को क्षतिग्रस्त न कर सके. जैसे ही जलस्तर बढ़ेगा इन बोरों से गंगा की धारा को मोड़ने की कोशिश की जाएगी. इससे पानी शहर में प्रवेश नहीं कर सकेगा. तीन साल पहले की याद साल 2019 की अगर बात करें तो यहीं से गंगा की धारा शहर में प्रवेश कर गई थी और तमाम पॉश इलाकों में जलजमाव की समस्या पैदा हो गई थी. वैसी स्थिति फिर से उत्पन्न न हो इसीलिए प्रशासन की टीम अभी से ही पूरी मुस्तैदी के साथ तैयार है. इसके अलावा 10 पंपिंग मशीन भी घाट पर अलर्ट मोड में तैयार है कि अगर पानी का लेवल अधिक हुआ तो उन मशीनों से पानी के प्रवाह को रोकने की कोशिश की जाएगी. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Bihar flood, Patna News UpdateFIRST PUBLISHED : June 29, 2022, 13:03 IST