कौन हैं ललन प्रसाद MLC कैंडिडेट घोषित करना कैसे है नीतीश का मास्टरस्ट्रोक
कौन हैं ललन प्रसाद MLC कैंडिडेट घोषित करना कैसे है नीतीश का मास्टरस्ट्रोक
Bihar MLC By-election: आरजेडी के MLC सुनील सिंह की खाली हुई सीट पर होने वाले चुनाव के लिए जेडीयू ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर सबको चौंका दिया है. जिस उम्मीदवार को मैदान में उतारा है उसे नीतीश कुमार का जातीय राजनीति के लिहाज से मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि इसका बड़ा फायदा जेडीयू को आने वाले विधान सभा चुनाव में मिल सकता है.
हाइलाइट्स एनडीए ने ललन प्रसाद को बनाया MLC उपचुनाव उम्मीदवार. आरजेडी के सुनील सिंह की बर्खास्तगी के बाद खाली हुई है सीट. JDU कैंडिडेट से सध सकता है NDA का अति पिछड़ा वोट बैंक.
पटना. एनडीए की संयुक्त प्रेस वार्ता में जब जेडीयू उम्मीदवार के नाम की घोषणा जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने की तो सब चौंक गए. राजनीतिक हलके में चल रही अटकलों से अलग सत्ता पक्ष और विरोधी दोनों के लिए नीतीश कुमार की पसंद ललन प्रसाद को कैंडिडेट घोषित किया जाना हैरान करने वाला था. ललन प्रसाद धानुक जाति से आते हैं और यह जाति अति पिछड़ा समाज में आती है. ललन प्रसाद के नाम की घोषणा करते हुए उमेश कुशवाहा ने जानकारी देते हुए बताया कि अति पिछड़ी जाति से आने वाले ललन प्रसाद पार्टी में समता पार्टी के समय से काम करने वाले जमीनी कार्यकर्ता हैं. वर्तमान में जिला परिषद सदस्य भी हैं. बेहद ईमानदार और कर्मठ ललन प्रसाद पार्टी को मजबूत करने की कोशिश में हमेशा से अपना योगदान देते रहे हैं. इनकी उम्मीदवारी से जेडीयू के तमाम नेता और जमीनी कार्यकर्ता उत्साहित हैं. ललन प्रसाद के बारे में बताया जा रहा है कि शेखपुरा के रहने वाले ललन प्रसाद नीतीश कुमार के साथ शुरुआती दौर से काम करते रहे हैं और वह मुख्यमंत्री के बेहद करीबी माने जाते हैं. ललन प्रसाद धानुक जाति से आते है जिसका प्रभाव मुंगेर, शेखपुरा, बरबीघा, बाढ़ सहित कई विधान सभा चुनाव में महत्वपूर्ण माना जाता है.
बता दें कि इस बार मुंगेर लोकसभा चुनाव के दौरान आरजेडी ने अशोक महतो को उतार दिया था, जिसकी वजह से धानुक जाति के वोट बैंक में बड़ी टूट हुई थी. इसके बाद से ही इस वोट बैंक को, जो जेडीयू का मजबूत वोट बैंक रहा है, वापस लाने की कवायद में जेडीयू लगा हुई थी. जाहिर है ललन प्रसाद के मैदान में उतार धानुक जाति को बड़ा मैसेज दिया गया है. यह भी बताया जाता है कि इस इलाके से संभवत पहली बार किसी धानुक को MLC में मौका मिला है जिसका बड़ा असर हो सकता है. नीतीश कुमार के इस कदम को धानुक जाति के साथ-साथ अति पिछड़ा वोट बैंक के लिहाज से भी मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है.
कौन हैं जेडीयू उम्मीदवार ललन प्रसाद?
सीएम नीतीश कुमार के करीबी नेताओं में से एक ललन प्रसाद भी हैं. धानुक जाति से आते हैं जो बिहार में अतिपिछड़ा वर्ग से है. स्थापना काल से ही जेडीयू से जुड़े हुए हैं. 52 साल के ललन प्रसाद शेखपुरा जिले के 2001 से 2005 तक घाट कुसुंबा प्रखंड के जेडीयू अध्यक्ष रह चुके हैं. वर्ष 2009 से 2013 तक शेखपुरा में जेडीयू के जिला उपाध्यक्ष भी रहे. शेखपुरा में जदयू को मजबूत करने के लिए वे जदयू के शुरुआती दौर से ही सक्रिय रहे हैं.
23 जनवरी को वोटिंग होगी
उपचुनाव के लिए 23 जनवरी को विधानसभा में वोटिंग होगी और उसी दिन गिनती भी हो जाएगी. रिजल्ट भी उसी दिन घोषित कर दिया जाएगा. बता दें कि उनकी जीत सुनिश्चित मानी जा रही है क्योंकि विधानसभा कोटे की सीट होने के कारण संख्याबल का गणित उनके पक्ष में है. एनडीए के पास निर्दलीय मिलाकर 131 विधायक (मत) हैं. वहीं, महागठबंधन के पास 111 विधायक हैं. एआइएमआइएम का एक विधायक है.
Tags: Bihar politics, CM Nitish KumarFIRST PUBLISHED : January 8, 2025, 14:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed